50 देशों में गूंजा राम का नाम, इस साल 62 करोड़ दर्शकों ने देखी अयोध्या की रामलीला
punjabkesari.in Saturday, Oct 04, 2025 - 06:25 PM (IST)

नारी डेस्क: भगवान श्रीराम की नगरी अयोध्या ने एक बार फिर विश्व पटल पर अपनी छाप छोड़ी है। एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के असाधारण प्रयासों और मार्गदर्शन में, अयोध्या की रामलीला आज दुनिया की सबसे बड़ी और भव्य रामलीला बन गई है। डिजिटल क्रांति के युग में, यह आयोजन केवल भारत तक सीमित न रहकर, एक वैश्विक सांस्कृतिक उत्सव बन गया है। इस वर्ष, रामलीला का 50 से अधिक देशों में ऑनलाइन प्रसारण किया गया और कुल 62 करोड़ से अधिक राम भक्तों ने इसे देखा।

250 फिल्म कलाकारों ने रामलीला में लिया भाग
इसससे भी अधिक दिल्ली और मुंबई के 250 फिल्म कलाकारों ने इस रामलीला को भव्य रूप दिया। 3-डी तकनीक और आधुनिक मंच सज्जा ने इस धार्मिक आयोजन को और भी आकर्षक बना दिया। एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया है कि न केवल मंच पर, बल्कि पर्दे पर भी यह आयोजन एक नया इतिहास रच रहा है। इस वर्ष रामलीला के सीधे प्रसारण पर 10 करोड़ रुपये से अधिक खर्च किए गए ताकि अधिक से अधिक रामभक्तों तक पहुंचा जा सके। यह प्रसारण, आराधना, टाटा प्ले, शेमारू मी, वीआई ऐप, एयरटेल, शेमारू भक्ति यूट्यूब चैनल, फेसबुक पेज और अन्य डिजिटल प्लेटफॉर्म पर हुआ। एक प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार, अकेले शेमारू भक्ति यूट्यूब चैनल पर इसे आठ करोड़ से अधिक लोगों ने देखा।
हर साल बढ़ रहे हैं दर्शक
गौरतलब है कि कोरोना काल में शुरू हुई अयोध्या की डिजिटल रामलीला ने हर साल दर्शकों की संख्या के नए रिकॉर्ड बनाए हैं। गूगल डेटा के अनुसार, 2020 में 16 करोड़ दर्शक, 2021 में 20 करोड़ दर्शक, 2022 में 25 करोड़ दर्शक, 2023 में 40 करोड़ दर्शक एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया है कि 2024 में 41 करोड़ दर्शक और 2025 में 62 करोड़ दर्शक इसे देखेंगे। इस सपने को साकार करने में उत्तर प्रदेश सरकार की अहम भूमिका रही। 2020 में जब रामलीला शुरू हुई, तो तत्कालीन पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री नीलकंठ तिवारी ने इस भव्य आयोजन का उद्घाटन किया, जबकि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इसे वैश्विक स्तर पर पहुंचाने का मार्ग प्रशस्त किया।

देश ही नहीं विदेश् में भी रामलीला का चला जादू
रामलीला समिति के संस्थापक सुभाष मलिक और शुभम मलिक ने इस आयोजन को डिजिटल क्रांति का प्रतीक बनाया। रामनगरी अयोध्या में मंचित यह रामलीला पूरी दुनिया की रामलीला बन गई है। भारत, नेपाल, श्रीलंका, पाकिस्तान, बांग्लादेश, अफगानिस्तान, भूटान, म्यांमार, थाईलैंड, इंडोनेशिया, मलेशिया, सिंगापुर, वियतनाम, चीन, जापान, दक्षिण कोरिया, मंगोलिया, ऑस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड, यूएई, सऊदी अरब, कतर, ओमान, बहरीन, कुवैत, मॉरीशस, फिजी, त्रिनिदाद और टोबैगो, केन्या, नाइजीरिया, इंग्लैंड, फ्रांस, जर्मनी, इटली, स्पेन, नीदरलैंड, रूस, कनाडा, अमेरिका और अन्य। एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया है कि ब्राज़ील जैसे देशों में करोड़ों राम भक्तों ने इसे देखा। अयोध्या की रामलीला ने साबित कर दिया कि श्री राम की कथा केवल एक धार्मिक अनुष्ठान नहीं, बल्कि दुनिया को जोड़ने वाला एक
भाग्यश्री ने निभाया था मां सीता का रोल
श्री राम की नगरी अयोध्या में आयोजित भव्य रामलीला इस साल सितारों से सजे तमाशे के साथ और भी खास हो गई। एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया है कि बॉलीवुड और टीवी जगत के दिग्गज कलाकारों ने अपने अद्भुत अभिनय से इस आयोजन को यादगार बना दिया। प्रसिद्ध अभिनेत्री भाग्यश्री ने माता सीता की भूमिका निभाई। विंदू दारा सिंह ने अपने दमदार अभिनय से हनुमानजी के चरित्र को जीवंत कर दिया। अपनी खलनायक भविष्यवाणियों के लिए मशहूर शाहबाज खान ने रावण की भूमिका निभाई। दिग्गज अभिनेता अनिल धवन ने विभीषण की भूमिका निभाई। हास्य अभिनेता सुनील पाल ने नारदमुनि के रूप में दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। इसके अलावा, मनोज तिवारी, रवि किशन, राकेश बेदी, रजा मुराद, अशरानी, अवतार गिल, रितु शिवपुरी, शीबा और अरुण बख्शी ने भी अपने-अपने किरदारों से रामलीला की भव्यता में चार चांद लगा दिए।