Pet vaccines: जानवरों को वैक्सीन के लिए अभी करना होगा थोड़ा इंतजार
punjabkesari.in Friday, Jun 24, 2022 - 12:57 PM (IST)
काेरोना महामारी ने इंसान क्या जानवरों को भी प्रभावित किया है। इंसानों के संक्रमण के साथ ही पशुओं में कोविड संक्रमण के कई मामले सामने आए हैं, एसे में वैज्ञानिकों ने पशुओं के लिए भी कोविड वैक्सीन विकसित की है, जिसका नाम एन्कोवैक्स रखा गया है। ये कोरोना के डेल्टा और ओमिक्रॉन वैरिएंट पर भी असरदार है।
इम्युनिटी बनाने में असरदार होगी ये वैक्सीन
ICAR का दावा है कि यह वैक्सीन पूरी तरह से स्वदेशी है और यह जानवरों में कोरोना के खिलाफ इम्युनिटी बनाने में असरदार साबित होगी। हालांकि अभी तब यह साफ नहीं हो पाया है कि किस दिन इस वैक्सीन को इस्तेमाल में लाया जाएगा। केंद्रीय कृषि और किसान कल्याण मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने प्रजातियों के लिए देश का पहला घरेलू टीका लॉन्च करते हुए कहा था कि- जानवरों की रक्षा के उद्देश्य से यह वैक्सीन विकसित की गई है
जानवरों के लिए सुरक्षित है ये वैक्सीन
बताया जा रहा है कि इस वैक्सीन में निष्क्रिय SARS-CoV-2 (डेल्टा) एंटीजन होता है जिसमें Alhydrogel एक सहायक के रूप में होता है। यह कुत्तों, शेरों, तेंदुओं, चूहों और खरगोशों के लिए सुरक्षित है। इस वैक्सीन के साथ ही जानवरों में कोरोना के खिलाफ एंटीबॉडी का पता लगाने के लिए एक डिटेक्शन किट भी लॉन्च की गई है। CAN-CoV-2 ELISA के नाम से लॉन्च हुई ये किट भी भारत में ही बनाई गई है।
डेल्टा वैरिएंट्स के खिलाफ असरदार है वैक्सीन
एन्कोवैक्स वैक्सीन विकसित करने वाले आईसीएआर-राष्ट्रीय अश्व अनुसंधान केंद्र (एनआरसी) के प्रमुख वैज्ञानिक डॉ. नवीन कुमार बताते हैं कि कोविड के पहली लहर में बिल्ली जैसे कई जानवरों में कोविड संक्रमण के मामले सामने आए थे, जिसके बाद से ही वह वैक्सीन विकसित करना चाहते। उन्होंने बताया कि- कोविड वैक्सीन विकसित करने के लिए लंबी प्रकिया से गुजरना पड़ता है, कई जगह से इसकी परमिशन लेनी पड़ती है। करीब 8-10 जगह से परमिशन लेते-लेते कोविड की दूसरी लहर आ गई, इस दौरान कोविड के संक्रमण से कई शेरों की मौत भी हो गई। फिर हमने डेल्टा वैरिएंट्स के खिलाफ ये वैक्सीन बनाई।
सरकार जानवारों को लेकर भी गंभीर
उप महानिदेशक (पशु प्रभाग) भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद, डॉ. बीएन त्रिपाठी बताते हैं कि-कोविड-19 वायरस को रोकने के लिए जानवरों का भी टीकाकरण अत्यंत जरूरी है। केंद्र सरकार इसे गंभीरता से ले रही है। हालांकि अभी ये माना जा रहा है कि जानवरों को वैक्सीन के लिए अभी थोड़ा इंतजार करना होगा