ये कैसा झरना जो बहता है उल्टा! नीचे गिरने की बजाए ऊपर चढ़ता है पानी, देखकर हिल जाएगा दिमाग

punjabkesari.in Saturday, Nov 22, 2025 - 05:12 PM (IST)

नारी डेस्क : भारत में प्रकृति के कई ऐसे चमत्कार हैं, जिन्हें देखकर आप हैरान रह जाएंगे। इन्हीं में से एक है महाराष्ट्र का नानेघाट वाटरफॉल, जो गुरुत्वाकर्षण के नियमों को चुनौती देता है। आमतौर पर झरने ऊपर से नीचे गिरते हैं, लेकिन यह झरना नीचे से ऊपर बहता दिखाई देता है। इस अनोखे नज़ारे को देखने के लिए हर साल भारी संख्या में पर्यटक यहां पहुंचते हैं।

कहां स्थित है यह अनोखा झरना?

यह अनोखा झरना नानेघाट वाटरफॉल के नाम से मशहूर है और कोंकण समुद्र तट तथा जुन्नार नगर के बीच स्थित है। मुंबई से इसकी दूरी करीब 120 किमी और पुणे से लगभग 150 किमी है। नाना घाट और ‘रिवर्स वाटरफॉल’ के नाम से जाना जाने वाला यह स्थान अपने अनोखे प्राकृतिक दृश्य के कारण पर्यटकों को खूब आकर्षित करता है।

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क्यों बहता है यह झरना उल्टी दिशा में?

गुरुत्वाकर्षण के नियम के मुताबिक हर चीज ऊपर से नीचे की ओर आती है, लेकिन नानेघाट का यह झरना तेज हवाओं के कारण ठीक उल्टा व्यवहार करता है। यहां हवा इतनी तेज़ चलती है कि नीचे गिरता पानी हवा का दबाव पकड़कर ऊपर उड़ने लगता है। वैज्ञानिक भी मानते हैं कि इसी तेज हवा की दिशा और गति के कारण यह झरना उल्टी दिशा में बहता दिखाई देता है, जो इसे बेहद रहस्यमयी और अनोखा बनाता है।

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इसे देखने पर क्या महसूस होता है?

जो भी इस झरने को पहली बार देखता है, वह दंग रह जाता है। दूर से ऐसा लगता है मानो पानी ऊंची पहाड़ी की तरफ ऊपर चढ़ रहा हो। यह अद्भुत नज़ारा लोगों को कुछ पल के लिए स्तब्ध कर देता है, क्योंकि प्रकृति का ऐसा उल्टा करिश्मा आमतौर पर देखने को नहीं मिलता।

कैसे पहुंचे नानेघाट रिवर्स वाटरफॉल?

अगर आप नानेघाट रिवर्स वाटरफॉल देखने का प्लान बना रहे हैं, तो यहां पहुंचना बिल्कुल आसान है। सबसे पहले आपको कल्याण बस स्टैंड जाना होगा, जहां से जुन्‍नार और नानेघाट के लिए नियमित बसें मिल जाती हैं। चाहें तो आप सड़क मार्ग से भी अपनी कार या टैक्सी से आराम से नानेघाट पहुंच सकते हैं। यहां तक पहुंचने का रास्ता सुंदर घाटों और हरियाली से भरा है, जो यात्रा को और भी खास बनाता है।

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ट्रेकिंग के शौकीनों के लिए स्वर्ग

नानेघाट ट्रेकिंग प्रेमियों के लिए किसी स्वर्ग से कम नहीं है। यह ट्रेल घाटघर के घने जंगल क्षेत्र का हिस्सा है और रोमांच से भरपूर प्राकृतिक रास्तों से होकर गुजरता है। कल्याण–अहमदनगर हाईवे से शुरू होने वाला यह ट्रेकिंग रूट साहसिक यात्रियों के बीच काफी लोकप्रिय है, क्योंकि यहां का शांत वातावरण, पहाड़ी दृश्य और ठंडी हवाएं पूरे सफर को यादगार बना देती हैं।

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घूमने का सबसे अच्छा समय

नानेघाट रिवर्स वाटरफॉल को देखने का सबसे अच्छा समय मानसून का मौसम माना जाता है। जुलाई से सितंबर के बीच यहां की खूबसूरती अपने चरम पर होती है। इस दौरान हवाएं बेहद तेज चलती हैं, जिसकी वजह से झरना सबसे मनमोहक तरीके से उल्टी दिशा में बहता दिखाई देता है। यही समय इस अनोखे प्राकृतिक चमत्कार को नज़दीक से देखने के लिए परफेक्ट माना जाता है।
 


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Monika

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