इन लोगों को Omicron का High Risk, एक्सपर्ट से जानिए कैसे रखें बचाव
punjabkesari.in Saturday, Jan 15, 2022 - 11:14 AM (IST)
भारत में तीसरी लहर ने दस्तक दे दी है और देशभर में कोरोना के मामलों में तेजी से वृद्धि हो रही है। सरकार और वैज्ञानिकों द्वारा वायरस को रोकने के लिए कई कोशिशें की जा रही है लेकिन फिर भी कोरोना व ओमिक्रोन मामलों में इजाफा हो रहा है। एक्सपर्ट लोगों को ज्यादा से ज्यादा सावधान रहने की सलाह दे रहे हैं। वैसे तो यह वायरस किसी को भी हो सकता है लेकिन गंभीर बीमारियों से जूझ रहे लोगों को इसका अधिक खतरा हो सकता है। आज हम आपको बताएंगे कि किन लोगों को कोरोना से अधिक खतरा है और किन्हें अधिक सावधानी बरतने की जरूरत है।
इन लोगों को है ओमिक्रोन का अधिक खतरा
बुजुर्गों को अधिक खतरा
एक्सपर्ट के मुताबिक, बुजुर्गों को इसका खतरा सबसे अधिक है क्योंकि बुढ़ापे में हाई ब्लड प्रेशर, डायबिटीज, हाई कोलेस्ट्रॉल जैसी कई तरह की स्वास्थ्य समस्याएं हो जाती हैं। इसके कारण इम्यूनिटी कम हो जाती है, जिससे ओमिक्रोन का खतरा बढ़ सकता है।
हृदय रोगियों के लिए जोखिम
अगर आपको दिल से जुड़ी कोई बीमारी है तो एक्स्ट्रा केयर करें और कोरोना गाइडलाइंस का पालन करें। एक्सपर्ट के मुताबिक, ऐसे लोगों को दिल के रोगों का खतरा अधिक होता है।
डायबिटीज के मरीज
डायबिटीज के कारण इम्यूनिटी बहुत कमजोर हो जाती है , जिसके कारण उन्हें ओमिक्रॉन का खतरा अधिक होता है। ऐसे में आप सेहत को लेकर अधिक सतर्क रहें। इम्यूनिटी बढ़ाने वाली डाइट लें और घर से बाहर ना निकलें।
सांस संबंधी बीमारी
कोरोना एक श्वसन संबंधी विकार है, जिसका असर फेफड़ों व लिवर पर भी पड़ता है। ऐसे में अगर आपको पहले से ही कोई सांस संबंधी बीमारी है तो ओमिक्रॉन से अधिक सतर्क रहें। मास्क पहनना, हाथ सैनेंटाइज करना जैसे कोविड-19 गाइडलाइन्स का पालन करें।
कैंसर
कैंसर से जूझ रहे लोग भी ओमिक्रॉन से अपना बचाव रखें क्योंकि ये लोग भी हाई रिस्क श्रेणी में आते हैं।
ओमिक्रोन से बचाव के उपाय
. ओमिक्रोन से बचाव के लिए वैक्सीन जरूर लगवाएं और वायरस से बचने के लिए हैल्दी डाइट लें।
. हाथों को साफ रखें और उन्हें सैनेटाइज करते रहें।
. चेहरे को बार-बार छूने से बचें।
. इम्यूनिटी बढ़ाने के लिए डाइट में विटामिन सी से भरपूर फूड्स शामिल करें।
. सामाजिक दूरी. डबल मास्किंग जैसे नियमों का पालन करें
इसके अलावा अगर ओमिक्रॉन का कोई लक्षण दिखाई दे तो तुरंत खुद को होम आइसोलेट करें। अगर 3-4 दिन में लक्षण खत्म या कम ना हो तो बिना देरी डॉक्टर से संपर्क करें।