''मैं बच्चा पैदा नहीं करना चाहती'', ''बिदाई सपना बाबुल का'' फेम एक्ट्रेस पारुल ने बताई मां ना बनने की वजह
punjabkesari.in Monday, Apr 11, 2022 - 05:16 PM (IST)
स्टार प्लस के फेमस सीरियल 'बिदाई सपना बाबुल का' में सांवली लड़की रागिनी का रोल प्ले कर घर-घर में फेमस हुई एक्ट्रेस पारुल चौहान इन दिनों फिर से चर्चा में बनी हुई है वो भी अपनी पर्सनल लाइफ को लेकर। दरअसल, हाल में ही एक इंटरव्यू में पारुल ने कहा कि वो बच्चा पैदा नहीं करना चाहती।
अपनी शादीशुदा जिंदगी में बेहद खुश है पारुल
हाल में ही पारुल ने एक नामी वेबसाइट से की गई बातचीत में अपने मैरिड लाइफ और बेबी प्लानिंग पर बात की। बता दें कि साल 2018 में पारुल ने एक्टर चिराग ठक्कर के साथ शादी की थी। चिराग कई टीवी शोज का हिस्सा रह चुके हैं। अपनी मैरिड लाइफ पर बात करते हुए पारुल ने कहा, शादी ने मुझे एक जिम्मेदार इंसान बनाया है. मेरे पति चिराग मुझे काफी सपोर्ट करते हैं. मैं अपने परिवार वालों की छोटी-छोटी बातों का अच्छे से ध्यान रखती हूं, और मुझे यह सब चीजें करना अच्छा भी लगता है. मुझे घर संभालना बेहद पसंद है. मैं अपनी शादीशुदा जिंदगी को अच्छे से जी रही हूं.
''मैं बच्चे पैदा नहीं करना चाहती''
वहीं बेबी प्लानिंग पर बात करते हुए पारुल चौहान कहती है- मैं बच्चे पैदा नहीं करना चाहती और मैं इसके बारे में बहुत ओपन हूं. मैं और मेरे पति इस बारे में एक जैसा सोचते हैं. मुझे बच्चे पसंद हैं, लेकिन तब तक जब तक वह किसी और के हों. इसके अलावा मुझे बच्चा पैदा करने के लिए कोई दबाव नहीं डालता. मेरे ससुराल वाले भी मेरे फैसले को सपोर्ट करते हैं. मैं जैसी हूं वैसी हूं...
पारुल टीवी की फेमस एक्ट्रेस है वो फेमस सीरियल ‘ये रिश्ता क्या कहलाता है’ में भी नजर आ चुकी है और इन दिनों वो ‘धर्म योद्धा गरुड़’ में दिखाई दे रहे है। इंटरव्यू में एक्ट्रेस ने यह भी बताया कि जब उन्हें अपनी कमाई का पहला चेक मिला तो उनकी आंख में आंसू थे। इस बारे में बात करते हुए एक्ट्रेस कहती है, "मेरा पहला चेक 290,000 का था और जब मैंने इसे देखा तो मेरी आंखों में आंसू आ गए। मेरे परिवार ने कभी इतना पैसा नहीं देखा था। मेरे लिए यह एक भावनात्मक क्षण था।"
आगे बात करते हुए पारुल ने कहा कि उनके काम की वजह से उनके पापा को काफी सम्मान मिल रहा है, जिसके वह हकदार हैं। वह कहती हैं कि ''आज मेरे पिता पारुल चौहान के पिता के रूप में जाने जाते हैं, इससे मुझे गर्व होता है, वह जिस सम्मान के हकदार हैं, वह अब मिल रहा है। हालांकि, वह निश्चित थी कि वह कुछ भी नहीं लेना चाहती थी।''