पहले से कहीं अधिक क्यों पैदा हो रहे जुड़वां बच्चे ? इन महिलाओं को होते हैं Twins होने के चांस
punjabkesari.in Monday, Jan 27, 2025 - 02:24 PM (IST)
नारी डेस्क: दुनियाभर में महिलाएं कम बच्चों को जन्म दे रही हैं। जन्म दर में इस गिरावट के बावजूद, आज जुड़वां और एक साथ तीन बच्चों के जन्म के मामले पहले की तुलना में काफी बढ़े हैं। इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ है - और शोध से जुड़वां बच्चों की दरों में निरंतर वृद्धि का अनुमान जताया जा रहा है। दुनिया भर में हर साल लगभग 1.6 मिलियन जुड़वां बच्चे पैदा होते हैं, जिनमें से हर 42 बच्चों में से एक जुड़वां होता है।
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बच्चों के जन्म की दरें हुई हैं कम
पिछले वर्षों में, जुड़वां बच्चों के जन्म की दरें समग्र जन्म दरों के अनुरूप कम हुई हैं। ऐसा होने के कई कारण हो सकते हैं। अधिक उम्र में गर्भधारण तथा प्रजनन उपचारों का अधिक उपयोग जैसे सामाजिक कारक इसके प्रमुख कारण प्रतीत होते हैं। हालांकि एक समय में एक बच्चे की तुलना में कई बच्चे पैदा होना कम आम बात है, लेकिन कई बच्चे पैदा होना मानव प्रजनन का एक स्वाभाविक हिस्सा है। लगभग हर 60 गर्भधारण में से एक में कई बच्चे पैदा होते हैं - चाहे वह दो, तीन या छह बच्चे हों।
अधिक उम्र में मां बनने का ट्रेंड
आजकल महिलाएं अपने करियर और व्यक्तिगत कारणों से देर से मां बनना पसंद कर रही हैं। 30-40 वर्ष की उम्र में गर्भधारण करने पर जुड़वां बच्चों का जन्म होने की संभावना बढ़ जाती है। इसकी वजह यह है कि इस उम्र में महिलाओं का शरीर स्वाभाविक रूप से ज्यादा अंडे रिलीज करता है, जिसे हाइपरओव्यूलेशन कहते हैं।अगर परिवार में जुड़वां बच्चों का इतिहास है, तो उनके होने की संभावना बढ़ जाती है।
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कब होते हैं जुड़वां बच्चे पैदा
जुड़वां बच्चे तब होते हैं जब दो अलग-अलग अंडे एक ही समय में निषेचित (फर्टिलाइज) होते हैं, या जब एक निषेचित अंडा दो भागों में विभाजित हो जाता है। ‘हाइपर-ओव्यूलेशन' के परिणामस्वरूप भी कई बच्चे पैदा हो सकते हैं - जब एक ही चक्र में एक से अधिक अंडे निकलते हैं। हालांकि बहुत दुर्लभ ‘हाइपर-ओव्यूलेशन' यानी ‘हाइपर-ऑर्डर मल्टीपल प्रेगनेंसीज़' के कारण तीन शिशुओं से लेकर नौ शिशुओं तक का जन्म हो सकता है। वर्ष 2023 में इंग्लैंड एंड वेल्स से प्राप्त आंकड़ों से पता चलता है कि 20 वर्ष से कम आयु की 2,000 में से एक महिला के एक समय में एक से ज्यादा बच्चे पैदा होते हैं जबकि 35 से 39 वर्ष की आयु की महिलाओं के बीच यह दर प्रति 57 में से एक है।
क्या यह स्वास्थ्य पर असर डालता है?
जुड़वां गर्भावस्था में कुछ जटिलताएं हो सकती हैं, जैसे प्रीटर्म डिलीवरी, लो बर्थ वेट या प्रेग्नेंसी में अधिक सावधानी की जरूरत।हालांकि, बेहतर मेडिकल सुविधाओं के कारण ज्यादातर मामले सफल रहते हैं। फर्टिलिटी ट्रीटमेंट्स, देर से मां बनना और बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं जैसे कारणों के चलते जुड़वां बच्चों का जन्म बढ़ रहा है। यह एक अद्भुत प्रक्रिया है, लेकिन इससे जुड़े मेडिकल पहलुओं पर ध्यान देना जरूरी है।