बच्चे को चलना सिखा रहे हैं तो अपनाएं एक्सपर्ट के बताए ये 7 असरदार टिप्स

punjabkesari.in Wednesday, May 14, 2025 - 03:43 PM (IST)

नारी डेस्क: जब बच्चा चलना सीखता है तो यह एक पेरेंट्स के लिए बेहद खूबसूरत और उत्साहजनक क्षण होता है। बच्चों को चलने की शुरुआत हमेशा घुटनों से होती है और इसके बाद वह खड़ा होना और फिर चलने की प्रक्रिया शुरू करते हैं। कुछ बच्चे एक साल की उम्र तक चलने में सक्षम हो जाते हैं जबकि कुछ बच्चों को इसमें थोड़ा ज्यादा समय भी लग सकता है। इस पूरे दौरान पेरेंट्स का साथ और समर्थन बहुत महत्वपूर्ण होता है क्योंकि बच्चे की मांसपेशियों का सही विकास होना चाहिए, ताकि वह सही तरीके से चल सकें। अक्सर पेरेंट्स को यह जानकारी नहीं होती कि बच्चों को सही तरीके से चलना कैसे सिखाया जाए। इस लेख में हम आपको कुछ महत्वपूर्ण टिप्स देंगे, जिन्हें अपनाकर आप अपने बच्चे को आसानी से चलने में मदद कर सकते हैं। साउथ दिल्ली की कंसल्टेंट पीडियाट्रिशियन डॉ नेहा श्रीवास्तव ने इस बारे में जानकारी देते हुए इंस्टाग्राम पर वीडियो शेयर किया है-

बच्चे को शाबाशी और सपोर्ट दें

जब बच्चा चलने की कोशिश करता है, तो उसे हमेशा शाबाशी दें। जैसे ही बच्चा थोड़ा सा भी चलता है, उसे प्रोत्साहित करें। इस दौरान उसे खुश रहने और तालियां बजाने से उसका आत्मविश्वास बढ़ेगा और वह और ज्यादा कोशिश करेगा। बच्चों के लिए हिम्मत और सकारात्मकता का माहौल बेहद जरूरी है। जब वह सफल होते हैं, तो उन्हें ये महसूस होना चाहिए कि उनकी कोशिशों की सराहना की जा रही है।

 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 

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सपोर्ट और मोटिवेशन देना जरूरी है

बच्चे को चलने के लिए आप एक मजबूत सपोर्ट जरूर दें। उदाहरण के लिए, आप बच्चे से थोड़ी दूरी पर बैठ सकते हैं और उसे बुला सकते हैं। इससे बच्चे को मोटिवेशन मिलेगा कि वह चलकर आपके पास पहुंचे। आप बच्चे का पसंदीदा खिलौना कुछ दूर रख सकते हैं, ताकि वह उसे पाने के लिए चलने की कोशिश करे। इस तरीके से बच्चे का मनोबल बढ़ेगा और वह उत्साहित रहेगा।

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आसपास की चीजों को हटा दें

बच्चे को चलने का अभ्यास कराते समय यह सुनिश्चित करें कि आसपास कोई चीज न हो, जिससे बच्चा गिर सके। बच्चे के गिरने की संभावना ज्यादा होती है, इसलिए यह जरूरी है कि उसकी सुरक्षा के लिए आसपास की सारी खतरनाक वस्तुएं हटा दी जाएं। इससे बच्चे को आत्मविश्वास मिलेगा और वह बिना किसी चिंता के चलने की कोशिश करेगा।

छोटी दूरी से शुरुआत करें

अगर बच्चा अभी-अभी चलना शुरू कर रहा है, तो शुरुआत में उसे छोटी दूरी ही तय करने के लिए कहें। पहले से ज्यादा लंबी दूरी तय करने की कोशिश करना बच्चे को थका सकता है और वह घुटने के बल चलने लगेगा। शुरुआत में छोटी-छोटी दूरी से शुरुआत करें और फिर धीरे-धीरे उसकी क्षमता के हिसाब से उसे बढ़ाते जाएं।

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बच्चे के हाथ में खिलौना दें

जब बच्चा चलने की कोशिश करता है, तो उसके हाथ में एक खिलौना पकड़ा सकते हैं। इससे बच्चे का ध्यान उसकी स्थिति से हटकर खिलौने पर जाएगा, और वह बिना किसी सपोर्ट के चलने की कोशिश करेगा। यह तरीका बच्चों का आत्मविश्वास भी बढ़ाता है और वे जल्दी सीखते हैं।

बच्चे के गिरने पर घबराएं नहीं

बच्चा जब चलना सीखता है, तो वह गिरता भी है। यह एक स्वाभाविक प्रक्रिया है और इसमें घबराने की कोई बात नहीं है। अगर बच्चा गिरता है तो उसे तुरंत ही उठाने और उसे पुनः प्रेरित करने के लिए साथ दें। उसे यह एहसास दिलाएं कि यह कोई बड़ी बात नहीं है, और वह फिर से कोशिश कर सकता है। उसके मनोबल को बनाए रखें ताकि वह हार न माने।

बच्चे को पसलियों से पकड़ें

अक्सर पेरेंट्स बच्चों को चलने की कोशिश के दौरान उनके हाथों या बाजू से पकड़ते हैं, जिससे बच्चे की मांसपेशियों पर दबाव पड़ता है। इससे बच्चा पूरी तरह से अपनी मांसपेशियों का सही उपयोग नहीं कर पाता। इसलिए बच्चे को हमेशा उसके पसलियों से पकड़ें, जिससे वह अपनी कोर मसल्स का सही तरीके से इस्तेमाल कर सके और खड़ा हो पाए। इस तरह से बच्चे को चलने में मदद मिलती है और वह मजबूत होता है।

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बच्चों को चलने की प्रक्रिया एक लंबी और धीरे-धीरे सिखाई जाने वाली प्रक्रिया है। इस दौरान माता-पिता का सपोर्ट, ध्यान और सही तरीका बहुत महत्वपूर्ण है।हमेशा बच्चे के आत्मविश्वास को बढ़ाएं और उसे गिरने के बाद भी उसकी कोशिशों को सराहें।


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Content Editor

PRARTHNA SHARMA

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