ऑनलाइन सुनवाई में जूही चावला को देख शख्स ने जज के सामने ही गाया, 'घूंघट की आड़ से दिलबर का...' गाना
punjabkesari.in Wednesday, Jun 02, 2021 - 08:36 PM (IST)
5जी वायरलेस नेटवर्क स्थापित किए जाने के खिलाफ आज बॉलीवुड एक्ट्रेस जूही चावला ने दिल्ली हाई कोर्ट में याचिका दाखिल की है। वहीं इस दौरान एक युवक की अजीबों-गरीब हरकत देखने को मिली।
ऑनलाइन सुनवाई के दौरान जज के सामने ही गाया, 'घूंघट की आड़ से दिलबर का...'
दरअसल, आज यानी बुधवार को ऑनलाइन सुनवाई हुई। हालांकि इसे तीन बार बाधित करना पड़ा। इस सुनवाई में अभिनेत्री और पर्यावरणविद जूही चावला भी शामिल हुईं। जैसे ही वह शामिल हुईं, किसी ने 1993 की फिल्म 'हम हैं राही प्यार के' का एक लोकप्रिय गीत, 'घूंघट की आड़ से दिलबर का...' गुनगुनाना शुरू कर दिया।
जूही चावला का गाना सुन जज ने कहा, 'कृपया इसे म्यूट करें'
वहीं इस दौरान, न्यायमूर्ति जे आर मिधा ने कहा कि, कृपया इसे म्यूट करें, जबकि जूही चावला की ओर से पेश वकील दीपक खोसला ने कहा कि, मुझे आशा है कि इसे किसी प्रतिवादी द्वारा हटाया नहीं जाएगा। अदालत वादी द्वारा जमा की जाने वाली अदालती फीस के मुद्दे पर सुनवाई कर रही थी, जबकि किसी अन्य बॉलीवुड गीत को गाकर इसे फिर से बाधित किया गया था।
कोर्टरूम में फिर से गूंजा, जूही का सांग- 'लाल लाल होठों पे गोरी किस्का नाम है...'
इतना ही नहीं सुनवाई के दौरान एक अन्य प्रतिभागी ने फिर से उनकी फिल्म का गाना गाया। इस बार 'लाल लाल होठों पे गोरी किस्का नाम है...' है की आवाज कोर्ट रूम में गूंजती सुनाई दी। हालांकि इसे भी सुनवाई से हटा दिया गया।
यह सिलसिला यहीं नहीं थमा इसके बाद भी किसी ने 'मेरी लाडो की आएगी बारात...' गाना गाया।
उक्त व्यक्ति की पहचान कर अवमानना नोटिस जारी करना का दिया आदेश
वहीं सुनवाई के दौरान कोर्टरूम में लोगों की इन हरकतों पर जज ने परेशान होकर उक्त व्यक्ति की पहचान कर अवमानना नोटिस जारी करने का आदेश दिया। कोर्ट ने दिल्ली हाई कोर्ट के IT को उस व्यक्ति की पहचान करने और आवश्यक कार्रवाई के लिए दिल्ली पुलिस को इसकी जानकारी देने को भी कहा।
सुनवाई के दौरान जूही चावला ने इन मुद्दों पर की बातचीत-
गौरतलब है कि दिल्ली हाईकोर्ट ने जूही चावला से बुधवार को कहा कि वह देश में 5जी वायरलेस नेटवर्क स्थापित करने के खिलाफ दायर अपनी याचिका पर एक संक्षिप्त नोट दाखिल करें। इस दौरान जूही चावला ने अपनी याचिका में नागरिकों, जानवरों, वनस्पतियों और जीवों पर इस प्रौद्योगिकी के विकिरण के प्रभाव संबंधी मुद्दों को उठाया है।