बारिश के बीच चार मंजिला मकान गिरा, पिता और मासूम बेटी की दबकर  दर्दनाक मौत

punjabkesari.in Saturday, Sep 06, 2025 - 09:47 AM (IST)

 नारी डेस्क: देश के कई हिस्सों में हो रही मूसलाधार बारिश जहां लोगों के लिए राहत बनकर आती है, वहीं कई जगह ये आफ़त का रूप ले चुकी है। बारिश के चलते अब तक कई ज़िंदगियां तबाह हो चुकी हैं, कई परिवार उजड़ चुके हैं। ऐसा ही एक दिल दहला देने वाला मामला राजस्थान की राजधानी जयपुर से सामने आया है, जहां लगातार बारिश की वजह से एक चार मंजिला पुराना मकान भरभराकर गिर गया। इस दर्दनाक हादसे में एक पिता और उसकी मासूम बेटी की मलबे में दबकर मौत हो गई। पूरा इलाका मातम में डूब गया है।

हादसे के वक्त घर में थे 7 लोग

यह घटना रात के करीब 1:15 बजे हुई। मकान के अंदर उस वक्त 7 लोग मौजूद थे। जैसे ही इमारत गिरी, आसपास के लोग मदद के लिए दौड़े और तुरंत पुलिस व रेस्क्यू टीम को सूचना दी गई। मरने वालों में 33 वर्षीय प्रभात और उनकी 6 साल की बेटी पीहू शामिल हैं। दोनों के शव काफी मशक्कत के बाद मलबे से निकाले गए। प्रभात की पत्नी भी मलबे में दब गई थीं, जिन्हें गंभीर हालत में SMS अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

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रेस्क्यू ऑपरेशन चला पूरी रात

जैसे ही हादसे की खबर मिली, सिविल डिफेंस और एसडीआरएफ (State Disaster Response Force) की टीमें मौके पर पहुंचीं। राहत और बचाव कार्य पूरी रात चला और सुबह करीब 7 बजे तक मलबा हटाने और लोगों को निकालने का काम चलता रहा।

बाकी 5 लोगों को सुरक्षित निकाला गया

रेस्क्यू टीम ने चार लोगों को तुरंत मलबे से सुरक्षित बाहर निकाल लिया था। तीन लोग फंसे हुए थे, जिनमें से प्रभात और उनकी बेटी की जान नहीं बचाई जा सकी। उनकी पत्नी को गंभीर हालत में बचाया गया। स्थानीय लोगों के मुताबिक, यह मकान काफी पुराना था और चूने व ईंट से बना हुआ था। दो दिन से लगातार हो रही बारिश ने इसकी दीवारों को और कमजोर कर दिया था, जिससे यह भरभरा कर गिर पड़ा।

19 लोग रहते थे किराए पर

इस मकान में कुल 19 लोग किराए पर रहते थे, जो सभी पश्चिम बंगाल के मूल निवासी बताए जा रहे हैं। हादसे में 7 लोग घायल हुए हैं। जयपुर पुलिस के एडीसीपी (नॉर्थ) दुर्ग सिंह राजपुरोहित ने बताया कि हादसे के बाद आसपास के घरों को खाली करवा दिया गया है और क्षेत्र की घेराबंदी कर दी गई है।

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प्रशासन ने यह भी कहा है कि इलाके में जर्जर और कमजोर भवनों की जांच की जाएगी ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं को रोका जा सके। घायलों के इलाज और पीड़ित परिवारों की मदद के लिए सभी जरूरी कदम उठाए जा रहे हैं।

  यह हादसा एक बार फिर बताता है कि पुराने और कमजोर मकानों की समय पर जांच और मरम्मत कितनी जरूरी है। एक छोटी सी लापरवाही जानलेवा साबित हो सकती है।
 

 


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Content Editor

Priya Yadav

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