बाढ़ में अनाथ हुई 11 महीने की बच्ची को मिल गया पूरा परिवार, आंखों के सामने बह गए थे मम्मी-पापा
punjabkesari.in Monday, Jul 14, 2025 - 05:51 PM (IST)

नारी डेस्क: कुछ दिनों पहले हिमाचल प्रदेश के मंडी में आई भयंकर तबाही ने कई घरों को बर्बाद कर दिया। बादल फटने की घटना ने एक ही पल में सब कुछ हस- नहस कर दिया। यह हादसा 11 महीने की बच्ची को ऐसा दर्द दे गया जिससे उभर पाना बेहद मुश्किल है। उसकी माता- पिता और दादी आपदा में बह गए और वह अकेली कुदरत के कहर से जंग लड़ती रही। अनाथ हो चुकी इस मासूम को परिवार के रूप में पूरा गांव मिल गया है।
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30 जून की रात को जब बादल फटने से तलबाड़ा गांव में बाढ़ आई तो निकिता चमत्कारिक रूप से बच गई। एसडीएम स्मृतिका नेगी की गोद में खेलती निकिता की जग कहानी सामने आई तो दिल दहल उठा। हर किसी के मन में यही सवाल था कि इस बच्ची का क्या कसूर है जिसे भगवान ने ऐसी सजा दी। अब निकिता की बुआ तारा देवी और किरणा देवी की देखभाल कर रही हैं। हालांकि इस बच्ची के सिर के उपर हाथ रखने वालों की भी कमी नहीं है।
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बताया जा रहा है कि जिला प्रशासन को उस बच्ची को गोद लेने के लिए कई फोन आए, देश ही नहीं विदेश में बैठे लोग भी इस मासूम को लेकर चिंतित हैं और उसे सहारा देना चाहते हैं। हालांकि बच्ची का बुआ उसे गोद नहीं देंगी, उनका कहना है कि निकिता हमारा खून है और हम उसे किसी बाहरी व्यक्ति को नहीं दे सकते, वह उसे अपनी बेटी की तरह ही रखेंगी। इतना ही नहीं पूरा गांव इस बच्ची को पूरे गांव का आशीर्वाद है।
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बताया जा रहा है कि कोई निकिता के स्कूल में दाखिले की बात कर रहा है तो कोई आर्थिक सहयोग देना चाहता है। वहीं मंडी प्रशासन ने निकिता के नाम से एक बैंक खाता भी खोल दिया है ताकि लोग अपनी ओर से आर्थिक सहायता उसमें जमा कर सकें। अब तक करीब 25,000 रुपये जमा हो चुके हैं और सहायता का सिलसिला जारी है। इस बच्ची ने अपने मां-बाप तो खो दिए लेकिन इसके सिर पर कई लोगों का हाथ है।