हाथ-पैरों का सुन्न होना ब्लड क्लोटिंग का संकेत, गौर करिए हार्ट अटैक से रहेगा बचाव
punjabkesari.in Thursday, Sep 03, 2020 - 08:49 AM (IST)
खून का थक्का बनना और घुलना एक नार्मल प्रक्रिया है लेकिन जब यह थक्के घुल नहीं पाते और एक हिस्से में ही जम जाए तो ब्लड क्लोट का रुप ले लेते हैं। थक्के बनना जरूरी है लेकिन तब जब चोट लगी हो तो आपका खून बह रहा हो लेकिन बिना चोट के ऐसा हो रहा है तो यह बहुत सारी हैल्थ प्रॉब्लम दे सकताहैं। हार्ट में ब्लड क्लोटिंग हो तो हार्ट अटैक का खतरा बना रहता है जो कि आजकल बहुत ही आम सुनने को मिल रही है, जिसकी मुख्य वजह खराब लाइफस्टाइल ही है। आपकी डाइट का इसमें बहुत बड़ा रोल है।
चलिए इस बारे में हम आपको पूरी जानकारी देते हैं कि आप ऐसा क्या खाएं कि आपकी बॉडी ब्लड क्लोटिंग से बची रहे।
लेकिन पहले समझिए खून का थक्का क्या और कैसे बनता है
शरीर में रक्त वाहिनियों के जरिए खून दिल तक पहुंचता है और पंपिंग के जरिए साफ होते हुए शरीर के अन्य अंगों तक। इसी बहते खून में कभी-कभी क्लॉट यानी थक्का बन जाता है। जैसे कि हमने बताया कि यह नार्मल प्रक्रिया है लेकिन स्थिति खतरनाक तब हो जाती है जब थक्का लंबे समय तक जमा रहे क्योंकि आपकी नसों में खून के थक्के दिल की धड़कनों को रोक सकते हैं। इसकी वजह से आपको उस हिस्से में दर्द या सूजन हो सकती है।
अब जानिए ब्लड क्लोटिंग होने के कुछ संकेत
बहुत ज्यादा पसीना आना और घबराहट होना
कमजोरी महसूस करना।
हाथ-पैर बार- बार सुन्न होने लगना
चलने में परेशानी
सिर घुमना चक्कर आना
शरीर मोटापे का शिकार होना
पीरियड्स बंद यानि मेनोपॉज
सांस फूलना या सांस लेने में दिक्कत
जिसकी वजह ...
शरीर में हार्मोंन्स संतुलन का बिगड़ना
बहुत ज्यादा स्मोकिंग करना
मोटापा भी इसकी एक वजह
हमेशा एक ही पोजीशन में ज्यादा देर तक बैठे रहना।
बहुत समय से बेड रेस्ट पर रहना।
अब जानिए कि आप इससे बच कैसे सकते हैं...
इसका समाधान आपकी डाइट है। इसमें विटामिन के खाना बहुत जरूरी है क्योंकि विटामिन-K दो तरह से काम करता है। एक तो शरीर के अंदर ब्लड को जमने नहींं देता, दूसरा शरीर के बाहर ब्लड बहने नहीं देता। महिलाओं को रोजाना 90 micrograms (mcg) और पुरुषों को 120 mcg विटामिन के की रोजाना जरूरत होती है।
विटामिन के दो प्रकार के होते हैं-विटामिन के-1 और विटामिन के-2।
विटामिन के-1 ऐसा विटामिन है, जो हमें पौधों से प्राप्त होते हैं जैसे- फल, सब्जियों और पत्ती वाले आहार आदि। विटामिन के-2 ऐसा विटामिन है, जो हमें जानवरों से प्राप्त होता है जैसे- दूध और दूध से बने फूड्स आदि।
विटामिन K से भरपूर फूड्स
विटामिन-K के लिए दही, पालक, कीवी, एवोकाडो, अनार, हरे मटर, नींबू, गाजर, बादाम, चिकन, दूध, पनीर, अंडा, ब्रोकली, शलजम, पत्तागोभी, और चुकंदर अधिक खाएं। लहसुन-अदरक भी खाएं क्योंकि यह खून को साफ व पतला रखने में मददगार है।
ब्लड क्लोटिंग के कारण
-खून गाढ़ा होने पर भी ब्लड क्लोटिंग दिक्कत होती है इसलिए अंकुरित अनाज, खूब , ओमेगा-3 एसिड व भरपूर पानी पीएं ताकि खून साफ और पतला होता जाए।
-इसके अलावा एक पोजिशन में घंटों ना बैठे रहे। रैगुलर एक्सरसाइज करें। जिनका वजन अधिक होता है उन्हें ब्लड क्लोटिंग का खतरा रहता है।
-शरीर की मसाज यानि मालिश जरूर करें क्योंकि इससे ब्लड सर्कुलेशन सही तरीके से होती है। आप घर पर गुनगुने तेल से मसाज कर सकते हैं।
-खुद को तनाव से दूर रखें क्योंकि यह आपको बड़ी से बड़ी बीमारी का शिकार बना देता है। योग मेडिटेशन से खुद को फिट रखें। स्मोक से दूर रहें।
-चोट के बाद नील पड़ना स्वाभाविक है लेकिन अगर नील लंबे समय तक बना है और दर्द भी हो रही हैं तो डाक्टर को चेक जरूर करवाएं।