अहोई अष्टमी: संतान प्राप्ति के लिए करें ये उपाय, जल्दी गूंजेगी आंगन में किलकारियां

punjabkesari.in Thursday, Oct 28, 2021 - 10:31 AM (IST)

कार्तिक मास की अष्टमी तिथि पर अहोई अष्टमी का पावन व्रत रखा जाता है। इस दिन यह व्रत 28 अक्तूबर यानि आज है। मान्यता है कि इस दिन देवी मां का व्रत रखने से निसंतान की झोली संतान सुख से भर जाती है। इसके साथ ही घर में सुख-समृद्धि व संतान संबंधी सभी समस्याएं दूर हो जाती है। इस दिन देवी पार्वती की अहोई मां के रूप में पूजा करने का विधान है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार इस शुभ दिन पर कुछ खास उपाय करने से निसंतानों के घर पर संतान की किलकारियां गूंजती है। चलिए जानते हैं संतान प्राप्ति के लिए कुछ खास उपायों के बारे में...

माता अहोई को चढ़ाएं चांदी के मोतियों से तैयार माला

अहोई अष्टमी के दिन लाल धागे में चांदी के 7 या 9 मोतियों से माला तैयार करें। उस माला को पूजा दौरान देवी मां को चढ़ाएं और संतान प्राप्ति की कामना करें। बाद में व्रती महिला इसे गले में डाल लें। मान्यता है कि इससे जल्दी ही देवी की कृपा से खाली झोली संतान सुख से भर जाती है।

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देवी पार्वती को खीर का लगाएं भोग

इस शुभ दिन पर अहोई माता की पूजा करने के बाद भगवान शिव और देवी पार्वती को खीर या दूध से बनी किसी चीज का भोग लगाएं। शाम को किसी मंदरि में जाकर पीपल वृक्ष के नीचे घी का दीपक जलाकर परिक्रमा करें। इसके साथ ही इस दिन खासतौर पर घर के भोजन का आधा हिस्सा गाय माता को अर्पित करें। मान्यता है कि इससे देवी मां की कृपा से मनचाहा फल मिलता है।

अहोई माता को चढ़ाएं सफेद फूल

अहोई मां को सफेद फूल अतिप्रिय है। इसलिए आप भी इस दिन माता को सफेद रंग के फूल जरूर अर्पित करें।

पौधे लगाएं

मान्यता है कि इस पावन दिन पर घर के सदस्यों जितने पौधे लगाने चाहिए। इसके साथ ही एक तुलसी का पौधा भी जरूर लगाएं।

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माता पार्वती और भगवान शिव की पूजा करें

इस दिन माता पार्वती और भगवान शिव की पूजा करने के भी विशेष महत्व है। मान्यता है कि अहोई अष्टमी से लेकर भाई दूज तक पारद शिवलिंग की पूजा करनी चाहिए। इसके लिए घर पर पारद शिवलिंग की स्थापना करें। रोजाना ब्रह्म मुहूर्त में उठकर शिवलिंग का कच्चे दूध से अभिषेक करें। धार्मिक मान्यताओं अनुसार, पूजा से प्रसन्न होकर माता पार्वती और शिवजी निंतान को पुत्र रत्न का आर्शीवाद देते हैं। इसके साथ ही घर को सदस्यों को सेहत व खुशहाली से भरदेते हैं।

गणेश जी के मंत्रों का करें जाप

अहोई अष्टमी के दिन से लगातार 45 दिनों तक प्रथम पूजनीय गणेश जी की पूजा करना शुभ होता है। इसके लिए रोजाना सुबह साफ कपड़े पहनकर गणपति जी की मूर्ति के आगे बिल्व पत्र चढ़ाएं। इस दौरान  ‘ओम पार्वतीप्रियनंदनाय नम:’ मंत्र का 11 माला जाप करें। मान्यता है कि इससे जल्दी ही संतान प्राप्ति होती है।

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neetu

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