आखिर क्या होता है नाभि का खिसकना, जानें लक्षण और घरेलु उपाय
punjabkesari.in Friday, Oct 21, 2022 - 03:13 PM (IST)
बचपन में अक्सर आपने नानी मां से नाभि गिरने पर मालिश करवाई होगी। कई लोग इसे धरण भी कहते हैं। कहा जाता है की ज्यादा भार उठाने की वज़ह से नाभि खिसक जाती है। नाभि खिसकने से बहुत बुरा वाला पेट दर्द होता है। आपको बता दें कि नाभि खिसकने को लेकर विज्ञान के पास अभी कोई इलाज नहीं है। ज्यादातर यह समस्या महिलाओं में देखने को मिलती है। आईए जानते है नाभि खिसकना क्या होता है, इसके लक्षण और कुछ घरेलु इलाज।
नाभि खिसकना क्या होता है?
जब खाली पेट जरुरत से ज्यादा मेहनत वाला काम किया जाए तो पेट की मांसपेशियां और नाभि में मरोड़ आ जाता है। ऐसे होने पर अक्सर नाभि अपने जगह से हट कर उपर या नीचे हो जाती है। इसी प्रकिया को नाभि का खिसकना बोलते हैं।
नाभि खिसकने का कारण
भारी वज़न उठाने के आलवा भी कई सारी वज़ह से नाभि गिर सकती है।
1. अचानक मुड़ने या झुकने से
2. भार उठा कर सीढ़ियां चढ़ना
3. मसालेदार खाना खाने से
4. पैरों पर दवाब पड़ने से
5. कुछ यौन गतिविधयां
6. दौड़ने से
नाभि खिसकने के लक्षण
1. नाभि नीचे की ओर खिसकने पर दस्त और पाचनतंत्र में गड़बड़ी होती है।
2. नाभि आगे-पीछे खिसकने से पेट में दर्द होना शुरू हो जाता है।
3. कई बार नाभि ऊपर की ओर खिसकने से उल्टी, कब्ज और जी मचलना जैसे लक्षण होते हैं।
4. महिलाओं में नाभि खिसकने से कई तरह की परेशानियां शुरू हो जाती हैं, जिसमें गर्भाशय से सम्बंधित परेशानी और मासिक धर्म का अनियमित होना शामिल है। इसमें पेट के निचले हिस्से से पीठ के निचले हिस्से और जांघों में दर्द होता है।
5. नाभि का बाएं कुल्हे की तरफ खिसकने से शरीर के दाएं भाग में समस्याएं उत्पन्न होती है।
6. बाई तरफ नाभि खिसकने से किडनी में कठोरता और आंतों में दर्द होने लगता है।
नाभि खिसने पर घरेलु उपचार
नाभि पर दिया या मोमबत्ती
खिसकी हुई नाभि के लक्षण जानने के बाद इस विधि को करने के लिए दीप या मोमबत्ती के साथ ही एक कांच का गिलास भी उपयोग में लिया जाता है। इसके लिए सबसे पहले जमीन पर पीठ के बल लेटना होता है। फिर नाभि पर जलता हुआ दिया या फिर मोमबत्ती को रखा जाता है। फिर गिलास से ढक देते हैं। ऐसा करने से कांच के गिलास में वैक्यूम जैसा प्रेशर बनता है, जिससे नाभि धीरे-धीरे अपने स्थान पर आ जा सकती है।
मालिश
मालिश धरण का देसी इलाज हो सकता है। बड़े-बुजुर्ग नाभि खिसकने पर इसे ठीक करने के लिए सबसे पहले मालिश की सलाह देते हैं। आयुर्वेद से जुड़े एक रिसर्च में भी मालिश को धरण का देसी इलाज बताया है। मालिश के दौरान खिचकी हुई नाभि अपनी जगह आ सकती है।
सीढ़ियों से कूदना
नाभि खिसकने के घरेलू उपाय में कूदने को भी शामिल किया जा सकता है। ध्यान रहे कि पैरों के पंजे के बल पर कूदना होता है न कि तलवे के बल। इसके लिए सीढ़ी के सबसे निचले तल में खड़े हो जाएं और वहां से दो से चार बार तक कूदा जा सकता है। एक बाद कूदने के बाद थोड़ी देर रुकें और फिर दोबारा से कूदें।