यह है दुनिया की सबसे Happy Country, जानिए इसके खुशहाल होने की वजह
punjabkesari.in Monday, Mar 24, 2025 - 03:18 PM (IST)

नारी डेस्क: फिनलैंड ने लगातार आठवीं बार दुनिया का सबसे खुशहाल देश होने का खिताब जीता है। 147 देशों की इस हैप्पीनेस रैंकिंग में भारत को 118 वां स्थान मिला है। पिछले साल भारत को 126 वां स्थान मिला था, जिसका मतलब है कि भारत की रैंकिंग में आठ स्थानों का सुधार हुआ है। हालांकि, एक चौंकाने वाली बात यह है कि इस सूची में भारत से पाकिस्तान आगे निकल गया है। पाकिस्तान को हैप्पीनेस इंडेक्स में 109वीं रैंकिंग मिली है।
हैप्पीनेस रिपोर्ट 2025 के मुख्य निष्कर्ष
वेलबीइंग रिसर्च सेंटर, ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी की ओर से प्रकाशित वर्ल्ड हैप्पीनेस रिपोर्ट 2025 के अनुसार, खुशहाली सिर्फ आर्थिक विकास से तय नहीं होती, बल्कि इसमें लोगों का आपसी विश्वास और सामाजिक जुड़ाव भी अहम भूमिका निभाते हैं। रिपोर्ट में कहा गया है कि नॉर्डिक देशों का दबदबा इस बार भी बना हुआ है। फ़िनलैंड के अलावा, डेनमार्क, आइसलैंड और स्वीडन शीर्ष चार देशों में शामिल हैं और इन्हें पहले जैसे ही स्थान मिले हैं।
रैंकिंग के आधार पर जीवन की संतुष्टि
इस रैंकिंग का निर्धारण उन जवाबों पर आधारित था जो लोगों ने अपने जीवन को रेट करने के लिए दिए थे। यह अध्ययन गैलप और यूएन सस्टेनेबल डेवलपमेंट सॉल्यूशन नेटवर्क के साथ मिलकर किया गया था।
गैलप के सीईओ जॉन क्लिफ्टन ने कहा, "खुशी सिर्फ धन या विकास से नहीं जुड़ी होती। यह विश्वास, रिश्तों और यह जानने के बारे में है कि लोग आपका साथ दे रहे हैं या नहीं।" उन्होंने यह भी कहा, "अगर हमें मजबूत समुदाय और अर्थव्यवस्था चाहिए, तो हमें उस चीज में निवेश करना चाहिए जो वास्तव में मायने रखती है, यानी एक-दूसरे में।"
दुनिया के खुशहाल देशों का दबदबा
रैंकिंग में यूरोपीय देशों का दबदबा देखने को मिला है, हालांकि कुछ देशों में अपवाद भी हैं। उदाहरण के तौर पर, युद्ध के बावजूद इस्राइल ने आठवां स्थान हासिल किया है। इसके अलावा, कोस्टा रिका और मेक्सिको पहली बार हैप्पीनेस इंडेक्स के शीर्ष 10 देशों में शामिल हुए हैं, जहां कोस्टा रिका छठे और मेक्सिको दसवें स्थान पर है। वही अमेरिका की स्थिति में गिरावट देखी गई है और वह अब तक के सबसे निचले पायदान 24वें नंबर पर पहुंच गया है। इससे पहले 2012 में अमेरिका 11वें स्थान पर था।
दुनिया के सबसे दुखी देश
इस रिपोर्ट के अनुसार, अफगानिस्तान को दुनिया का सबसे दुखी देश माना गया है। अफगान महिलाओं ने बताया कि उनका जीवन विशेष रूप से कठिन हो गया है। पश्चिमी अफ्रीका का सिएरा लियोन दूसरा सबसे दुखी देश है, जबकि लेबनान तीसरे स्थान पर है।
दुनिया के 20 सबसे खुशहाल देश
फिनलैंड, डेनमार्क, आइसलैंड, स्वीडन, नीदरलैंड, कोस्टा रिका, नॉर्वे, इस्राइल, लक्ज़मबर्ग, मेक्सिको, ऑस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड, स्विटजरलैंड, बेल्जियम, आयरलैंड, लिथुआनिया, ऑस्ट्रिया, कनाडा, स्लोवेनिया, चेक गणराज्य
हैप्पीनेस इंडेक्स में सबसे खराब रैंकिंग
हैप्पीनेस इंडेक्स में सबसे खराब रैंकिंग अफगानिस्तान (नंबर 147) को मिली है। इसके बाद सिएरा लियोन (नंबर 146), लेबनान (नंबर 145), मलावी (नंबर 144), और जिम्बाब्वे (नंबर 143) शामिल हैं। ये देश खुशी के मामले में सबसे निचले पायदान पर हैं।
क्या चीजें इंसान की खुशी को प्रभावित करती हैं?
शोधकर्ताओं के अनुसार, खुशी को प्रभावित करने वाले कुछ कारक भ्रामक रूप से सरल होते हैं। यह सिर्फ धन या स्वास्थ्य से संबंधित नहीं है। रिपोर्ट के अनुसार, दूसरों के साथ भोजन साझा करना, सामाजिक समर्थन प्राप्त करना और परिवार का आकार आपकी खुशी को प्रभावित करता है। उदाहरण के तौर पर, मेक्सिको और यूरोप में चार से पांच लोगों का परिवार खुशी के उच्चतम स्तर पर पाया गया है।
युवाओं के लिए चिंताजनक तथ्य
रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि दुनिया भर में लगभग हर पांचवां युवा वयस्क किसी सामाजिक सहायता पर निर्भर नहीं हो सकता। 2023 में 19 प्रतिशत युवा वयस्कों ने बताया कि उनके पास कोई ऐसा व्यक्ति नहीं है, जिस पर वे सामाजिक सहायता के लिए भरोसा कर सकें। यह 2006 की तुलना में 39 प्रतिशत अधिक है, जो कि एक चिंताजनक आंकड़ा है।
खुद को खुश रखने का फंडा - नया सोचें, नया जिएं!
इस रिपोर्ट का सबसे बड़ा संदेश यह है कि खुशी सिर्फ संपत्ति या नौकरी से नहीं आती। यह इस बात पर निर्भर करती है कि हम अपने समाज को कितना भरोसेमंद और सहायक बनाते हैं। तो अगली बार जब आप अपने परिवार के साथ बैठकर खाना खाएं, किसी दोस्त की मदद करें, या किसी अजनबी पर भरोसा करें, समझिए कि आप अपने देश की खुशहाली में एक ईंट जोड़ रहे हैं।