इस साल भारत में कारोना से हुई थी  86 लाख से ज्यादा लोगों की मौत, यहां पढ़ें पूरा आंकड़ा

punjabkesari.in Saturday, Jun 07, 2025 - 06:37 PM (IST)

नारी डेस्क: नागरिक पंजीकरण प्रणाली (सीआरएस) के एक नए डेटा के अनुसार, 2022 के दौरान देश में लगभग 86.5 लाख मौतें हुईं, जो कोविड से प्रभावित 2021 से 15 प्रतिशत से अधिक की उल्लेखनीय गिरावट है, जिसमें 1.02 करोड़ से अधिक मौतें दर्ज की गई थीं। सीआरएस रिपोर्ट के माध्यम से भारत के रजिस्ट्रार जनरल के कार्यालय द्वारा लाए गए 2022 के आंकड़ों से पता चला है कि 2021 से 15.74 लाख की गिरावट ने मृत्यु दर के आंकड़ों को मोटे तौर पर 2020 में देखी गई। 
 

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 2021 में 1.02 करोड़  लोगों ने गंवाई जान 

सीआरएस के आंकड़ों के अनुसार, 2021 में देश भर में 1.02 करोड़ मौतों के साथ तेज उछाल दर्ज किया गया, जबकि 2020 में 81.1 लाख, 2019 में 76.4 लाख और 2018 में 69.5 लाख मौतें हुई थीं, जो कोविड-19 के प्रभाव को रेखांकित करता है।  रिपोर्ट में कहा गया- "पंजीकृत मौतों के मामले में, संख्या 2021 में 102.2 लाख से घटकर 2022 में 86.5 लाख हो गई है, यानी 15.4 प्रतिशत की कमी आई है। गुजरात, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु, उत्तर प्रदेश, कर्नाटक, पश्चिम बंगाल, बिहार और हरियाणा जैसे कुछ प्रमुख राज्यों ने पंजीकृत मौतों की संख्या में कमी लाने में महत्वपूर्ण योगदान दिया है,"। 
 

डब्ल्यूएचओ के डाटा का हुआ था विरोध

29 जुलाई, 2022 को लोकसभा में सरकार द्वारा दिए गए उत्तर के अनुसार, 26 जुलाई, 2022 तक कोविड-19 के कारण लगभग 5.26 लाख मौतें हुईं। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने भारत में कोविड-19 से जुड़ी 47 लाख से अधिक मौतों की सूचना दी थी, जिस पर सरकार ने कड़ा विरोध जताया था। केंद्र ने कहा था कि डब्ल्यूएचओ के अनुमान "कई विसंगतियों और गलत धारणाओं" से ग्रस्त हैं। सरकार के जवाब में कहा गया था, "भारत ने इस अवैज्ञानिक मॉडलिंग दृष्टिकोण की प्रक्रिया, कार्यप्रणाली और परिणाम पर कड़ी आपत्ति दर्ज की थी, खासकर तब जब भारत ने भारत के रजिस्ट्रार जनरल द्वारा नागरिक पंजीकरण प्रणाली के माध्यम से प्रकाशित प्रामाणिक डेटा डब्ल्यूएचओ को प्रदान किया था।"
 

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 जन्म पंजीकृत को लेकर भी आई रिपोर्ट

 सीआरएस रिपोर्ट ने यह भी दिखाया कि 2022 में 2.54 करोड़ से अधिक जन्म पंजीकृत किए गए। रिपोर्ट में कहा गया है- "पंजीकृत जन्मों की संख्या 2021 में 242.0 लाख से बढ़कर 2022 में 254.4 लाख हो गई है, जो लगभग 5.1 प्रतिशत की वृद्धि है।" बिहार, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, सिक्किम, पश्चिम बंगाल, लद्दाख और लक्षद्वीप को छोड़कर लगभग सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में 2021 की तुलना में 2022 में पंजीकृत जन्मों में वृद्धि हुई है। रिपोर्ट में कहा गया है कि 2021 की तुलना में 2022 में पंजीकृत जन्मों में वृद्धि में नौ प्रमुख राज्यों उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, झारखंड, कर्नाटक, गुजरात, तेलंगाना, छत्तीसगढ़ और असम ने महत्वपूर्ण योगदान दिया है। रिपोर्ट में कहा गया है, "दूसरी ओर, 2021-2022 के दौरान दो प्रमुख राज्यों पश्चिम बंगाल और बिहार में पंजीकृत जन्मों में छह आंकड़ों में कमी देखी गई है।" 


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vasudha

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