कहीं खून ना मिलने पर गई जान तो कहीं ऐसे हो रही खून की बर्बादी!

punjabkesari.in Monday, Apr 24, 2017 - 01:22 PM (IST)

पंजाब केसरी(लाइफस्टाइल): कहते हैं रक्तदान सबसे बड़ा दान है। वहीं, लोगों की सोच भी रक्तदान को लेकर काफी सजग हो गई हैं लेकिन लोगों के रक्तदान करने के बावजूद भी समय पर लोगों की इसी कमी को पूरा नहीं किया जा रहा, जिससे वह मौत की चपेट में आ जाते हैं। दरअसल, देश में ब्लड बैंक होने के बावजूद भी पिछले 5 सालों में इंसानी खून के 28 लाख यूनिट को यूं ही बर्बाद कर दिया गया है। इससे पता लगता है कि ब्लड बैकों और अस्पतालों के बीच कोई तालमेल नहीं है।

अगर इसकी लीटर में गिनती की जाए तो पिछले 5 साल में 6 लाख लीटर से ज्यादा खून बर्बाद हुआ है। हर साल भारत में 30 लाख यूनिट खून की कमी होती है। अक्सर देखा जाता है कि खून, प्लाज्मा या प्लेटलेट की कमी के कारण कई लोगों की जान चली जाती हैं। उत्तर प्रदेश, कर्नाटक और तमिलनाडु में सबसे ज्यादा खराब स्थिति है। खून और रेड ब्लड सेल्स और प्लाज्मा जैसे जरूरी तत्वों का इस्तेमाल इनकी एक्सपायरी डेट से पहले नहीं किया जाता। आपको जानकर हैरानी होगी कि 2016-17 में 6.57 लाख से अधिक ब्लड और इसके उत्पाद बर्बाद हो गए। इनमें 50% प्लाजमा का था, जोकि एक शेल्फ लाइफ होता है।  


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Punjab Kesari

Recommended News

Related News

static