दुल्हन की रौनक बढ़ाए: नेचुरल ग्लो के लिए नहीं चाहिए पार्लर, बस लगाएं ये आयुर्वेदिक उबटन
punjabkesari.in Friday, Jun 13, 2025 - 03:57 PM (IST)

नारी डेस्क: शादी हर लड़की के जीवन का सबसे खास दिन होता है। इस दिन हर दुल्हन चाहती है कि वह सबसे खूबसूरत और दमकती हुई नजर आए। मेकअप और पार्लर के ट्रीटमेंट के अलावा अगर आप अपनी त्वचा को अंदर से निखारना चाहती हैं तो आयुर्वेदिक उबटन सबसे बेहतर और प्राकृतिक विकल्प है। यह त्वचा को न सिर्फ ग्लोइंग बनाता है बल्कि उसे पोषण भी देता है और भविष्य में होने वाली त्वचा की समस्याओं से भी बचाता है।
उबटन क्या है?
उबटन एक पारंपरिक आयुर्वेदिक नुस्खा है, जो दादी-नानी के ज़माने से दुल्हनों को शादी से पहले लगाया जाता रहा है। यह प्राकृतिक जड़ी-बूटियों, मसालों और औषधीय गुणों से भरपूर सामग्री से तैयार किया जाता है। उबटन का मुख्य उद्देश्य त्वचा को साफ, मुलायम, टोन और निखारने का होता है।
उबटन के फायदे
प्राकृतिक ग्लो: उबटन में मौजूद हल्दी, चंदन, बेसन आदि तत्व त्वचा की गहराई से सफाई करते हैं और त्वचा को नेचुरल ग्लो देते हैं।
डेड स्किन हटाना: उबटन एक तरह का स्क्रब भी होता है, जो डेड स्किन सेल्स को हटाता है और नई त्वचा को बाहर लाता है।
पिंपल्स और दाग-धब्बों से राहत: इसमें मौजूद एंटी-बैक्टीरियल और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण मुंहासे और दाग-धब्बों को दूर करने में मदद करते हैं।
त्वचा को मुलायम बनाना: उबटन त्वचा को मॉइस्चराइज करता है जिससे वह मुलायम और कोमल बनी रहती है।
टैनिंग दूर करना: सूर्य की हानिकारक किरणों से हुए टैन को भी उबटन प्रभावी रूप से कम करता है।
शादी से पहले कब और कैसे लगाएं उबटन?
शादी से एक महीने पहले से ही दुल्हन को सप्ताह में 2-3 बार उबटन का इस्तेमाल शुरू कर देना चाहिए। खासकर शादी के एक हफ्ते पहले हर रोज़ उबटन लगाना त्वचा को गजब का निखार देता है।
आयुर्वेदिक उबटन की आसान रेसिपी
1. बेसन और हल्दी उबटन
सामग्री
बेसन – 2 चम्मच
हल्दी – ½ चम्मच
चंदन पाउडर – 1 चम्मच
दूध या गुलाब जल – आवश्यकतानुसार
सभी चीज़ों को मिलाकर एक स्मूद पेस्ट बना लें। इसे चेहरे और गर्दन पर लगाएं और 15 मिनट के बाद हल्के हाथों से स्क्रब करते हुए धो लें।
2. मसूर दाल और हल्दी उबटन
सामग्री
मसूर दाल (पीसी हुई) – 2 चम्मच
हल्दी – ½ चम्मच
दूध – आवश्यकतानुसार
सभी चीजों को मिलाकर पेस्ट बनाएं। इसे 20 मिनट तक त्वचा पर रखें और फिर धो लें। यह उबटन चेहरे के अनचाहे बालों को भी हल्का करता है।
3. नीम और तुलसी उबटन
सामग्री
नीम पाउडर – 1 चम्मच
तुलसी पाउडर – 1 चम्मच
मुल्तानी मिट्टी – 1 चम्मच
गुलाब जल – आवश्यकतानुसार
सभी को मिलाकर पेस्ट बनाएं। यह उबटन मुंहासों और स्किन इंफेक्शन के लिए बहुत कारगर होता है।
उबटन लगाने के जरूरी टिप्स
साफ चेहरे पर ही लगाएं: उबटन लगाने से पहले चेहरे को साफ कर लें, ताकि उबटन के पोषक तत्व त्वचा में अच्छे से समा सकें।
हथेलियों से हल्के स्क्रब करें: उबटन को सुखने के बाद रगड़कर हटाने के बजाय हल्के हाथों से मसाज करें।
फेसवॉश या साबुन न लगाएं: उबटन लगाने के बाद साबुन या केमिकल वाले प्रोडक्ट्स का इस्तेमाल न करें।
धूप से बचाएं: उबटन के बाद त्वचा संवेदनशील हो जाती है, इसलिए धूप से बचें और सनस्क्रीन लगाएं।
आधुनिक युग में उबटन का महत्व
आज के दौर में जहां हर कोई महंगे ब्यूटी प्रोडक्ट्स और केमिकल वाले ट्रीटमेंट्स का सहारा ले रहा है, वहीं आयुर्वेदिक उबटन एक ऐसा समाधान है जो न केवल प्रभावी है बल्कि सस्ता, सुरक्षित और प्राकृतिक भी है। खासकर दुल्हनों के लिए यह किसी वरदान से कम नहीं। यह त्वचा की गहराई से सफाई करता है और अंदर से निखार देता है।
शादी के इस खास दिन पर अगर आप प्राकृतिक तरीके से दमकती और खूबसूरत त्वचा पाना चाहती हैं, तो आयुर्वेदिक उबटन को अपनी स्किन केयर रूटीन में शामिल जरूर करें। यह न सिर्फ आपके चेहरे को ग्लोइंग बनाएगा बल्कि आपके आत्मविश्वास को भी बढ़ाएगा। सौंदर्य प्रसाधनों से कहीं बेहतर है यह परंपरागत उबटन, जो पीढ़ियों से दुल्हनों की खूबसूरती को और निखारता आया है।