इस फिल्म के बाद विद्या बालन को लग गई थी स्मोकिंग की लत, बोली- अब मुझे मजा आता है
punjabkesari.in Friday, Apr 26, 2024 - 03:33 PM (IST)
बॉलीवुड इंडस्ट्री चकाचौंध के जानी जाती है। हालांकि यहां पर फिट होने के लिए खुद को बदलना पड़ता है। बॉलीवुड की गलियों में शराब और सिगरेट तो जैसे आम चीज है कई बार सेलेब्स को नशे में धुत देखा गया है। बॉलीवुड एक्ट्रेस विद्या बालन भी यहां रहकर अच्छी कम बुरी आदत ज्यादा सीख गई हैं। उन्हें एक फिल्म के दौरान सिगरेट की ऐसी लत लगी जो अभी तक छूट नहीं पाई है।
विद्या बालन की फिल्म 'द डर्टी पिक्चर' तो सभी को याद होगी ही, इस फिल्म में शानदार किरदार के चलते उन्हें बेस्ट एक्ट्रेस का नेशनल अवॉर्ड भी मिला था। जहां इस फिल्म के जरिए उन्होंने अपना नाम रोशन किया तो वहीं दूसरी तरफ एक बुरी लत का शिकार भी हो गई। एक्ट्रेस ने इस फिल्म में साउथ की मशहूर हीरोइन रहीं सिल्क स्मिता का किरदार निभाया था, उनकी आदतें विघा पर बुरी तरह से हावी हो गई।
दरअसल यूट्यूब टॉक शो, अनफिल्टर्ड विद समदीश पर एक बातचीत में, विद्या बालन ने अपनी जिंदगी से जुड़ी कई बातें की। उन्होंने कहा- 'द डर्टी पिक्चर' से पहले मैं स्मोकिंग करना जानती तो थी पर मुझे इसकी आदत नहीं थी। फिल्म बाद रियल लाइफ में भी मैं स्मोकिंग करने लगी थीं, तब मैं रोजाना दो से तीन सिगरेट पीती थीं। उन्होंने कहा- स्मोकिंग करने वाली महिलाओं के बारे में एक निश्चित धारणा होती है। अब तो बहुत कम है, लेकिन पहले बहुत ज्यादा थी।'
विद्या आगे कहती हैं कि- 'मुझे यह बात कैमरे पर कहनी नहीं चाहिए लेकिन मैं स्मोकिंग एंजॉय करती हूं। अगर आपने मुझसे कहा होता कि सिगरेट से कोई नुकसान नहीं होता तो मैं धूम्रपान करने वाली बन गई होती, मुझे धुएं की गंध बहुत पसंद है। यहां तक कि अपने कॉलेज के दिनों में बस स्टॉप पर भी, मैं उन लोगों के बगल में बैठती थी, जो स्मोकिंग करते थे।'
विद्या बालन को मिलन लुथरिया के डायरेक्शन में बनी फिल्म ‘द डर्टी पिक्चर’ से इंडस्ट्री में खास पहचान बनाई थी। वैसे तो इस फिल्म में नसीरुद्दीन शाह, इमरान हाशमी और तुषार कपूर भी अहम रोल में नजर आए थे। मगर विद्या ने अपनी बोल्ड एक्टिंग से सारी वाहवाही लूट ली थी। उनके बोल्ड सीन पर उठे सवाल को लेकर उन्होंने कहा था कि- ऐसा कहा जाता है कि लोग स्मोकिंग, ड्रिंकिंग और वल्गेरिटी फिल्में देखकर सीखते हैं, लेकिन फिर जब फिल्में अच्छी चीजें सिखाती है, तो लोग उसे क्यों नहीं सीखते हैं।