First-Time Moms के लिए Smart Travel Hacks –जानिए क्या करें, क्या नहीं
punjabkesari.in Sunday, Sep 21, 2025 - 02:28 PM (IST)

नारी डेस्क: जब एक महिला पहली बार अपने नवजात शिशु के साथ बाहर निकलती है, तो मन में ढेरों सवाल और चिंता रहती है। क्या बच्चा सफर में ठीक रहेगा? रास्ते में अचानक कोई समस्या हो गई तो क्या करूंगी? लंबा सफर उसके लिए सुरक्षित होगा या नहीं? ये सभी सवाल बिल्कुल सामान्य हैं और लगभग हर नई माँ की यही स्थिति होती है।लेकिन सच यह है कि थोड़ी-सी तैयारी, सही जानकारी और धैर्य के साथ किया गया सफर आपके और आपके बच्चे दोनों के लिए बेहद खूबसूरत अनुभव बन सकता है। तो चलिए जानते हैं फर्स्ट टाइम मॉम्स के लिए ज़रूरी ट्रैवलिंग टिप्स।
सबसे पहले डॉक्टर से सलाह लें
यात्रा का प्लान बनाते ही पहला कदम बच्चे के डॉक्टर से बात करना होना चाहिए। डॉक्टर आपको बताएंगे कि बच्चा सफर के लिए तैयार है या नहीं। आमतौर पर 6 से 8 हफ्ते से छोटे बच्चों को लंबी यात्रा पर ले जाने से बचना चाहिए, जब तक कि कोई जरूरी कारण न हो।डॉक्टर यह भी कन्फर्म कर सकते हैं कि बच्चे के जरूरी टीकाकरण पूरे हो चुके हैं और वह पूरी तरह स्वस्थ है। अगर बच्चा किसी दवा पर है, तो उन दवाओं को साथ पैक करना न भूलें।
पैकिंग करें समझदारी से
नवजात शिशु के साथ सफर में पैकिंग सबसे अहम होती है। बच्चे के लिए जरूरी हर छोटी चीज आपके पास होनी चाहिए। इसमें डायपर, वाइप्स, चेंजिंग मैट, मौसम के हिसाब से कपड़े, बोतलें, फॉर्मूला, नर्सिंग कवर, बर्प क्लॉथ, पैसिफायर, थर्मामीटर, सैनिटाइज़र और दवाइयां शामिल करें। ध्यान रखें कि जरूरी सामान को हमेशा एक छोटे बैग में रखें, जिसे आप आसानी से सफर के दौरान निकाल सकें।
यात्रा के तरीके के हिसाब से सावधानियां बरतें
फ्लाइट से सफर: टिकट बुक करते समय एयरलाइन से बेबी बास्केट की रिक्वेस्ट करें। टेक-ऑफ और लैंडिंग के समय बच्चे को दूध पिलाएं ताकि कानों में प्रेशर न बने। बच्चे को लेयर वाले कपड़े पहनाएं ताकि जरूरत के हिसाब से उतारे या पहनाए जा सकें।
कार से सफर: बच्चे के लिए कार सीट का इस्तेमाल जरूर करें। हर 2-3 घंटे में रुककर बच्चे को दूध पिलाएं, डायपर बदलें और स्ट्रेच करने का समय दें। इससे बच्चा भी रिलैक्स रहेगा और सफर आपके लिए भी आसान होगा।
दूध पिलाने का सही प्लान बनाएं
सफर के दौरान दूध पिलाना कई बार चुनौतीपूर्ण हो सकता है। अगर आप ब्रेस्टफीडिंग करवाती हैं, तो नर्सिंग कवर साथ रखें। वहीं फॉर्मूला फीड देने वाली माताओं को पहले से उबला पानी, स्टरलाइज बोतलें और फॉर्मूला पैक कर लेना चाहिए। कोशिश करें कि सफर का टाइम बच्चे के सोने के शेड्यूल से मैच हो जाए। साथ ही उसका पसंदीदा कंबल या खिलौना साथ रखें, ताकि उसे आराम महसूस हो।
खुद को शांत रखें
बच्चे के साथ सफर के दौरान रोना, भूख लगना या थोड़ी परेशानी होना बिल्कुल सामान्य है। ऐसी स्थिति में घबराने की बजाय शांत रहना सबसे जरूरी है। माँ जितना शांत रहेंगी, बच्चा भी उतना ही जल्दी सहज होगा। याद रखें, हर सफर एक नया अनुभव होता है। धीरे-धीरे आपको भी बच्चे के साथ ट्रैवल करने का अनुभव और आत्मविश्वास दोनों मिलेगा।
बच्चे के साथ सफर पहली बार थोड़ा टफ लग सकता है, लेकिन सही तैयारी और पॉजिटिव एप्रोच के साथ यह सफर यादगार बन सकता है। डॉक्टर से सलाह लेना, सही पैकिंग करना और धैर्य बनाए रखना सबसे बड़े मंत्र हैं। अगर आप इन टिप्स को फॉलो करेंगी, तो बच्चे के साथ यात्रा आपके लिए भी आसान और एंजॉयफुल हो जाएगी।