भारत को किस नाम से बुलाते हैं अफगानिस्तान के लोग? चौंका देगा जवाब
punjabkesari.in Monday, Mar 10, 2025 - 02:54 PM (IST)

नारी डेस्क: भारत का इतिहास हजारों साल पुराना है। यह एक ऐसा देश है जिसकी समृद्धि और खुशहाली का कोई मुकाबला नहीं था। इस कारण ही भारत को "सोने की चिड़िया" कहा जाता था। भारतीय इतिहास को तीन प्रमुख भागों में बांटा जा सकता है जैसे की प्राचीन इतिहास, मध्यकालीन इतिहास, आधुनिक इतिहास।
भारत को कई नामों से जाना जाता है। कुछ लोग इसे "भारतवर्ष" के नाम से जानते हैं, तो कुछ लोग इसे "हिंदुस्तान", "हिंद", "भरतखंड", और "आर्यावर्त" जैसे नामों से भी पहचानते हैं। इसके अलावा, भारत को "जम्बूद्वीप" के नाम से भी जाना जाता है। इन विभिन्न नामों से यह स्पष्ट होता है कि भारत का इतिहास और उसकी पहचान कितनी पुरानी और विविध रही है।
भारत का इतिहास और उसकी पहचान
भारत का इतिहास बहुत लंबा और जटिल है। इस देश पर कई शक्तिशाली और प्रभावशाली राजाओं ने शासन किया है। भारत में कई आक्रमणकारी भी आए थे, जिन्होंने देश के इतिहास पर गहरे प्रभाव डाले। इस कारण, समय-समय पर भारत को अलग-अलग नामों से जाना जाता रहा है।
आज भी कई पुराने लोग या प्राचीन किताबों में भारत के पुराने नामों का जिक्र मिलता है। इतिहासकारों की किताबों में भी आपको भारत के कई अलग-अलग नाम देखने को मिलेंगे। कभी-कभी, भारत की पहचान किसी राजा के नाम से होती है, और कभी-कभी इसे हिंदू धर्म के संदर्भ में देखा जाता है।
अफगानिस्तान में हिन्दू राजा
अफ़गानिस्तान में कई प्रमुख हिन्दू राजा हुए थे जिन्होंने वहां शासन किया। इनमें राजा कल्लार, सामंतदेव, अष्टपाल, भीम, जयपाल, आनंदपाल, भीमपाल और त्रिलोचनपाल जैसे नामी राजा शामिल थे। ये सभी राजा हिन्दू धर्म से संबंधित थे। महाभारत में भी अफगानिस्तान का उल्लेख किया गया है, और इसे "पूर्व गांधार" के रूप में जाना जाता था।
अफगानिस्तान के लोग भारत को क्या कहते हैं?
भारत को दुनिया भर में कई नामों से जाना जाता है, जैसे "इंडिया", "तियानझू", और "हिमवर्ष"। लेकिन क्या आप जानते हैं कि अफगानिस्तान के लोग भारत को किस नाम से जानते हैं? अफगानिस्तान के लोग भारत को "हिंदुस्तान" के नाम से पहचानते हैं। यह नाम अफगानिस्तान के इतिहास से जुड़ा हुआ है, क्योंकि अफगानिस्तान कभी अखंड भारत का हिस्सा था। सातवीं शताब्दी तक अफगानिस्तान भारत का हिस्सा था। उस समय अफ़गानिस्तान में कई हिन्दू राजाओं का शासन था।