श्रीकृष्ण की 5 प्रिय चीजें, जन्माष्टमी के खास उपाय चमका देंगे आपकी सोई किस्मत

punjabkesari.in Wednesday, Aug 12, 2020 - 09:23 AM (IST)

नंद के लाल भगवान श्री कृष्ण के जन्म के उपलक्ष्य में देश विदेश में बड़ी धूमधाम से जन्माष्टमी पर्व मनाया जाता है। हिंदू धर्म में इस पर्व का खास महत्व है महिलाएं इस दिन जन्माष्टमी का व्रत रखती हैं। इसमें महिलाएं सुबह से लेकर रात 12 बजे तक निर्जला व्रत रखती हैं। मान्यता है कि जन्माष्टमी व्रत रखने से संतान सुख की प्राप्ति होती है। पति व संतान की आयु भी लंबी होती है। वहीं कुवांरी लड़कियां श्रीकृष्ण जैसे वर पाने की कामना से यह व्रत रखती हैं।

इस दिन आप भी कुछ बातों का ध्यान रखें और कुछ उपाय जरूर करें, घर में सुख समृद्धि के साथ आपकी हर मनोकामना पूरी होगी।

1. विष्णु जी को शंख प्रिय है। जन्माष्टमी पर शंख में दूध डालकर नंदलाल का अभिषेक करें और फिर देवी लक्ष्मी की पूजा-अर्चना करें। इससे आपकी मनोकामना पूरी होगी। पीले चंदन में गुलाब की पंखुड़ियां व केसर मिलाकर बाल गोपाल को तिलक लगाएं।

2. कान्हा के लिए आप जो भी प्रसाद बनाए उसमें तुलसी के पत्ते जरूर डालें। इससे भगवान प्रसन्न होंगे लेकिन एक दिन पहले ही तुलसी तोड़ लें क्योंकि जन्माष्टमी पर तुलसी तोड़ना वर्जित है।

3. मोरपंख श्रीकृष्ण को अति प्रिय है इसलिए कान्हा जी को मोर पंख जरूर अर्पित करें। इसे घर पर रखने से कलह-क्लेश दूर रहेगा। घर में सुख-शांति व समृद्धि आती है।

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4. कृष्णा को बांसुरी बेहद प्रिय है। जन्माष्टमी के दिन कृष्ण जी को चांदी का बांसुरी अर्पित करनी चाहिए और पूजा के बाद इस बांसुरी को अपने पर्स या पैसे रखने के स्थान पर रख दें।

5. कृष्ण जी को ग्वाला भी कहा जाता है,क्योंकि वह गाय व बछड़ों को चराते थे इसीलिए जन्माष्टमी के दिन घर में गाय तथा बछड़े की छोटी सी प्रतिमा लेकर आएं। इससे आपकी पैसों से जुड़ी समस्याएं दूर होंगी और आपकी आर्थिक स्थिति में सुधार आएगा और संतान से जुड़ी परेशानियां भी दूर होगी।

6. जन्माष्टमी पर भगवान श्री कृष्ण को 56 भोग जरूर लगवाएं।धार्मिक मान्यता के अनुसार, 56 भोग से भगवान प्रसन्न हो जाते हैं व भक्तों की सारी मनोकामनाएं पूरी होती हैं।

7. भगवान श्री हरि विष्णु और माता लक्ष्मी को पारिजात के पुष्प बेहद प्रिय हैं और कृष्ण जी विष्णु जी का ही अवतार हैं, इसलिए जन्माष्टमी के दिन पूजा में परिजात के फूल अवश्य शामिल करें। कथाओं के अनुसार, पारिजात वृक्ष की उत्पत्ति समुद्र मंथन के दौरान हुई थी। फिर देवराज इंद्र द्वारा इसे स्वर्ग में स्थापित कर दिया गया था। पारिजात जिसे हरश्रृंगार भी कहा जाता है, के फूलों का देवपूजा में विशेष महत्व है। जल से उत्पत्ति होने के कारण देवी लक्ष्मी को पारिजात के फूल अतिप्रिय हैं क्योंकि देवी लक्ष्मी का प्रादुर्भाव भी समुद्र मंथन के दौरान जल से ही हुआ था।

8. जीवन में आर्थिक व अन्य परेशानियां चल रही हैं तो दूर करने के लिए इस शुभ दिन पर बाल गोपाल जी को नारियल और बादाम का भोग लगाएं।

9. घर पर बरकत बनाएं रखने के लिए इस दिन पान के पत्ते पर तिलक से श्रीयंत्र बनाकर उसे अपनी तिजोरी में रखें।

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10. कृष्ण जन्माष्टमी के दिन धार्मिक स्थल पर जाकर या गरीबों को फल और अनाज दान करने से शुभफल की प्राप्ति होती है।

11. 10 कौड़ियों को सिंदूर से रंगे और फिर जन्माष्टमी की रात उसे लाल कपड़े में लपेटकर पेड़ के नीचे रख दें। दीपक जलाकर भगवान कृष्ण के 'गोपीजनवल्लभाय स्वाहा', मंत्र का जाप करें। इससे धन संबंधी समस्याएं दूर होंगी।

12. इस शुभ दिन पर घर या मंदिर में 2 केले के पेड़ लगाएं। इससे देवी लक्ष्मी की कृपा आप पर हमेशा बनी रहेगी।

13. जन्माष्टमी की रात ठीक 12 बजे साबुत उड़द की काली दाल और चावल मिलाकर घर के बाहर किसी एकांत जगह पर गड्ढ़े में दबाएं। इससे घर की नेगेटिविटी दूर होगी।

14. जन्माष्टमी के शुभ अवसर पर अपने घर के मंदिर के दरवाजे खुले रखें। साथ ही रात के समय वहां पर दीये जलाकर अच्छे से रोशनी का प्रबंध करें।

15. घर के मंदिर में बालरूप कृष्णा जी की मूर्ति रखना बेहद शुभ माना जाता है। कान्हा जी की मूर्ति बैठी हुई मुद्रा में होनी चाहिए। आप लड्डू गोपाल भी मंदिर में रख सकते हैं। लड्डू गोपाल आप खुद लेने की बजाए किसी रिश्तेदार व अपने भाई-बहन या दोस्त से उपहार में लें। यह बहुत शुभ माना जाता है।

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Content Writer

Vandana

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