मोटापे को कम करेंगे ये 5 आसन, सेहत के लिए भी होंगे फायदेमंद
punjabkesari.in Monday, Mar 21, 2022 - 05:37 PM (IST)
मोटापा आजकल एक आम समस्या हो गया है। हर कोई आए दिन इस बीमारी से लड़ रहा है। मोटापा किसी को भी पसंद नहीं आता। सभी इससे छुटकारा पाना चाहते हैं। मोटापा एक बीमारी का कारण होता है। बहुत सी बीमारियां शरीर में मोटापे के कारण होती हैं। फैट वाले शरीर में बहुत सी बीमारियां होती है।शरीर में केलोरिस को बर्न करने के लिए आप ये 5 आसान अपनी डेली रुटिन में शामिल कर सकते हैं।
ताड़ासन
इस आसन को नियमित तरह से करने से पैरों में मजबूती आती है। इससे शरीर की स्थिति ताड़ के पेड़ के सामान हो जाती है।इसलिए इसे ताड़ासन कहते हैं।यह आसन पैरों के बल सीधे खड़े होकर किया जाता है।
पंजों के बल पर खड़े हो जाएं और हाथों को ऊपर ले जाएं।उंगलियों को लॉक लगाकर ऊपर की ओर देखें।
आसन के लाभ
इस आसन को करने से पंजों में मजबूती आती है। साथ ही पेट व छाती पर जोर पड़ने से रोग नष्ट होते हैं। बच्चों की लंबाई भी बढ़ती है। इससे पेट संबंधी रोगों से भी छुटकारा मिलता है।
उष्ट्रासन
ऊंट के जैसा ऊंचा होने के कारण इस आसन को उष्ट्रासन कहा जाता है। वज्रासन की स्थिति में बैठकर पैरों के तलवे को ऊपर की ओर मोड़ लें। सांस को अंदर लें और रीड़ की हड्डी को आगे की तरफ करें। इस दौरान सारा दबाव नाभि पर महसूस होना चाहिए। गर्दन को ढीला छोड़ दें। पेट को ऊपर की ओर उठाएं।
आसन के लाभ
इस आसन को करने से पाचन तंत्र ठीक रहता है। गले से संबंधित रोगों में भी ये सहायता करता है। कमर और कंधों को मजबूत करता है। कब्ज, अपाचन, एसिडिटी जैसे रोगों से भी छुटकारा मिलता है।
भुजंगासन
भुजंग का मतलब है सर्प के सामान। इस आसन को करने के लिए पेट के बल लेट जाएं। कोहनी को कमर के साथ लगा लें और हथेलियों को ऊपर की ओर ले जाएं। सांस भरते हुए धीरे-धीरे छाती को ऊपर की ओर उठाएं। फिर धीरे-धीरे पेट के भाग को ऊपर की ओर उठा लें।
आसन के लाभ
इस आसन को करने से पेट कम होता है। फेफड़े भी मजबूत होते हैं। पीठ की हड्डी मजबूत होती है और लचीलापन भी आता है। गला खराब ,दमे की बीमारी से जुझ रहे लोगों के लिए भुजंगासन बहुत ही फायदेमंद होता है।
नौकासन
नौकासन करने के लिए सीधे बैठ जाएं। टांगों को सामने की ओर स्ट्रेच कर लें और धीरे-धीरे पैरों को ऊपर की ओर उठाएं। हाथों से पैरों को छूने का प्रयास करें। इस आसन को नौकासन कहते हैं।
आसन के लाभ
इसको नियमित रुप से करने से पेट की चर्बी को कम किया जा सकता है। इससे आपकी कमर मजबूत होती है। साथ ही कमर दर्द से राहत मिलती है। पाचन संबंधी रोगों से भी छुटकारा मिलता है।
शयन पाद संचालन
इस आसन को करने के लिए पीठ के बल जमीन पर लेट जाएं। हाथ जंघाओं के पास ले जाएं। साइकिल के पैडल की तरह दोनों पैर घुमाएं। इस तरह 10 बार पैरों को साइकिल कि तरह उल्टे और सीधा घुमाएं। थक जाने पर कुछ देर श्वासन में आराम कर लें। अपनी सुविधा के मुताबिक ही आसन करें।
आसन के लाभ
इस आसन को करने से पीठ और उसके निचले भागों में मजबूती आती है।मधुमेह से परेशान मरीजों के लिए ये आसन बहुत ही फायदेमंद सिद्ध होगा। पेट की मांसपेशियां भी मजबूत होती हैं।