क्या AstraZeneca टीके से बनते हैं खून के थक्के? जानिए क्या है WHO का कहना
punjabkesari.in Saturday, Mar 13, 2021 - 12:23 PM (IST)
कोरोना की रोकथाम के लिए और इसके बढ़ते मामलों पर काबू पाने के लिए बहुत सारी कंपनियां लगातार काम कर रही हैं। कोरोना वैक्सीन की बात करें तो अलग-अलग कंपनियां अभी भी बहुत सारी वैक्सीन बना रही हैं। हालांकि कुछ वैक्सीन को लेकर बहुत सारे सवाल भी उठाए जा रहे हैं हाल ही में कुछ यूरोपीय देशों ने खून में थक्का जमने की आशंकाओं के चलते ऑक्सफोर्ड-एस्ट्राजेनेका द्वारा बनाई गई कोरोना वैक्सीन के इस्तेमाल पर रोक लगा दी थी। वहीं अब इसे लेकर विश्व स्वास्थ्य संगठन का बयान सामने आया है।
विश्व स्वास्थ्य संगठन का सामने आया बयान
इस पर डब्ल्यूएचओ ने बीते दिनों कहा कि वैक्सीन पर रोक लगाने का कोई कारण नहीं है। डब्ल्यूएचओ की प्रवक्ता मार्गरेट हैरिस की मानें तो उन्होंने कहा कि हां, हमें एस्ट्राजेनेका की वैक्सीन का इस्तेमाल जारी रखना चाहिए क्योंकि ऐसा कोई कारण नहीं है कि इसका उपयोग न किया जाए।
क्यों लगाई गई थी रोक?
दरअसल इस वैक्सीन पर रोक लगने का कारण यह था कि इस वैक्सीन पर आशंका जताई जा रही थी कि इसके इस्तेमाल से खून में थक्का जम सकता है जिसके बाद इस टीके पर रोक लगा दी गई थी लेकिन हाल ही में विश्व स्वास्थ्य संगठन ने इस पर सारी बात साफ करते हुए कह दिया है कि इसे बंद करने का कोई कारण नहीं है। आपको बता दें कि इस वैक्सीन का निर्माण भारत के सीरम संस्थान ने किया है।
इन देशों ने लगा दी थी टीके पर रोक
बता दें कि जब वैक्सीन पर खून के थक्के जमा होने की खबरें आने लगी तो इस वैक्सीन पर सबसे पहले डेनमार्क ने एस्ट्राजेनेका के टीके पर अस्थाई रूप से रोक लगा दी थी जिसके बाद नार्वे, आइसलैंड और बुल्गारिया ने इस पर रोक लगाते हुए कदम उठाए थे।
जर्मनी के स्वास्थ्य मंत्री का भी सामने आया बयान
वहीं इस पर जर्मनी के स्वास्थ्य मंत्री जेंस स्पाह का भी बयान सामने आया है और उनके अनुसार टीका के संभावित गंभीर दुष्प्रभाव की खबरों को देश ने गंभीरता से लिया है लेकिन इस पर एजेंसी का कहना है कि टीका लेने से खतरनाक खून का थक्का बनने की आशंका बढ़ने के कोई साक्ष्य नहीं मिले हैं। वहीं ब्रिटेन के ड्रग कंट्रोलर ने भी कहा कि एस्ट्राजेनेका के टीके के कारण लोगों में खून के थक्का बनने की कोई सूचना नहीं मिली है। ब्रिटेन में एस्ट्राजेनेका टीके की 1.1 करोड़ से ज्यादा डोज लोगों को दी गई है साथ ही जर्मनी में भी एस्ट्राजेनेका के टीका का इस्तेमाल जारी रहेगा।
लगातार बढ़ रहे कोरोना के मामले
बता दें कि इस बीच कोरोना के मामले भी लगातार बढ़ रहे है। दुनियाभर में अभी तक तक कुल 11 करोड़ 92 लाख 93 हजार 681 मामले सामने आ चुके हैं। कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए कुछ राज्यों ने लॉकडाउन भी लगा दिया है लेकिन लोग इसे पूरी तरह से गंभीरता से नहीं ले रहे हैं।