सर्दी-खांसी होते ही Corona Test के लिए न भागें, कोविड ऑफिसर की लोगों को राय
punjabkesari.in Tuesday, Jun 03, 2025 - 11:38 AM (IST)

नारी डेस्क: एशियाई देशों में कोहराम मचाने के बाद अब भारत में भी कोरोना के मामलों में धीरे-धीरे इजाफा हो रहा है। देश में कोरोना के सक्रिय केस लगभग 4000 के करीब पहुंच गए हैं। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की रिपोर्ट के अनुसार, वर्तमान में देश में कुल 3961 एक्टिव मरीज हैं। वहीं कोरोना से अब तक कुल मौतों की संख्या 34 हो चुकी है, जिनमें से 6 मौतें केवल पिछले 24 घंटे में हुई हैं।
कोरोना के नए लक्षण और वेरिएंट्स
कोरोना के लक्षणों की बात करें तो सर्दी-खांसी और जुकाम इसके प्रमुख लक्षण माने जाते हैं। लेकिन इस बार ऐसा जरूरी नहीं कि सर्दी-खांसी होने पर यह कोरोना ही हो। कोविड-19 के चार नए वेरिएंट्स लोगों को संक्रमित कर रहे हैं जिनका मुख्य लक्षण गले में खराश है।
दिल्ली में कोरोना के बढ़ते मामलों पर अस्पताल की प्रतिक्रिया
दिल्ली में कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए राम मनोहर लोहिया (RML) अस्पताल के कोविड नोडल ऑफिसर ने लोगों को पैनिक न होने की सलाह दी है। उनका कहना है कि यह नया वेरिएंट ज्यादा संक्रामक नहीं है। इसके बावजूद कोरोना से बचाव के लिए सभी को सावधानियां बरतनी चाहिए।
कोविड टेस्ट को लेकर क्या सलाह है?
RML अस्पताल के कोविड नोडल ऑफिसर डॉक्टर पवन कुमार ने मीडिया से बातचीत में बताया कि सर्दी-खांसी जैसे सामान्य लक्षण होने पर हर बार RT-PCR टेस्ट करवाने की जरूरत नहीं है। क्योंकि ऐसे में लोग बिना कोरोना वायरस के भी टेस्टिंग सेंटर पहुंच सकते हैं, जहां उन्हें दूसरों से संक्रमण का खतरा हो सकता है।
#WATCH | Delhi: On Covid preparedness, Ram Manohar Lohia (RML) Covid Nodal Officer Pawan Kumar says, "... As soon as we saw this surge... we built a nine-bed isolation centre, it has ventilators and all the necessary medicines needed by a COVID patient... The nine beds are not… pic.twitter.com/dMRG6fnUCY
— ANI (@ANI) June 2, 2025
उन्होंने यह भी कहा कि यदि किसी को कोरोना के लक्षण महसूस हों, तो पहले अपने डॉक्टर से संपर्क करें और उनकी सलाह के बाद ही टेस्ट करवाएं।
अस्पताल में किसे भर्ती होना चाहिए?
डॉक्टर पवन के अनुसार, इस बार के वेरिएंट्स गंभीर नहीं हैं, इसलिए हर मरीज को अस्पताल में भर्ती होने की आवश्यकता नहीं है। केवल वे लोग जिनकी सेहत खराब हो या जो लॉन्ग कोविड से पीड़ित हों, उन्हें अस्पताल में इलाज कराना चाहिए। कोविड टेस्टिंग से कई बार लोगों में पैनिक की स्थिति बन जाती है जो सही नहीं है। अस्पताल प्रशासन ने कोरोना के लिए विशेष वार्ड तैयार कर लिए हैं, जहां आवश्यक ऑक्सीजन, दवाइयां और अन्य सुविधाएं उपलब्ध हैं।
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क्या करें अगर आपको कोरोना के लक्षण महसूस हों?
अगर किसी को कोरोना के लक्षण जैसे गले में खराश, खांसी, नाक बहना, बुखार या बदन दर्द महसूस हो तो सबसे पहले अपने नजदीकी डॉक्टर से संपर्क करें। इसके अलावा, खुद को दूसरों से अलग करके आइसोलेट करना जरूरी है। आप घर में ही आइसोलेशन कर सकते हैं। अगर टेस्ट पॉजिटिव आता है तो घर के अन्य सदस्यों को भी कोरोना टेस्ट करवाने को कहें।
कोरोना के नए वेरिएंट्स के प्रमुख संकेत
गले में खराश होना
लगातार खांसी आना
नाक बहना या बंद होना
बुखार आना
बदन और मांसपेशियों में दर्द होना
कोरोना से बचाव के लिए जरूरी उपाय
कोरोना से बचने के लिए निम्न बातों का ध्यान रखना जरूरी है सोशल डिस्टेंसिंग का कड़ाई से पालन करें। भीड़-भाड़ वाले स्थानों से दूरी बनाएं। बाहर निकलते समय मास्क जरूर पहनें। अपनी डाइट का खास ख्याल रखें ताकि आपकी इम्यूनिटी मजबूत बनी रहे। विटामिन C और विटामिन D युक्त आहार को अपनी डाइट में शामिल करें, जो इम्यून सिस्टम को बढ़ावा देते हैं।
कोरोना के मामलों में वृद्धि हो रही है, लेकिन पैनिक होने की कोई जरूरत नहीं है। नए वेरिएंट्स ज्यादा खतरनाक नहीं हैं। सावधानी और सही जानकारी से आप खुद और अपने परिवार को सुरक्षित रख सकते हैं। कोरोना के लक्षण दिखने पर डॉक्टर से सलाह लेना और उचित सावधानी बरतना बहुत जरूरी है।