कभी राजनीति में नहीं आना चाहती थी Annapurna Devi, अब संभालेंगी स्मृति ईरानी का मंत्रालय
punjabkesari.in Wednesday, Jun 12, 2024 - 12:59 PM (IST)
अन्नपूर्णा देवी ने मंगलवार को महिला एवं बाल विकास मंत्रालय का कार्यभार संभाला। हालांकि राजनीति अन्नपूर्णा की कभी पहली पसंद नहीं थी। उनके जीवन में उस वक्त नाटकीय मोड़ तब आया जब उनके पति व राजद विधायक रमेश यादव की 1998 में अचानक मृत्यु हो गई। किस्मत उन्हें राजनीति में लेकर आ गई और वह एक अनजाने रास्ते पर एक कठिन यात्रा पर निकल पड़ीं।
#WATCH | Annapurna Devi takes charge as the Minister of Women and Child Development. pic.twitter.com/fDka7nwNd8
— ANI (@ANI) June 11, 2024
पीएम मोदी ने जताया भरोसा
मंत्रालय पहुंचने के बाद अन्नपूर्णा देवी ने सोशल मीडिया पर लिखा- ‘‘ सेवा यात्रा का एक निर्णायक मोड़, एक नई शुरुआत। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री के रूप में कार्यभार संभालते हुए उत्साह और गौरव की अनुभूति कर रही हूं। मेरा प्रयास होगा कि प्रधानमंत्री की आकांक्षा के अनुरूप देश ‘विमेन डेवलेपमेंट'के स्थान पर ‘विमेन लेड डेवलेपमेंट' की उपलब्धि प्राप्त करे। आइए, मिलकर शुरू करें नारी की नेतृत्वकारी भूमिका के स्वर्णिम सफर का। ''
पहले भी रह चुकी है राज्य मंत्री
महिला एवं बाल विकास मंत्री ने कहा- विगत 10 वर्षों में श्री मोदी के नेतृत्व में देश ने महिला सशक्तिकरण और बचपन के संरक्षण - संवर्द्धन के स्मरणीय दौर का साक्षात्कार किया है। बता दें कि वह पिछली बार भी मोदी सरकार में राज्य मंत्री थीं। इस बार उन्हें पदोन्नत करके कैबिनेट मंत्री बनाया गया है। इस कदम को इस साल के अंत में होने वाले महत्वपूर्ण विधानसभा चुनावों से पहले एक बड़े ओबीसी वोट बैंक को मजबूत करने के लिए भाजपा की महत्वपूर्ण रणनीति के रूप में देखा जा रहा है।
लालू प्रसाद की करीबी थी अन्नपूर्णा देवी
कभी राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद की करीबी सहयोगी रहीं अन्नपूर्णा देवी को सात जुलाई 2021 को शिक्षा राज्य मंत्री के रूप में केंद्र सरकार में शामिल किया गया था। वर्ष 2019 के लोकसभा चुनावों से पहले उनका भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में शामिल होना उनकी राजनीतिक यात्रा में एक चौंकाने वाला मोड़ था। भाजपा के टिकट पर कोडरमा से चुनाव लड़कर उन्होंने अपनी अमिट छाप छोड़ी। भाजपा में अप्रत्याशित रूप से शामिल होने से पहले अन्नपूर्णा झारखंड में राष्ट्रीय जनता दल (राजद) की अध्यक्ष थीं।
1998 में शुरू हुआराजनीतिक जीवन
झारखंड के दुमका में दो फरवरी, 1970 को एक बांग्ला भाषी परिवार में जन्मी अन्नपूर्णा ने रांची विश्वविद्यालय से स्नातकोत्तर की पढ़ाई की। उनका राजनीतिक जीवन 1998 में शुरू हुआ जब उन्होंने राज्य विधानसभा उपचुनाव जीता और बिहार विधानसभा की सदस्य बनीं, बाद में तत्कालीन अविभाजित बिहार की राजद सरकार में खान और भूविज्ञान मंत्रालय में राज्य मंत्री के रूप में कार्य किया। उन्होंने 2005 से 2014 तक झारखंड विधानसभा में दो कार्यकाल पूरे किए।
2019 में मिली बड़ी जीत
वर्ष 2012 में, उन्हें झारखंड में कैबिनेट मंत्री नियुक्त किया गया, जहां उन्होंने सिंचाई, महिला एवं बाल कल्याण और पंजीकरण मंत्रालय का जिम्मा संभाला। उनकी सबसे अहम राजनीतिक जीत 2019 में आई, जब उन्होंने भाजपा के टिकट पर झारखंड विकास मोर्चा (प्रजातांत्रिक) के बाबूलाल मरांडी को 4.55 लाख मतों के भारी अंतर से हराया। इस आम चुनाव में देवी ने भाकपा (माले) के विनोद कुमार सिंह को 3.77 लाख मतों के अंतर से हराकर कोडरमा सीट बरकरार रखी।