सिर ही नहीं आंखों का माइग्रेन भी हो सकता है खतरनाक, लक्षण दिखने पर न करें इग्नोर
punjabkesari.in Wednesday, Jun 22, 2022 - 10:39 AM (IST)
कोई भी बीमारी शरीर के लिए अच्छी नहीं होती। आजकल के बदलते लाइफस्टाइल के कारण कई लोग बीमारियों से घिरे हुए हैं। जिनमें डायबिटीज, मोटापा, हाई ब्लड प्रेशर आम है। माइग्रेन भी एक ऐसी ही बीमारियों में से एक है। सिर के माइग्रेन के बारे में तो अधिकतर लोग जानते हैं, लेकिन आंखों के माइग्रेन के बारे में अभी तक कई लोगों में जागरुकता नहीं है। आंखों का माईग्रेन पुरुषों की तुलना में महिलाओं को अधिक होता है। महिलाएं अत्यधिक अपने स्वास्थ्य को लेकर गंभीर नहीं होती। इसी कारण वह आई माइग्रेन को लक्ष्णों को इग्नोर कर देती हैं। तो चलिए आपके बताते हैं इस बीमारी के लक्षण...
क्या होता है आंखों का माइग्रेन?
आंखों का माइग्रेन में व्यक्ति को आंखों से जुड़ी कई समस्याएं होती हैं। यह आवश्यक नहीं है कि पीड़ित रोगी को सिर्फ दर्द हो, इस दौरान कुछ समय के लिए आपको चीजें दिखाई देना भी बंद हो सकती हैं। आई माइग्रेन का अटैक 5 से 30 मिनट के लिए आता है, इसके बाद चीजें सामान्य होने लग जाती हैं। आंखों की रोशनी पर भी कोई स्थायी असर नहीं पड़ता, हालांकि सिर्फ अटैक के दौरान कुछ समय के लिए चीजें आपको धुंधली दिखाई दे सकती हैं।
क्यों होता है आंखोंं का माइग्रेन?
इसका मुख्य कारण आंखों से जुड़ी धमनियों में रक्त संचार की कमी होती है। इसके अलावा रेटिना या फिर आंख के पीछे रक्त वाहिकाओं में ऐंठन के कारण भी आई माइग्रेन की परेशानी हो सकती है। न्यूरोलॉजिकल समस्याओं के कारण भी आइ माइग्रेन हो सकता है। न्यूरोलॉजिकल लक्ष्णों में आपको सिरदर्द जैसी समस्या नहीं होती।
न्यूरोलॉजिकल लक्षण
. यदि आपको किसी भी चीज को देखते हुए ऐसा महसूस हो रहा है कि आपकी आंखें हिल रही हैं, या फिर देखते समय किनारों की तरफ देखते समय दांतेदार छवि का विकसित होना।
. आंखों में अचानक से अलग-अलग ज्योमेट्रिक शेप दिखाई देना।
. अचानक से धुधंला दिखाई देना और फिर अपने आप ही सब साफ दिखाई देना।
इसके कारण
. यदि आप पिछले कुछ समय से तनाव में चल रहे हैं तो आपको आई माइग्रेन हो सकता है।
. इसके अलावा अगर आपका ब्लड प्रेशर अधिक रहता है तो भी आपको आई माइग्रेन हो सकता है।
. चॉकलेट, चीज या फिर किसी आर्टिफिशयल स्वीटनर्स से आपको एलर्जी है तो भी आप आई माइग्रेन का शिकार हो सकते हैं।
. शरीर में पानी की कमी होने के कारण।
. ब्लड शुगर लेवल कम या ज्यादा होने के कारण।
. अधिक गर्मी में ज्यादा देर तक रहने के कारण ।
. अगर आप स्मोकिंग या फिर किसी नशे की लत छोड़ना चाहते हैं तो शुरुआती समय में आपको यह समस्या हो सकती है।
क्या है इलाज?
इस बीमारी का इलाज यही है कि जिन कारणों से आई माइग्रेन रहता है उनसे बचकर रहें। अगर आपकी समस्या ज्यादा बढ़ गई है और आपको बार-बार आई माइग्रेन के अटैक आ रहे हैं तो आप डॉक्टर से भी अवश्य संपर्क करें।