कब कराना चाहिए ब्लड टेस्ट अगर बुखार हो लगातार? एक्सपर्ट की सलाह
punjabkesari.in Wednesday, Sep 24, 2025 - 02:30 PM (IST)

नारी डेस्क: बुखार एक आम बीमारी है जो शरीर में किसी संक्रमण या अन्य स्वास्थ्य समस्या का संकेत दे सकता है। लेकिन कई बार बुखार ज्यादा दिनों तक बना रहता है या बार-बार लौटता है, तब यह चिंता का विषय बन सकता है। ऐसे में सही समय पर ब्लड टेस्ट कराना बेहद जरूरी हो जाता है ताकि बीमारी की सही वजह पता चल सके और उचित इलाज शुरू किया जा सके। आइए जानते हैं कि कितने दिन तक बुखार आने पर ब्लड टेस्ट कराना चाहिए और इसके पीछे के कारण क्या हैं।
बुखार कब सामान्य माना जाता है?
जब शरीर का तापमान सामान्य से बढ़ जाता है तो इसे बुखार कहते हैं। आमतौर पर 38 डिग्री सेल्सियस (100.4°F) से ऊपर का तापमान बुखार माना जाता है। अधिकांश मामूली संक्रमणों में बुखार 2-3 दिन में ठीक हो जाता है। इस दौरान आप आराम करें, ज्यादा पानी पियें और हल्का आहार लें।
कितने दिन तक बुखार आना खतरनाक हो सकता है?
अगर बुखार 3 से 5 दिनों तक लगातार बना रहे, या फिर बुखार कम होने के बाद फिर से लौट आए, तो इसे गंभीर माना जा सकता है। ऐसे में बिना डॉक्टर से सलाह लिए इंतजार करना ठीक नहीं होता। कभी-कभी बुखार किसी गंभीर संक्रमण जैसे मलेरिया, डेंगू, टाइफाइड, या किसी अन्य बीमारी का संकेत हो सकता है, जो ब्लड टेस्ट के जरिए ही ठीक से पता चलता है।
कब कराना चाहिए ब्लड टेस्ट?
अगर बुखार 3-5 दिन तक ठीक नहीं हो रहा हो। बुखार के साथ कमजोरी, सिरदर्द, पेट दर्द, उल्टी या शरीर में दर्द हो। बुखार बार-बार बढ़ता और कम होता रहे। बुखार के साथ खून की कमी या ब्लड प्रेशर में बदलाव महसूस हो। अगर आप मलेरिया या डेंगू के प्रभावित इलाके में रहते हैं या हाल ही में वहां गए हों। इन सभी स्थितियों में ब्लड टेस्ट कराना जरूरी होता है ताकि संक्रमण का पता चल सके और समय पर सही इलाज शुरू हो सके।
ब्लड टेस्ट से क्या-क्या पता चलता है?
ब्लड टेस्ट के माध्यम से डॉक्टर कई महत्वपूर्ण जानकारियां प्राप्त कर सकते हैं,
जैसे खून में संक्रमण के लक्षण (जैसे बैक्टीरिया या वायरस)
प्लेटलेट काउंट (डेंगू में प्लेटलेट्स कम हो जाती हैं)
व्हाइट ब्लड सेल्स की संख्या (इन्फेक्शन का संकेत)
मलेरिया या टाइफाइड जैसे बीमारी के लिए विशेष टेस्ट
ब्लड शुगर, लिवर और किडनी की स्थिति
इस तरह ब्लड टेस्ट बीमारी की जड़ तक पहुंचने में मदद करता है।
घर पर क्या करें जब तक रिपोर्ट न आए?
ब्लड टेस्ट कराने के बाद भी आपको आराम करना चाहिए और डॉक्टर के निर्देशों का पालन करना चाहिए। घर पर आप निम्न बातों का ध्यान रखें भरपूर पानी पियें ताकि डिहाइड्रेशन न हो। हल्का और पोषण युक्त आहार लें। बुखार घटाने के लिए पैरासिटामोल जैसी दवाओं का सेवन करें (डॉक्टर की सलाह अनुसार)। ज्यादा थकान या तनाव न लें। अगर बुखार बहुत ज्यादा बढ़ जाए या सांस लेने में दिक्कत हो, तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।
कब तुरंत डॉक्टर के पास जाना चाहिए?
अगर बुखार के साथ निम्न लक्षण दिखें तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें तेज बुखार जो गिर नहीं रहा हो, बार-बार उल्टी या दस्त। सांस लेने में दिक्कत ,बेहोशी या ज्यादा कमजोरी। त्वचा पर लाल दाने या ब्लडिंग होना। पेट में असामान्य दर्द ऐसे गंभीर लक्षणों में देरी न करें और तुरंत मेडिकल सहायता लें।
बुखार अगर 3 से 5 दिनों तक बना रहे या बार-बार लौटे, तो ब्लड टेस्ट कराना जरूरी है ताकि बीमारी का सही कारण पता चल सके। इससे समय पर सही इलाज शुरू किया जा सकता है और बड़ी समस्या से बचा जा सकता है। स्वास्थ्य का ध्यान रखें, समय-समय पर डॉक्टर से सलाह लें और बुखार को हल्के में न लें।