महिलाओं की इस एक गलती की वजह से होता है यूरिन इंफेक्शन, जानें वजह और बचाव
punjabkesari.in Sunday, Jun 29, 2025 - 06:12 PM (IST)

नारी डेस्क: यूरिन इंफेक्शन, जिसे मेडिकल भाषा में यूरिन ट्रैक्ट इंफेक्शन (UTI) कहते हैं, महिलाओं में एक आम और परेशान करने वाली समस्या है। इसमें बैक्टीरिया यूरिन ट्रैक्ट में जाकर ब्लैडर, किडनी या यूरिन सिस्टम के अन्य हिस्सों में इंफेक्शन पैदा कर देते हैं।
यूरिन इंफेक्शन के सामान्य लक्षण
पेशाब करते वक्त जलन या दर्द होना
बार-बार पेशाब आना
पेशाब में खून आना
पेट के निचले हिस्से में दर्द या दबाव महसूस होना
पेशाब का रंग बदलना या बदबूदार होना
कुछ मामलों में बुखार, ठंड लगना और उल्टी भी हो सकती है
महिलाओं में यूरिन इंफेक्शन क्यों ज्यादा होता है?
महिलाओं के शरीर की संरचना पुरुषों से अलग होती है। महिलाओं का यूरिन ट्रैक्ट छोटा होता है और योनि के पास स्थित होता है, जिससे बैक्टीरिया के लिए ब्लैडर तक पहुंचना आसान हो जाता है। इसी वजह से महिलाओं में यह समस्या ज्यादा देखी जाती है।
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गलत आदतें बढ़ाती हैं यूरिन इंफेक्शन का खतरा
टॉयलेट पेपर का गलत इस्तेमाल: महिलाओं को पसीना या गंदगी हटाने के लिए टॉयलेट पेपर को आगे से पीछे की तरफ साफ करना चाहिए, ताकि बैक्टीरिया योनि की ओर न जा सकें।
पानी कम पीना: शरीर में पानी की कमी से यूरिन का उत्पादन कम होता है, जिससे बैक्टीरिया को ब्लैडर में बढ़ने का मौका मिलता है।
पेशाब रोकना: पेशाब को लंबे समय तक रोककर रखने से बैक्टीरिया का विकास होता है।
साफ-सफाई की कमी: टॉयलेट के बाद या शारीरिक संबंध बनाने के बाद सही तरीके से साफ-सफाई न करने से भी संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है।
शारीरिक संबंध और प्रेग्नेंसी में खतरा
यूरिन इंफेक्शन शारीरिक संबंध से होने वाली बीमारी नहीं है, लेकिन शारीरिक संबंध के दौरान बैक्टीरिया यूरिन ट्रैक्ट में प्रवेश कर सकते हैं। इसके अलावा, प्रेग्नेंसी के दौरान हार्मोन और शरीर में होने वाले बदलावों की वजह से भी महिलाएं इस समस्या की चपेट में आ सकती हैं।
डायबिटीज और यूरिन इंफेक्शन
डायबिटीज से पीड़ित महिलाओं में हाई ब्लड शुगर लेवल की वजह से बैक्टीरिया तेजी से बढ़ते हैं, जिससे यूरिन इंफेक्शन का खतरा बढ़ जाता है।
कैसे बचें यूरिन इंफेक्शन से?
रोजाना पर्याप्त मात्रा में पानी पिएं ताकि यूरिन बार-बार आए और बैक्टीरिया ब्लैडर से बाहर निकल जाएं। टॉयलेट इस्तेमाल करने के बाद हमेशा आगे से पीछे की दिशा में साफ-सफाई करें। पेशाब को ज्यादा देर तक रोककर न रखें। शारीरिक संबंध के बाद साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखें। टॉयलेट और व्यक्तिगत स्वच्छता का ध्यान रखें।
यूरिन इंफेक्शन को हल्के में न लें। अगर लक्षण दिखें तो तुरंत डॉक्टर से सलाह लें और उचित इलाज कराएं। इससे बड़ी समस्याओं से बचा जा सकता है।