Smoking करने वालों में कोरोना से मौत का अधिक खतरनाक, WHO ने बताया कितना है रिस्क
punjabkesari.in Monday, May 31, 2021 - 11:09 AM (IST)
धूम्रपान एक नहीं बल्कि शरीर में कई तरह की बिमारियों को न्योता देता है। फेफड़ों के कैंसर के 90 फीसदी मामलों में वजह धूम्रपान ही है। इतना ही नहीं WHO ने तो यह भी कहा है कि धूम्रपान (Smoking) करने वालों में गंभीर बीमारी का खतरा तो होता ही है, लेकिन कोविड-19 की चपेट में आने से इनमें मौत का खतरा और अधिक बढ़ जाता है।
धूम्रपान करने वालों में कोरोना का 50 फीसदी ज्यादा खतरा-
जी हां, विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने बताया है कि धूम्रपान करके अपने फेफड़ों को नुकसान पहुंचाने वाले लोगों में कोविड की गंभीरता और इससे मौत का जोखिम 50 फीसदी ज्यादा होता है।
कोरोना से बचने के लिए धूम्रपान की लत को छोड़े-
WHO के महानिदेशक डॉ. टेड्रोस अधनोम घेब्रेयेसस 28 मई को जारी एक विज्ञप्ति में कहा कि, धूम्रपान करने वालों में कोरोना की गंभीरता और इससे मौत होने का जोखिम 50 फीसदी तक ज्यादा होता है, इसलिए कोरोना वायरस के जोखिम को कम करने के लिए धूम्रपान की लत को छोड़ना बहुत जरूरी है। धूम्रपान की वजह से कैंसर, दिल की बीमारी और सांस की बीमारियों का जोखिम भी बढ़ जाता है।
Tobacco-Free के लिए क्विट चैलेंज देता 6 महीने के लिए टिप्स-
डॉ. टेड्रोस ने कहा कि, हम सभी देशों से WHO के अभियान में शामिल होने और तंबाकू मुक्त वातावरण बनाने के लिए अपनी भूमिका निभाने का आग्रह करते हैं। लोगों को तंबाकू-धूम्रपान छोड़ने और तंबाकू मुक्त (Tobacco-Free) रहने में मदद करने के लिए, क्विट चैलेंज’ व्हाट्सएप, वाइबर, फेसबुक मैसेंजर और वीचैट के जरिए छह महीने के लिए टिप्स और प्रोत्साहन सूचनाएं देता है।
देश में ई-सिगरेट और गर्म तंबाकू उत्पादों पर लगाया प्रतिबंध-
वहीं इस बीच, डॉ. टेड्रोस ने भारत के केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन को देश में ई-सिगरेट और गर्म तंबाकू उत्पादों (HTPs) पर प्रतिबंध लगाने वाले 2019 के राष्ट्रीय कानून के लिए विशेष पुरस्कार भी दिया है।
धूम्रपान से हाथ से मुंह में वायरस के पहुंचने की संभावना बढ़ जाती है-
एक साल पहले, धूम्रपान से कोरोना के बढ़े खतरों के संबंध में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा था कि, धूम्रपान के चलते हाथ से मुंह में वायरस के पहुंचने की संभावना बढ़ जाती है, जिससे ऐसे लोगों के कोरोना से संक्रमित होने की संभावना भी ज्यादा होती है। मंत्रालय ने भारत में कोविड-19 महामारी और तंबाकू का उपयोग नाम के दस्तावेज के जरिए बताया था कि धूम्रपान करने वालों में बीमारी के गंभीर लक्षण पैदा होने या कोरोना से मरने की संभावना ज्यादा होती है, क्योंकि यह मुख्य रूप से फेफड़ों पर हमला करता है।