आयुर्वेद डाइट: मानसून में क्या खाएं और किन चीजों से रखें परहेज
punjabkesari.in Friday, Jun 26, 2020 - 04:37 PM (IST)
मानसून यानि बारिशों का मौसम शुरू हो चुका है। बारिश भले ही आपको चिलचिलाती गर्मी से राहत दिलाए लेकिन इस दौरान सर्दी-जुकाम, पैरों में इंफेक्शन, पेट में इंफेक्शन, फ्लू, फूड पॉइजनिंग, डायरिया व मलेरिया जैसी बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है। कमजोर इम्यून सिस्टम वाले लोगों को इसका और भी खतरा होता है। आयुर्वेद की मानें तो मानसून तीन दोषों (वात, पित्त, कफ) पर हावी होता है। ऐसे में सबसे जरूरी है सही खानपान।
यहां हम आपको बताएंगे कि आयुर्वेद के अनुसार, आपको मानसून सीजन में क्या खाना चाहिए और किससे परहेज रखना चाहिए।
गले में खराश हो तो क्या करें
. उबला हुआ गर्म पानी पीएं, जो पाचन क्रिया को सही रखने के साथ गले की खराश, सर्दी, कफ से बचाता है।
. गर्म दूध में हल्दी पाउडर डालकर पीएं। इससे गले में खराश व दर्द के अलावा सर्दी-खांसी की समस्या भी दूर रहेगी। साथ ही रात को सोने से पहले हल्दी वाला दूध पीने से नींद भी अच्छी आएगी।
. आप चाहे तो मानसून सीजन में तुलसी वाली चाय का सेवन भी कर सकते हैं। इसके अलावा पानी में हल्दी व तुलसी के पत्ते उबालकर गरारें करें।
पानी पीना जरूरी
बरसात के मौसम में वातावरण में काफी नमी रहती है। जिसके कारण प्यास कम लगती है। लेकिन फिर भी पानी जरूर पीएं। ध्यान रखें फिल्टर्ड और उबला हुआ पानी ही पिएं। इसके अलावा पानी को शुद्ध करने के लिए आप उसमें क्लोरीन की गोलियां भी डाल सकते हैं।
आयुर्वेद के ऐसी होनी चाहिए डाइट
अनाज: लाल चावल, सती चावल, गेहूं, ज्वार।
सब्जी: सभी प्रकार की लौकी, भिन्डी, परवल आदि।
फलियां: अरहर दाल, मूंग दाल, कुल्थी दाल, काली दाल।
लहसुन, प्याज, अदरक, सूरन
फल: खजूर, अंगूर, नारियल, शहतूत।
दूध और दूध के उत्पाद गाय का दूध, छाछ, घी।
अन्य चीजें: सेंधा नमक, धनिया, जीरा, गुड़, पुदीना, हींग, काली मिर्च, पिप्पली।
ब्रेकफास्ट, लंच और डिनर
ब्रेकफास्ट में ब्लैक टी के साथ पोहा, उपमा, इडली, सूखे टोस्ट या परांठे ले सकते है। लंच में तले-भुने खाने की बजाय दाल व सब्जी के साथ सलाद और रोटी लें। डिनर में वेजीटेबल, चपाती और सब्जी लें। इस मौसम में गर्मागरम सूप काफी फायदेमंद रहता है।
मानसून में क्या न खाएं
मानसून में तली-भुनी, मसालेदार, चाइनीज व जंक फूड्स से परहेज रखें। ऐसे आहार वात, पित्त और कफ दोष के बैलेंस को खराब कर देते हैं, जिससे आप सर्दी-खांसी, गले में खराश जैसी समस्याओं की चपेट में आ जाते हैं। इसके अलावा मटर, दाल (मसूर), चना, ट्यूबर पोटैटो, सिंघाड़ा, साबुदाना, कमलकंद, गाजर, जैकफ्रूट, ककड़ी, तरबूज, मस्कमेलन, मिठाई, फ्राइड फूड, श्रीखंड से भी परहेज रखें।
इन बातों का भी रखें ध्यान
. भोजन के साथ सलाद का सेवन जरूर करें।
. मानसून में भोजन जल्दी नहीं पचा पाता इसलिएआप खाना अच्छी तरह चबाकर खाएं।
. घर पर ही साफ-सुथरे तरीके से बनी चीजों को खाएं।
. फलों को साबुत खाने के बजाए सलाद के रूप में लें।
पत्तेदार सब्जियां
इस मौसम में हरी पत्तेदार सब्जियों में कीड़े हो सकते हैं इसलिए इन्हें खाने से परहेज करें। मटर का सेवन भी ना करें। अगर आप सब्जी लेना ही चाहते हैं तो उसकी अच्छी तरह जांच कर लें।
अगर आप भी बीमारियों से बचे रहना चाहते हैं तो इस आयुर्वेदिक डाइट को जरूर फॉलो करें। सेहत से जुड़ी अन्य जानकारी के लिए नारी केसरी पर विजिट करें।