क्या आप जानते हैं अमरनाथ गुफा के अमर कबूतरों का रहस्य? भाग्य वालों को ही देते हैं दर्शन

punjabkesari.in Wednesday, Jul 02, 2025 - 06:09 PM (IST)

नारी डेस्क: अमरनाथ यात्रा न केवल एक कठिन धार्मिक यात्रा है, बल्कि इसके साथ जुड़ी कई चमत्कारी कथाएं और रहस्य भी श्रद्धालुओं के मन में आस्था को और गहराई देते हैं। इनमें से एक प्रमुख और रहस्यमयी कथा है कबूतरों की। अमरनाथ गुफा के भीतर या उसके आस-पास श्रद्धालुओं को अक्सर एक जोड़ा कबूतर दिखाई देता है। लोगों का मानना है कि ये कोई साधारण पक्षी नहीं, बल्कि अमर कबूतर हैं जो हजारों वर्षों से जीव हैं।
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कबूतरों की कहानी

पौराणिक कथा  के अनुसार जब भगवान शिव ने मां पार्वती को अमरत्व का रहस्य (अमर कथा) सुनाने के लिए यह गुफा चुनी थी, तो वे नहीं चाहते थे कि इस रहस्य को कोई और न सुने। इसलिए वे अपने सभी साथियों  नंदी बैल, नाग, गण, चंद्रमा आदि  को अलग-अलग स्थानों पर छोड़ते हुए अकेले मां पार्वती के साथ इस गुफा में आए। जब भगवान शिव अमर कथा सुना रहे थे, तभी *दो कबूतरों के एक जोड़े ने यह कथा सुन ली। कथा सुनते ही वे अमर हो गए।


भगवान शिव ने दिया अमर रहने का वरदान

कुछ कथाओं में यह भी कहा जाता है कि भगवान शिव ने क्रोधित होकर त्रिशूल उठाया, लेकिन कबूतरों ने उनसे क्षमा मांगी और अमरता का वरदान मांगा।  भोलेनाथ ने उन्हें क्षमा कर दिया और अमर होने का आशीर्वाद दिया। आज भी अमरनाथ गुफा में यह कबूतरों का जोड़ा मौजूद है और भक्तों को दर्शन देता है। 

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इन कबूतरों के दर्शन माना जाते हैं शुभ

 इन्हें अमरत्व के प्रतीक के रूप में देखा जाता है। माना जाता है कि इनका दर्शन करना किसी को आध्यात्मिक पूर्णता और ईश्वरीय कृपा का अनुभव कराता है। कई श्रद्धालु बताते हैं कि उन्होंने हर साल इन कबूतरों को वहां देखा, जबकि वहां का वातावरण इतना कठिन होता है कि सामान्य पक्षियों का जीवित रहना संभव नहीं होता। कुछ विशेषज्ञों का मानना है कि ये कबूतर शायद उस क्षेत्र में घोंसला बनाते हों, लेकिन उनका बार-बार उसी स्थान पर दिखना और कभी गायब न होनालोगों के लिए किसी चमत्कार से कम नहीं।
 


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Content Writer

vasudha

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