पेरेंट्स के लिए काम की खबर, दिवाली पर इस तरह धुंए और चिंगारी से बचाओ अपने बच्चों को
punjabkesari.in Friday, Oct 17, 2025 - 06:13 PM (IST)

नारी डेस्क: दिवाली खुशियों का त्योहार है, लेकिन पटाखों के दौरान सबसे ज्यादा खतरा बच्चों की सुरक्षा का होता है। थोड़ी सी लापरवाही जलने, आंखों की चोट या सांस की तकलीफ का कारण बन सकती है। दिवाली की असली रोशनी पटाखों से नहीं, बल्कि बच्चों की मुस्कान और परिवार की सुरक्षा से होती है। इसलिए इस बार पटाखे नहीं, सुरक्षा की रोशनी जलाएं। चलिए जानते हैं बच्चों को इस दौरान सेफ रखने के टिप्स।
बच्चों को अकेला न छोड़ें
पटाखे जलाते समय हमेशा किसी बड़े की निगरानी होनी चाहिए। बच्चे खुद से पटाखे न जलाएं, खासकर रॉकेट या बम जैसे पटाखे। पटाखे जलाते समय बच्चे को 5-6 फीट की दूरी पर रखें। ध्यान रखें कि बच्चे जलता हुआ पटाखा हाथ में लेकर न भागें।
कॉटन के कपड़े पहनाएं
बच्चों को सिंथेटिक कपड़े न पहनाएं, क्योंकि ये जल्दी आग पकड़ते हैं। कॉटन या सूती कपड़े सबसे सुरक्षित रहते हैं। किसी भी आकस्मिक जलन या आग लगने की स्थिति में पास में पानी, बाल्टी या रेत रखें। जले हुए पटाखों को तुरंत पानी में डालें।
कानों और आंखों की सुरक्षा करें
बहुत तेज़ आवाज़ वाले पटाखों से बच्चों को दूर रखें। छोटे बच्चों को ईयरप्लग या कॉटन लगवा सकते हैं। धुएं से बचने के लिए आंखों को न रगड़ें। बच्चों को पटाखों के खतरे और सुरक्षा नियम समझाएं। दिवाली का मज़ा तभी है जब सभी सुरक्षित और मुस्कुराते रहें।
पर्यावरण-फ्रेंडली पटाखे चुनें
“ग्रीन क्रैकर्स” का इस्तेमाल करें, जिनसे धुआं और प्रदूषण कम होता है। इससे बच्चों की सेहत और सांस दोनों सुरक्षित रहती हैं।