30+ महिलाओं के लिए जरूरी 6 सुपरफूड्स, ब्रेस्ट कैंसर से बचाव के लिए रोज खाएं

punjabkesari.in Wednesday, Aug 20, 2025 - 05:09 PM (IST)

 नारी डेस्क:  30 साल की उम्र के बाद महिलाओं के शरीर में कई तरह के बदलाव शुरू हो जाते हैं। जैसे- एस्ट्रोजन हार्मोन का स्तर कम होना, पीरियड्स का अनियमित होना, हड्डियां कमजोर होना और कुछ तरह के कैंसर का खतरा बढ़ जाना। ये सभी बदलाव महिलाओं के शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य पर असर डालते हैं। ऐसे में सही खानपान और स्वस्थ आहार बेहद जरूरी हो जाता है।

न्यूट्रिशनिस्ट लीमा महाजन ने 30 साल से ऊपर की महिलाओं के लिए 6 ऐसे सुपरफूड्स की सूची दी है, जिन्हें रोजाना खाने से शरीर के हार्मोन संतुलित रहते हैं, एनर्जी बनी रहती है और कई बीमारियों से बचाव होता है। आइए जानते हैं इन सुपरफूड्स के बारे में विस्तार से

 फ्लैक्स सीड्स (अलसी के बीज)

फ्लैक्ससीड्स लिगनेन नामक पोषक तत्व से भरपूर होते हैं, जो स्तन कैंसर से बचाव करने में मदद करते हैं। ये हार्मोन संतुलन बनाए रखने और पीरियड्स को नियमित रखने में भी सहायक होते हैं। रोजाना एक टेबलस्पून भुने हुए अलसी के बीज का पाउडर खाने से ये फायदे मिलते हैं।

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 अनार

अनार में एलाजिक एसिड होता है, जो फाइबरॉयड को कम करने में मदद करता है। फाइबरॉयड गर्भाशय की मांसपेशियों में होने वाली गैर-कैंसरयुक्त वृद्धि होती है, जिससे पीरियड्स दर्दनाक और भारी हो सकते हैं। रोजाना आधा से एक कप अनार खाने से हार्मोन संतुलन ठीक रहता है और गर्भाशय स्वस्थ रहता है।

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 आंवला

आंवला विटामिन C से भरपूर होता है, जो स्किन, बालों और इम्यूनिटी के लिए फायदेमंद है। 30 के बाद कोलेजन का उत्पादन कम हो जाता है, लेकिन रोजाना ताजा आंवला या इसका जूस पीने से कोलेजन बढ़ता है, जिससे त्वचा और बाल स्वस्थ रहते हैं।

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 चिया सीड्स

चिया सीड्स में ओमेगा-3 फैटी एसिड और फाइबर होता है, जो ओवेरियन कैंसर के खतरे को कम कर सकता है। रोजाना 1 चम्मच भिगोए हुए चिया सीड्स खाने से दिल और दिमाग भी स्वस्थ रहते हैं।

 पुदीने की पत्तियां

पुदीने में आयरन भरपूर मात्रा में होता है, जो महिलाओं में अक्सर होने वाली आयरन की कमी को पूरा करता है। रोजाना 100 ग्राम ताजी पुदीना या 1-2 चम्मच सूखी पत्तियां खाने से आयरन की जरूरत पूरी होती है और थकान कम होती है।

 तिल के बीज

30 के बाद पीरियड्स अनियमित होने लगते हैं, लेकिन तिल के बीज खाने से प्राकृतिक रूप से प्रोजेस्टेरोन बढ़ता है। यह पीएमएस के लक्षणों को कम करता है और मासिक चक्र को नियमित करता है। 15वें दिन से मासिक धर्म तक रोजाना एक बड़ा चम्मच तिल के बीज खाने से फायदा होता है।

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नोट: यह जानकारी सामान्य स्वास्थ्य सुझाव के लिए है। किसी भी तरह के इलाज या दवा के विकल्प के रूप में इसे न लें। सही सलाह के लिए डॉक्टर से परामर्श जरूर करें।

30 के बाद महिलाओं के लिए फ्लैक्ससीड्स, अनार, आंवला, चिया सीड्स, पुदीना और तिल के बीज जैसे सुपरफूड्स को अपनी डाइट में शामिल करना बेहद जरूरी है। इससे न केवल शरीर की जरूरतों को पूरा किया जा सकता है बल्कि कैंसर, अनियमित पीरियड्स और हार्मोन असंतुलन जैसे खतरों से भी बचा जा सकता है।  


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Content Editor

Priya Yadav

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