दुनिया की सबसे बुजुर्ग महिला के पास थे जवां रहने वाले Genes, 117 साल में कभी नहीं हुई बीमार
punjabkesari.in Monday, Mar 17, 2025 - 12:08 PM (IST)

नारी डेस्क: मारिया ब्रानयास मोरेरा, जो दुनिया की सबसे बुजुर्ग महिला थीं, ने 117 साल की उम्र में अपनी अंतिम सांस ली थी। अभी तक तो उनकी उनकी दीर्घायु (लॉन्ग-लाइफ) का रहस्य उनकी संतुलित जीवनशैली, सकारात्मक सोच और हेल्दी डाइट को माना गया था, लेकिन उनके डीएनए पर शोध के बाद मिले नतीजों से पता चला कि मारिया के शरीर में शिशुओं की आंत में पाया जाने वाला माइक्रोबायोटा था, जिसकी वजह से वास्तविक उम्र से 17 साल कम आयुवर्ग की तरह उनकी शारीरिक क्षमताएं थी।
मारिया के नाम सबसे अधिक उम्र तक जीने का गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड में भी दर्ज है। यूनिवर्सिटी ऑफ बार्सिलोना के वैज्ञानिकों ने खुलासा किया कि उनकी आंत में शिशुओं के जैसा माइक्रोबायोटा मिला था। 'माइक्रोबायोटा' बैक्टीरिया, वायरस और फंगस जैसे सूक्ष्मजीवों का एक समूह है, जो इंसान की आंतों में मौजूद रहता है। यह पाचन, रोग प्रतिरोधक क्षमता और स्वास्थ्य के लिए महत्वपूर्ण होता है। वैज्ञानिकों का मानना है कि स्वस्थ माइक्रोबायोटा, लंबी उम्र व स्वास्थ्य का राज हो सकता है।
एक पत्रकार की बेटी मारिया ब्रान्यास का जन्म 4 मार्च 1907 को अमेरिका के सैन फ्रांसिस्को में हुआ था। उनकी दो बेटियां हैं। उनके एकमात्र बेटे का 86 वर्ष की आयु में निधन हो गया था। उनके 11 पोते-पोतियां, नाती-नातिन भी हैं। मारिया ब्रान्यास ने 2020 में कोविड-19 वायरस को भी मात दी थी। कहा जाता है मारिया स्ट्रेस-फ्री जिंदगी जीती थी। उन्होंने बेकार की चिंता और तनाव से खुद को दूर रखा था। परिवार और दोस्तों के साथ अच्छा समय बिताना उनकी खुशी का कारण था।
वैज्ञानिक मानते हैं कि अच्छे जीन और सही लाइफस्टाइल का मेल लंबी उम्र में मदद करता है। मारिया को कोई गंभीर बीमारी नहीं हुई, जिससे वे ज्यादा समय तक स्वस्थ रहीं। अगर हम भी संतुलित आहार, खुशहाल जीवन और एक्टिव रूटीन अपनाएं, तो लंबी और स्वस्थ जिंदगी जी सकते हैं।