प्रिंस फिलीप के अंतिम संस्कार में 'रॉयल लेडीज' क्यों पहनेंगी ब्लैक ड्रेस और टोपी?
punjabkesari.in Thursday, Apr 15, 2021 - 01:26 PM (IST)
ड्यूक ऑफ एडिनबर्ग का अंतिम संस्कार शनिवार 17 अप्रैल को दोपहर 3 बजे सेंट जॉर्ज चैपल विंडसर में किया जाएगा। इससे पहले राॅयल फैमिली की सदियों पुरानी चली आ रही परंपरा के मुताबिक दिवंगत प्रिंस फीलीप को श्रद्धाजंलि दी जाएगी।
वहीं एक पुरानी परंपरा में यह भी शामिल है कि शाही परिवार की महिलाएं इस मौके पर क्य़ा पहनेंगी। यहां एक सख्त प्रोटोकाॅल है कि ऐसे मौके पर आने वाली शाही महिलाएं द क्वीन, द डचेस ऑफ कॉर्नवाल, डचेस ऑफ कैम्ब्रिज, काउंटेस ऑफ वेसेक्स, प्रिंसेस बीट्राइस , यूजनी और अन्य सभी शाही महिलाएं इस दौरान होने वाले समारोह में ब्लैक कलर की टाइट ड्रैसेस में ही नज़र आएंगी।
इस दौरान एक और एक्सेसरी बहुत जरूरी होती है जो है हेड कैप। ड्यूक के अंतिम संस्कार में शामिल होने सभी राॅयल लेड़िज़ से ऐसी उम्मीद जताई जा रही है कि वह हेड कैप या फैशिनेटर ड्रेस में नज़र आएंगी।
केट मिडलटन और मेघन मार्कल को अकसर क्रिसमस, बर्थडे और वैडिंग जैसे फंक्शन में हेडकैप पहने देखा गया है। बतां दें कि ऐसा इसलिए है क्योंकि शाही महिलाओं को सभी शाही औपचारिक फंक्शनों में टोपी पहनना अनिवार्य होता है। बस्टल के अनुसार, यह शिष्टाचार नियम 1950 के दशक से चलते आए हैं, ऐसा इसलिए क्योंकि किसी भी शाही अवसर पर राॅयल और अपर क्लास की महिलाओं का बाल दिखाना अशुभ माना जाता है।
हालांकि प्रिंस फीलीप के क्रीमेशन पर भाग लेने वाली सभी शाही महिलाओं को इन परंपराओं के अनुसार ही कपड़े पहनने होंगे, लेकिन परिवार का एक सदस्य ऐसा भी होगा जिसे थोड़ा अलग कपड़े पहनाए जा सकते हैं।
राजकुमारी ऐनी जोकि प्रिंस फिलिप की इकलौती बेटी है। परंपरा के अनुसार वह इस मौके पर अपनी सैन्य वर्दी में दिखाई दें सकतीं है, क्योंकि 19वीं शताब्दी के बाद से राजकीय अवसरों पर रॉयल्स ने सैन्य पोशाक ही पहना है।
वहीं, कोरोनावायरस प्रतिबंधों के कारण बकिघंम पैलेस के बाहर कोई भी पब्लिक इकट्ठी नहीं होगी ना ही कोई जुलूस निकाला जाएगा। हालांकि अंतिम संस्कार बीबीसी पर प्रसारित किया जाएगा और एक मिनट का मौन रखा जाएगा। ड्यूक के अंतिम संस्कार में केवल 30 लोग मेहमान के रूप में शामिल होंगे जिसमें प्रिंस फीलीप के बच्चे, पोते और परिवार के अन्य करीबी सदस्य है।