विमान हादसा: उड़ान से पहले ली गई आखिरी सेल्फी, अधूरे सपने-टूटते परिवार–तस्वीरों में ही रह गईं उनकी यादें
punjabkesari.in Friday, Jun 13, 2025 - 09:17 AM (IST)

नारी डेस्क: अहमदाबाद से लंदन जा रही फ्लाइट हादसे का शिकार हो गई, जिसमें कई परिवारों के सपने, रिश्ते और जीवन की खुशियं एक पल में खत्म हो गईं। इस हादसे में डॉक्टर, छात्र, कारोबारी, नवविवाहित महिलाएं, छोटे बच्चे और बुजुर्ग सवार थे। यहां हम आपको इस हादसे की 13 सबसे मार्मिक कहानियों को सरल भाषा में बता रहे हैं।
डॉक्टर दंपती और उनके 3 बच्चों की मौत
बांसवाड़ा (राजस्थान) की डॉ. कोमी व्यास अपने पति डॉ. प्रतीक जोशी और तीन बच्चों के साथ लंदन जा रही थीं। पति-पत्नी दोनों डॉक्टर थे और लंदन में नौकरी जॉइन करने वाले थे। उन्होंने बच्चों को भी अपने साथ लंदन शिफ्ट करने के लिए मना लिया था। उड़ान भरने से पहले पूरे परिवार ने एक सेल्फी ली, जो उनकी आखिरी तस्वीर बन गई। हादसे में सभी की मौत हो गई।
4 महीने पहले शादी हुई खुशबू की आखिरी विदाई
राजस्थान के बालोतरा की खुशबू कंवर की 4 महीने पहले शादी हुई थी। वे लंदन में डॉक्टर पति से मिलने जा रही थीं। घर से एयरपोर्ट निकलते समय खुशबू ने एक वीडियो बनाया, जिसमें वे अपने परिवार से भावुक होकर गले मिल रही हैं। यह उनकी आखिरी विदाई साबित हुई।
लंदन घूमने जा रहे भाई-बहन की मौत
उदयपुर के शुभ और शगुन मोदी लंदन घूमने के लिए निकले थे। दोनों भाई-बहन ने एमबीए किया था और अपने पिता के बिजनेस में हाथ बंटा रहे थे। हादसे में दोनों की जान चली गई। परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा।
पत्नी-बच्चे को भारत लाने जा रहे बिजनेसमैन
बीकानेर के अभिनव परिहार लंदन में व्यापार करते थे। वे अपनी पत्नी और बेटे को लाने लंदन जा रहे थे ताकि भारत में स्थायी रूप से बस सकें। उन्होंने हाल ही में अहमदाबाद में नया ऑफिस खोला था। फ्लाइट हादसे में उनकी भी मौत हो गई।
डॉक्टर बनने जा रही पायल का सपना अधूरा
पायल खटीक का सपना था कि वह डॉक्टर बने। उन्हें लंदन के एक मेडिकल कॉलेज में एमबीबीएस में दाखिला मिला था। यह उनका पहला विदेश दौरा था। लेकिन फ्लाइट हादसे में उनकी मौत हो गई।
बिजनेस मीटिंग के लिए जा रहे थे जयेश
सूरत के जयेश गोंडलिया लंदन में अपने बिजनेस पार्टनर से मिलने जा रहे थे। वे पत्नी और दो बच्चों के साथ सूरत में रहते थे। हादसे ने उनका सपना और जीवन दोनों छीन लिया।
बेटी की शादी के बाद लौट रहीं मां और बच्ची
वडोदरा की सादिकाबेन और उनकी ढाई साल की बेटी फातिमा, शादी के कार्यक्रम के बाद लंदन लौट रही थीं। परिजनों ने एयरपोर्ट छोड़ा, लेकिन रास्ते में उन्हें हादसे की खबर मिली। मां-बेटी की कोई खबर नहीं मिली है।
पिता का अंतिम संस्कार कर लौट रहे थे लॉरेंस
लंदन में काम करने वाले लॉरेंस डेनियल अपने पिता के अंतिम संस्कार के लिए भारत आए थे। वापसी में हादसे का शिकार हो गए। उन्हें उनकी मां एयरपोर्ट छोड़ने आई थीं।
22 साल की एयर होस्टेस नगनथोई की मौत
मणिपुर की रहने वाली नगनथोई शर्मा ने 19 साल की उम्र में एयर होस्टेस की नौकरी शुरू की थी। हादसे से कुछ घंटे पहले उन्होंने घर पर मैसेज किया था कि लंदन जा रही हैं। उनकी मां बार-बार उनकी तस्वीरें देखकर रो रही हैं।
आगरा के दंपती घूमने निकले थे, लौटे नहीं
नीरज और अपर्णा लवानिया आगरा के अकोला कस्बे के रहने वाले थे। नीरज वडोदरा में नौकरी करते थे। उन्होंने अपनी पत्नी को लंदन घुमाने का वादा किया था, लेकिन हादसे में दोनों की मौत हो गई।
मां को 'गुड मॉर्निंग' बोलकर गया दीपक, फिर कभी नहीं लौटा
महाराष्ट्र के ठाणे के दीपक पाठक फ्लाइट के क्रू मेंबर थे। उन्होंने सुबह मां को फोन कर ‘गुड मॉर्निंग’ कहा था। उसके बाद उनका फोन घंटों बजता रहा, लेकिन जवाब नहीं आया। चार साल पहले ही उन्होंने शादी की थी।
बेटी से मिलने जा रही थीं अंजू शर्मा
वडोदरा की अंजू शर्मा लंदन में रह रही अपनी बेटी से मिलने जा रही थीं। वह छह महीने तक वहीं रहने वाली थीं। उनके भाई बॉलीवुड एक्टर हैं। अंजू के माता-पिता इतने बुजुर्ग हैं कि उन्हें यह दुखद खबर नहीं दी जा सकी।
बेटे से मिलने जा रहे थे बुजुर्ग दंपती
सोलापुर के महादेव और आशा पवार लंदन में रह रहे अपने बेटे से मिलने जा रहे थे। वे लंबे समय से इस मुलाकात का इंतजार कर रहे थे। उनका बेटा लंदन में बेसब्री से उनका इंतजार करता रहा, पर वे कभी नहीं पहुंचे।
इस हादसे ने कई परिवारों की खुशियों को छीन लिया। कोई अपने सपनों की उड़ान भर रहा था, कोई अपनों से मिलने जा रहा था। इन कहानियों में दर्द, सपने और अपूरणीय क्षति है। यह हादसा न सिर्फ एक टेक्निकल दुर्घटना है, बल्कि इंसानी भावनाओं, उम्मीदों और रिश्तों की एक मर्मस्पर्शी त्रासदी भी है।