Delhi Pollution: प्रदूषित हवा डायबिटीज मरीजों के लिए खतरनाक, दिल्ली-NCR में बढ़ रहा जोखिम
punjabkesari.in Monday, Nov 17, 2025 - 04:37 PM (IST)
नारी डेस्क: दिल्ली-एनसीआर में पिछले एक महीने से वायु प्रदूषण बेहद गंभीर स्तर पर बना हुआ है। हवा में जहरीले कणों का स्तर इतना बढ़ चुका है कि यह सिर्फ सांस लेने में दिक्कत नहीं पैदा कर रहा, बल्कि डायबिटीज के मरीजों के लिए भी गंभीर खतरा बन गया है।
दिल्ली में प्रदूषण की भयावह स्थिति
एयर क्वालिटी अर्ली वार्निंग सिस्टम के अनुसार दिल्ली में शनिवार (15 नवंबर) को AQI 386 रहा, जबकि निजी मॉनिटिरंग स्टेशनों पर यह करीब 470 तक दर्ज किया गया। डॉक्टरों का कहना है कि इस स्तर का प्रदूषण एक दिन में 10–12 सिगरेट पीने के बराबर है। हवा में PM2.5 और PM10 कणों का स्तर बढ़ने से ये कण सीधे फेफड़ों में पहुंचकर सांस लेने की क्षमता को कमजोर करते हैं। इसके कारण दमा, ब्रोंकाइटिस, खांसी, बुखार, सांस फूलना और फेफड़ों में सूजन जैसी दिक्कतें तेजी से बढ़ती हैं। छोटे बच्चों, बुजुर्गों और पहले से बीमार लोगों पर इसका सबसे ज्यादा असर पड़ रहा है।
प्रदूषित हवा आपका सुगर लेवल बढ़ा रही है। आपको डायबिटीज हो सकता है।🚨@timesofindia में @AnujaJaiswalTOI द्वारा लिखा ये आर्टिकल पढ़िये!👇🏼#AirPollution #diabetes #healthcare pic.twitter.com/zds3p2LmEJ
— Dr. B L Bairwa MS, FACS (@Lap_surgeon) November 12, 2025
वायु प्रदूषण कैसे बढ़ाता है डायबिटीज का खतरा?
विशेषज्ञ बताते हैं कि प्रदूषित हवा का असर सिर्फ फेफड़ों तक सीमित नहीं है। जहरीले कण खून में जाकर दिल, लीवर, किडनी और इम्यून सिस्टम को भी प्रभावित करते हैं। लेकिन डायबिटीज के मरीजों में इसका प्रभाव दोगुना हो जाता है।
PM2.5 का डायबिटीज पर प्रभाव
अध्ययन बताते हैं कि PM2.5 बेहद छोटे कण होते हैं, जो शरीर में सूजन (Inflammation) बढ़ाते हैं। इसकी वजह से इंसुलिन रेजिस्टेंस बढ़ जाता है। ब्लड शुगर कंट्रोल करना मुश्किल हो जाता है। शरीर में ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस बढ़ता है। कोशिकाओं की कार्य क्षमता कम हो जाती है। इसके कारण डायबिटीज के मरीजों में शुगर अचानक बढ़ सकती है और स्थिति खराब हो सकती है।
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में प्रदूषण का गंभीर संकट सोमवार सुबह भी जारी रहा। राजधानी के ज़्यादातर इलाकों में हवा की गुणवत्ता बहुत खराब श्रेणी में दर्ज की गई जबकि कुछ संवेदनशील क्षेत्रों में वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) गंभीर श्रेणी (Severe Category) तक पहुंच गया जिससे दिल्लीवासियों… pic.twitter.com/Nsiy81kEpm
— Punjab Kesari (@punjabkesari) November 17, 2025
रिसर्च में क्या पाया गया?
एक अध्ययन में देखा गया कि सिर्फ एक महीने तक PM2.5 के संपर्क में रहने से ब्लड शुगर बढ़ सकता है। वहीं जिन शहरों में PM2.5 का वार्षिक स्तर हर 10 μg/m3 बढ़ता है, वहां डायबिटीज का खतरा 22% तक बढ़ जाता है। दिल्ली स्थित क्रॉनिक डिजीज कंट्रोल सेंटर के शोधकर्ता सिद्धार्थ मंडल कहते हैं कि भारतीय लोग लाइफस्टाइल और पर्यावरण दोनों के कारण डायबिटीज के प्रति ज्यादा संवेदनशील हैं, और बढ़ता वायु प्रदूषण इस समस्या को और बढ़ा रहा है।
डायबिटीज के मरीज क्या सावधानियां अपनाएं?
डॉक्टरों के अनुसार, प्रदूषण बढ़ने पर डायबिटीज के मरीजों को अपनी जीवनशैली में कुछ ज़रूरी बदलवा करने चाहिए
सुबह-शाम बाहर जाने से बचें: इन समयों पर हवा में प्रदूषण सबसे अधिक होता है। इसलिए टहलने या एक्सरसाइज के लिए घर के अंदर विकल्प चुनें।
बाहर जाते समय मास्क पहनें: N95 या N99 मास्क अधिक प्रभावी माने जाते हैं।
ज्यादा पानी पिएं: प्रदूषण के दौरान शरीर को ज्यादा हाइड्रेशन की जरूरत पड़ती है।
एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर आहार लें: विटामिन C (नींबू, संतरा, आंवला) विटामिन E ,हल्दी ,ग्रीन टी
ताजे फल और सब्जियां: ये शरीर में ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस को कम करने में मदद करते हैं।
ब्लड शुगर की लगातार मॉनिटरिंग करें
शुगर लेवल में उतार-चढ़ाव का तुरंत पता लगाने के लिए यह बहुत जरूरी है।
दिल्ली-एनसीआर में बढ़ता प्रदूषण हर किसी के लिए नुकसानदायक है, लेकिन डायबिटीज के मरीजों के लिए यह दोगुना खतरा पैदा करता है। इसलिए इस मौसम में सतर्क रहना, मास्क पहनना, सही आहार लेना और ब्लड शुगर पर नज़र रखना बेहद जरूरी है।

