इन महिलाओं को बार-बार होती है UTI इंफेक्शन
punjabkesari.in Thursday, Aug 13, 2020 - 04:10 PM (IST)
UTI यानि यूरिनरी ट्रेक्ट इंफेक्शन, बैक्टीरिया के कारण होने वाली एक समस्या है लेकिन कभी-कभार वाययरस व फंगस के चलते भी यह प्रॉब्लम हो सकती है। पुरूष हो या महिला दोनों को ही यह इंफैक्शन हो सकता है लेकिन महिलाएं इसका जल्दी शिकार होती है। लगभग 40% महिलाएं और 12% कभी ना कभी इस इंफैक्शन की चपेट में आ जाते हैं।
सबसे पहले जानते हैं कारण
ज्यादातर यह प्रॉब्लम प्राइवेट पार्ट की साफ-सफाई ना रखने के कारण होती है। सिर्फ शादीशुदा महिलाएं ही नहीं बल्कि कम उम्र की लड़कियों को भी इस परेशानी का सामना कर पड़ सकता है। 15 से 40 की उम्र की महिलाओं को यह समस्या अधिक होती है। बच्चों को यूटीआई तब होता है, जब उनकी यूरिन थैली या किडनी में किसी तरह की कोई समस्या हो।
दो तरह के होते हैं यूटीआई इंफैक्शन
यूटीआई इंफैक्शन मूत्रमार्ग में कहीं भी हो सकता है। एक लो यूरनरी ट्रेक्ट, जिसमें मूत्रवाहिनी व यूरेथ्रा प्रभावित होती है। दूसरा अपर यूरनरी ट्रेक्ट, जिसमें किडनी, ब्लैडर प्रभावित होते हैं। ज्यादातर लोग लो यूरनरी ट्रेक्ट इंफैक्शन से ही प्रभावित होते हैं।
वहीं इन महिलाओं को भी यह समस्या रहती है
जो लंबे समय तक यूरिन पास नहीं करती
प्राइवेट पार्ट की सफाई नहीं रखती
इंटरकोर्स के बाद प्राइवेट पार्ट साफ नहीं करतीं।
हार्मोंनल इंम्बैलेंस होने तो भी...
यूटीआई इंफैक्शन के संकेत
. बार-बार यूरिन आना
. यूरिन पास करते समय दर्द
. ठंड लगना और बुखार
. यूरिन का रंग बदलना
. यूरिन में जलन व बदबू आना
. पेट के निचले हिस्से में तेज दर्द
. थकान और चक्कर आना
अब जानते हैं इसके कारण
प्राइवेट की साफ-सफाई ना रखना इसका मुख्य कारण है लेकिन गलत लाइफस्टाइल के कारण भी यह समस्या हो सकती है। इसके अलावा देर तक यूरिन को रोकना, अधिक दवाइयां लेना, तरल पदार्थ का कम सेवन, कॉफी व शराब का अधिक सेवन, कमजोर इम्यूनिटी सिस्टम, पीरियड्स में सफाई न रखना, इंटरकोर्स के बाद की सफाई न करना, डायबिटीज, किडनी स्टोन की वजह से भी यूटीआई हो सकती है।
चलिए, अब आपको बताते हैं इसका समाधान
. पहले तो साबुन का इस्तेमाल करना बंद करें
. अधिक से अधिक पानी पीएं। अगर आप पानी नहीं पी सकते तो नारियल पानी व जूस जैसी लिक्विड चीजें लें।
. ताजे पानी से प्राइवेट पार्ट को साफ करें।
. ढीली व कॉटन की पैंटी पहनें
. पार्ट को साफ सुथरा और ड्राई रखें
. पीरियड्स में कम से कम 2-3 बार पैड बदलें।
. बाथ टब इस्तेमाल करने से बचें।
. मसालेदार भोजन खाने से बचे।
. पेशाब रोकने के कारण भी यह संक्रमण फैलता है इसलिए ऐसा ना करें।
घरेलू नुस्खे
. 2 चम्मच सेब का सिरका व 1 चम्मच शहद को एक गिलास गुनगुने पानी में मिलाकर पिएं।
. इलायची व सोंठ को पीसकर चूर्ण बनाएं। अब अनार के रस में यह चूर्ण और थोड़ा-सा सेंधा नमक डालकर पिएं। इससे इंफैक्शन दो दिन में खत्म हो जाएगा।
.नीम के पत्तों को पानी में उबालें फिर इसी पानी से योनि साफ करें।
. इंफैक्शन दूर करने के लिए टी ट्री ऑयल की 10 बूंदें नहाने के पानी में मिक्स करें।
अगर इसके बावजूद भी आपकी यह समस्या दूर ना हो तो डाक्टर से जांच जरूर करवाएं।