घर में कांच टूटना शुभ संकेत या बड़ा अपशकुन? जानें क्या कहते हैं वास्तु शास्त्र
punjabkesari.in Wednesday, Dec 18, 2024 - 10:25 AM (IST)
नारी डेस्क: वास्तु शास्त्र के अनुसार, घर में कांच का टूटना शुभ और अशुभ दोनों हो सकता है। यह इस बात पर निर्भर करता है कि कांच कैसे टूटा है और किस परिस्थिति में यह घटना हुई। भारतीय परंपरा में कांच टूटने को प्राचीन काल से ही विशेष संकेतों से जोड़ा गया है। हालांकि, कुछ लोग इसे संकट टलने और सौभाग्य आने का प्रतीक भी मानते हैं। आइए, जानते हैं कांच टूटने के अलग-अलग संकेत और उनसे जुड़े वास्तु शास्त्र के नियम।
कांच टूटने के संकेत: शुभ या अशुभ?
घर में शीशे का टूटना
यदि घर में कोई शीशा अचानक टूटता है, तो इसे वास्तु के अनुसार शुभ संकेत माना जाता है। यह माना जाता है कि यह टूटना आपके घर से किसी बड़ी बुराई या संकट के टलने का संकेत है। हालांकि, इसे तुरंत साफ कर घर के बाहर फेंक देना चाहिए ताकि नकारात्मकता वापस न आए।
दरवाजे या खिड़की का कांच टूटना
अगर दरवाजे या खिड़की का कांच टूटे या इसमें दरार आ जाए, तो इसे अपशकुन नहीं माना जाता। वास्तु शास्त्र के अनुसार, यह संकेत देता है कि आपके जीवन में कोई अच्छी खबर या आर्थिक स्थिति में सुधार हो सकता है।
गलती से कांच का टूटना
अगर कोई कांच गलती से टूट जाता है, तो इसे भी शुभ संकेत माना जाता है। माना जाता है कि बुरी ऊर्जा या नकारात्मकता घर से बाहर जा रही है और सौभाग्य आपके जीवन में प्रवेश कर रहा है।
ये भी पढ़े : आटा गूंथने के बाद उंगली के निशान क्यों बनाते हैं? जानिए इस परंपरा के पीछे का सच!
कांच टूटने से जुड़ी जरूरी बातें
टूटे कांच को तुरंत साफ करें
अगर घर में कोई कांच टूट जाए, तो उसे तुरंत साफ कर बाहर फेंक देना चाहिए। यह वास्तु शास्त्र के अनुसार शुभ माना जाता है। जब कांच टूटता है, तो यह नकारात्मक ऊर्जा का संकेत हो सकता है, और उसे जल्द से जल्द साफ कर बाहर फेंकने से घर में नकारात्मकता दूर होती है। इस दौरान किसी प्रकार का शोर-शराबा न करें और चुपचाप कांच के टुकड़ों को समेटकर घर से बाहर निकालें। इसे अधिक समय तक घर में न छोड़ें, क्योंकि यह आपके घर के वातावरण को प्रभावित कर सकता है। साफ-सफाई के बाद घर में सकारात्मक ऊर्जा का वास होता है, जो भविष्य में अच्छे बदलाव लाता है।
शीशे के आकार का ध्यान रखें
घर में शीशा लगाते समय वास्तु शास्त्र के अनुसार उसके आकार का विशेष ध्यान रखना चाहिए। गोल या अंडाकार (ओवल) आकार के शीशे घर में नहीं लगने चाहिए, क्योंकि ये घर की सकारात्मक ऊर्जा को नकारात्मक ऊर्जा में बदल सकते हैं। ऐसे शीशे घर के वातावरण को असंतुलित कर सकते हैं और परिवार में तनाव, लड़ाई-झगड़े या अन्य नकारात्मक घटनाएं बढ़ा सकते हैं। इसके बजाय, चौकोर या आयताकार आकार का शीशा लगाना अधिक शुभ माना जाता है। ये शीशे घर की ऊर्जा को स्थिर और सकारात्मक बनाए रखते हैं, जो परिवार के लिए सुख और समृद्धि लाते हैं।
कांच का टूटना और भविष्य
वास्तु शास्त्र के अनुसार, कांच का टूटना अक्सर यह संकेत देता है कि आपके जीवन में कुछ अच्छा होने वाला है। इसे संकट टलने और सौभाग्य के आने का संकेत माना जाता है। यह किसी बुरी घटना के न होने का, या किसी पुराने परेशानियों के समाप्त होने का प्रतीक हो सकता है। इसके अलावा, यह संकेत देता है कि आपके आर्थिक हालात में सुधार हो सकता है या कोई सुखद समाचार मिलने वाला है। अगर घर में कांच टूटे, तो इसे किसी अशुभ घटना के रूप में न लें, बल्कि इसे सकारात्मक बदलाव के रूप में स्वीकार करें और अपने जीवन में आने वाले अच्छे समय का स्वागत करें।
ध्यान रखने योग्य बातें
1. टूटे हुए कांच को ज्यादा देर तक घर में न रखें।
2. इसे समेटते समय सावधानी बरतें और इसे घर से बाहर किसी सुरक्षित स्थान पर फेंकें।
3. घर में लगे शीशे को साफ और अच्छी स्थिति में रखें।
4. शीशे को वास्तु के अनुकूल दिशा में लगाएं, जिससे सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह हो।
वास्तु शास्त्र हमें यह सिखाता है कि हर घटना का एक गहरा अर्थ और प्रभाव होता है। कांच का टूटना, चाहे शुभ हो या अशुभ, यह हमें सतर्कता और सकारात्मक दृष्टिकोण रखने का संदेश देता है। इसलिए, वास्तु के नियमों का पालन करते हुए घर में कांच या शीशे का सही उपयोग करें और किसी भी अनहोनी से बचें।