Parents Alert! बिगड़ते बच्चे की तरफ इशारा करते हैं ये 5 संकेत
punjabkesari.in Sunday, Feb 02, 2020 - 02:23 PM (IST)
बच्चे हमेशा दूसरों की कॉपी करना पसंद करते हैं। कई बार बच्चे स्कूल, पड़ोस के बच्चों और कोचिंग सेंटर में ऐसी बातें और आदतें सीख जाते है जो गलत होती है। ऐसे में वर्किंग पेरेंट्स के बच्चों के बिगड़ने के चांसिस ज्यादा होते है। इसलिए मां-बाप को शुरूआत से ही अपने बच्चों पर ध्यान देने की जरूरत होती है। तो चलिए आज हम आपको ऐसे 5 संकेतों के बारे में बताते है जिससे आप पता लगा सकते है कि आपका बच्चा कहीं बिगड़ तो नहीं रहा। साथ ही बच्चों को बिगड़ने से कैसे बचाया जा सके।
गलत भाषा का प्रयोग
बच्चे जिस माहौल में रहते है उसका असर उस पर जल्दी ही दिखाई देता है। कभी-कभी बच्चे ऐसी संगत में रहते है जिससे वे गाली-गलौच करना सीख लेते है। ऐसे में पेरेंट्स को चाहिए कि उनके इस बिहेव पर उन्हें तुरंत टोके और सही- गलत में फर्क बताएं। साथ ही ये ध्यान रखें कि बच्चा किस से और कितनी देर तक मिलता है।
लड़ाई-झगड़ा करना
अगर आपके बच्चे घर पर छोटे भाई-बहन या पड़ोसियों के बच्चों से लड़ाई और मार-पीट करता है तो ऐसे में आपको अर्लट हो जाना चाहिए। यह आपके बच्चे के बिगड़ने के संकेत है। ऐसा अक्सर बच्चे दोस्तों पर अपना हुक्म चलाने और फिल्में, टी.वी प्रोग्राम देख कर करते है। कई बार बच्चे अटेंशन डेफिसिट हाइपर डिस्ऑर्डर का शिकार होने पर भी ऐसी हरकतें करते है तो ऐसे में उन्हें प्यार से समझाएं। साथ ही उनके ऐसे बिहेव करने का कारण जानें।
दूसरों को तंग करना
अक्सर बच्चों को दूसरों को चिढ़ाने और तंग करने में मजा आता है। ऐसा वह मुख्य रूप से आस-पड़ोस और स्कूल के बड़े बच्चों से सीखता है। मगर यह आदत अच्छी नहीं है। अगर आपका बच्चा भी ऐसा करता है तो उसे समझाएं कि ये अच्छी आदत नहीं है।
चीजों और पैसों की चोरी करना
अगर आपका बच्चा किसी चीज या पैसों की चोरी कर रहा है तो यह अच्छी बात नहीं है। आमतौर पर बच्चे ऐसा तब करते है जब उन्हें उनकी मनपसंद चीज लेने के लिए पैसे नहीं मिलते है। इसलिए मां-बाप का फर्ज बनता है कि ये ध्यान रखें कि बच्चे की दोस्ती किस के साथ है। साथ ही उसकी संगत पर भी विशेष ध्यान दें।
जिद करना
थोड़ी- बहुत तो जिद हर बच्चा करता है लेकिन जब वह हद से ज्यादा जिद करें तो ये उसके बिगड़ने की ओर इशारा करता है। अगर कहीं आपका बच्चा अपनी जिद को मनवाने के लिए खाना छोड़ दें, लगातार रोता रहें और खुद को नुकसान पहुंचाने की कोशिश करें तो ऐसे में उसके साथ थोड़ी सख्ती से पेश आए। हर बार उसकी जिद पूरी करने की जगह उसे सही और गलत में अंतर बताए।