फ्लाइट में बीच हवा पैसेंजर की सांसें हुईं तेज, संकटमोचक बन सेना के डॉक्टर ने यूं बचाई जान
punjabkesari.in Wednesday, Jun 19, 2024 - 01:35 PM (IST)
नारी डेस्क: इंडिगो की पुणे-चंडीगढ़ फ्लाइट में तब हाहाकार मच गया जब बीच हवा में एक पैसेंजर की तबीयत अचानक से बिगड़ गई। ऐसे में मसीहा बनकर सामने आए सेना के एक चिकित्सक ने पुणे-चंडीगढ़ उड़ान में सवार गंभीर रूप से बीमार 27 वर्षीय व्यक्ति को होश में लाकर उसकी जान बचाई। बीमार व्यक्ति को आपातकालीन दवाएं देने के साथ ही मुंबई में विमान को आपात स्थिति में उतारने का भी अनुरोध भी किया।
सेना की पश्चिमी कमान अस्पताल, चंडीमंदिर (हरियाणा) के चिकित्सा अधिकारी मेजर सिमरत राजदीप सिंह ने बताया कि सोमवार को जब वे इंडिगो की एक उड़ान से पुणे से चंडीगढ़ जा रहे थे, तो गोवा से विमान में सवार हुए एक सहयात्री को 39,000 फुट की ऊंचाई पर हवा में सांस लेने में दिक्कत होने लगी। उन्होंने कहा- ‘‘मैंने बेलगाम के रहने वाले मरीज के पिछले मेडिकल इतिहास के बारे में उसके भाई से पूछा, जो उसके साथ यात्रा कर रहा था। मेडिकल रिपोर्ट से पता चला कि मरीज के गुर्दे छोटे हैं और वे ठीक से काम नहीं करते हैं। ''
चिकित्सा अधिकारी सिंह ने बताया कि वह उच्च रक्तचाप और हृदय की समस्या से भी पीड़ित था। वह तेजी से सांस ले रहा था और वह धीरे-धीरे हांफने भी लगा। चालक दल के पास उनके मेडिकल इमरजेंसी किट में अधिकांश आवश्यक उपकरण और दवाएं उपलब्ध थीं। सिंह ने बताया कि उन्होंने मरीज को आवश्यक आपातकालीन दवाएं दीं और उसे एक घंटे तक लगातार ऑक्सीजन सपोर्ट पर रखा। उन्होंने उड़ान के कैप्टन से विमान की ऊंचाई कम करने और निकटतम स्थान पर आपात स्थिति में विमान उतारने का अनुरोध किया, क्योंकि चंडीगढ़ अभी दो घंटे की दूरी पर था।
चूंकि मुंबई सबसे नजदीकी हवाई अड्डा था, इसलिए विमान को यहां आपात स्थिति में उतारना पड़ा । इस बीच विमान के उतरते ही मरीज को अस्पताल ले जाने की तैयारी कर ली गई थी। मरीज को बृहन्मुंबई महानगर पालिका द्वारा संचालित आर एन कूपर अस्पताल ले जाया गया। भारतीय सेना की पश्चिमी कमान ने सोमवार को 'एक्स' पर एक पोस्ट में यह जानकारी देते हुए लिखा- ‘‘ गोवा से चंडीगढ़ जा रही इंडिगो की उड़ान ई724 में सवार पश्चिमी कमान अस्पताल चंडीमंदिर के मेजर सिमरत राजदीप सिंह ने गंभीर रूप से बीमार 27 वर्षीय एक मरीज की जान बचाई।'' सिंह ने बताया कि उन्होंने यहां उस व्यक्ति का इलाज कर रहे चिकित्सक से बात की। उन्होंने बताया कि उस व्यक्ति का आपातकालीन डायलिसिस किया गया और अब वह बेहतर महसूस कर रहा है।