महाशिवरात्रि स्पेशल: पांच पत्तों से हासिल करें भोलेनाथ की खुशी
punjabkesari.in Thursday, Feb 20, 2020 - 11:38 AM (IST)
महाशिवरात्रि यानि हिंदुओं का सबसे पवित्र और धूम-धाम से मनाया जाने वाला त्यौहार। मान्यता के अनुसार फाल्गुन मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी पर भगवान शिव और माता पार्वती विवाह के बंधन में बंधे थे। मान्यता यह भी है कि बेलपत्र में पार्वती जी वास करती हैं, इस वजह से भगवान शिव को यह बेलपत्र बहुत प्रिय हैं। इस खास मौके पर भगवान शिव की बड़ी धूमधाम से पूजा की जाती है, साथ ही इस अवसर पर शिव जी की बारात भी निकाली जाती है।
विधि के अनुसार अगर आप इस दिन भगवान शिव की पूरे दिल और विधि-विधान से पूजा करते हैं, तो आपके दिन की हर मुराद बहुत जल्द पूरी हो सकती है। खासतौर पर यदि घर की महिलाएं इस खास दिन पर भगवान शिव को कुछ शुभ पत्ते चढ़ाते हैं तो उनके परिवार के लिए यह काफी शुभ साबित हो सकता है। आइए जानते हैं उन शुभ पत्तों के बारे में...
बेलपत्र
शास्त्रों के मुताबिक बेलपत्र में मां पार्वती जी का वास है, इसी वजह से भगवान शिव को बेलपत्र काफी प्रिय हैं। जो महिलाएं इस दिन सुबह स्नान के बाद शिव मंदिर जाकर उन्हें बेलपत्र चढ़ाती हैं, साथ ही शिवभक्तों के लिए कुछ खास प्रसाद बनाकर लेकर जाती है, तो भगवान शिव की कृपा आपके ऊपर बनी रहेगी।
भांग के पत्ते
भांग बिना शिवरात्रि ही क्या? आजकल लोग जहां भांग का इस्तेमाल नशे के रूप में करने लगे हैं, वहीं एक समय था जब भांग का इस्तेमाल औषधि के रुप में किया जाता था। शास्त्रों के अनुसार भगवान शिव ने जब विष ग्रहण किया तो रिशि-मुनियों ने भांग की मदद से ही भगवान शिव का उपचार किया था। तब से लेकर भांग को एक बहुत ही पवित्र औषधि माना जाने लगा है, अगर आप इस शिवरात्रि के मौके भगवान शिव को पान के पत्ते चढ़ाएंगे, तो आपके घर परिवार में किसी तरह का रोग व बीमारी टिक नहीं पाएगी।
आक
आक के पत्ते भगवान शिव को चढ़ाने से व्यक्ति के भीतर मौत का भय हमेशा के लिए गायब हो जाता है।
धतूरा फल और पत्ते
धतूरा एक ऐसा पौधा है जिसे फल और फूल दोनों लगे होते हैं, पुरातन समय से इसका प्रयोग औषधि के रूप में होता है। शिवरात्रि के दिन भगवान शिव को धतूरा फल और पत्ते चढ़ाने से आपके जीवन में कभी धन की कमी नहीं रहेगी। आपके सिर चढ़ा कर्ज भी बहुत जल्द उतर जाएगा।
दूर्वा
दूर्वा एक तरह की घास है, जो गणेश जी को बहुत प्रिय है। शास्त्रों के मुताबिक दूर्वा में अमृत बसा हुआ है। गणेश जी भगवान शिव की प्रिय संतान है, इन दो वजहों की वजह से भगवान शिव को आज के दिन दूर्वा घास चढ़ाना आप और आपके बच्चों के जीवन में खुशियां भर देगा।