109 मौतें, 707 सड़कें बंद और करोड़ों का नुकसान... 26 दिन तक बारिश ने हिमाचल में खूब मचाई तबाही

punjabkesari.in Thursday, Jul 17, 2025 - 12:23 PM (IST)

नारी डेस्क:  राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (SDMA) ने पुष्टि की है कि हिमाचल प्रदेश में 20 जून से 16 जुलाई, 2025 के बीच मानसून के कारण कुल 109 मौतें हुईं। इनमें से 64 लोगों की जान बारिश से संबंधित घटनाओं में गई, जबकि 45 लोगों की मौत सड़क दुर्घटनाओं में हुई, जो इस साल के मानसून के कहर से हुई व्यापक मानवीय क्षति को रेखांकित करता है।

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707 सड़कें हुई अवरुद्ध

राज्य आपातकालीन संचालन केंद्र (SEOC) द्वारा 17 जुलाई, 2025 को जारी सुबह की रिपोर्ट के अनुसार, 226 उत्तरी के पास राष्ट्रीय राजमार्ग 707 सहित कई सड़कें मुख्य रूप से भूस्खलन और भारी वर्षा के कारण अवरुद्ध हैं। इसके अतिरिक्त, मंडी, कुल्लू, कांगड़ा और सिरमौर जैसे जिलों में 52 वितरण ट्रांसफार्मर क्षेत्र (डीटीआर) और 137 जलापूर्ति योजनाएं बाधित हुई हैं। एसईओसी द्वारा संकलित आंकड़ों से पता चलता है कि बारिश से संबंधित मौतें भूस्खलन, अचानक बाढ़, बादल फटने, बिजली का झटका लगने, सांप के काटने और खड़ी ढलानों से गिरने के कारण हुईं। 
 

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883 करोड़ का हुआ नुकसान

बारिश से जुड़ी मौतों के मामले में सबसे ज्यादा प्रभावित जिले मंडी और कांगड़ा हैं, जिनमें से प्रत्येक में 16 मौतें हुई हैं, इसके बाद हमीरपुर (8), कुल्लू (4) और चंबा (3) हैं। इसके साथ ही, राज्य में सड़क दुर्घटनाओं में 45 मौतें हुईं, जिनमें सबसे ज्यादा कुल्लू और सोलन (7-7), चंबा (6) और शिमला, कांगड़ा, किन्नौर और मंडी जिलों से कई अन्य मौतें हुईं। एसडीएमए ने सार्वजनिक उपयोगिताओं और निजी संपत्ति को भी व्यापक नुकसान की सूचना दी, जिसका कुल मौद्रिक नुकसान 883 करोड़ रुपये से अधिक था। इसके अलावा, इस मौसम में 1,228 मवेशी और 21,500 मुर्गी पक्षी मारे गए हैं।
 


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vasudha

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