सोने का दिल रखने वाले रतन टाटा के ''अधूरे प्यार'' की कहानी, इस वजह से नहीं की कभी शादी
punjabkesari.in Tuesday, Oct 08, 2024 - 11:32 AM (IST)
नारी डेस्क: रतन टाटा एक ऐसा नाम है जिसे किसी परिचय की जरूरत नहीं है। उद्योगपति, व्यवसायी, टाटा संस के पूर्व अध्यक्ष और परोपकारी, रतन ने अपने जीवनकाल में कई भूमिकाए निभाई हैं। उन्होंने लोगों के दिलों में भी एक खास जगह बना रखी है, तभी तो उनके बीमार हाेने की खबर सुनते ही सब परेशान हो गए। हालांकि ये खबरें झूठी निकली, रतन टाटा बिल्कुल ठीक है इसकी जानकारी उन्होंने खुद दी
रतन टाटा को जिंदगी में सब मिला लेकिन प्यार के मामले में उनकी किस्मत उनके साथ नहीं रही। ऐसा नहीं है कि उन्हें कभी प्यार का एहसास नहीं हुआ, इस दिन बड़े दिल वाले इंसान का किसी के लिए दिल धड़का भी और टूटा भी। जी हां, रतन टाटा की लव लाइफ भी एक आम आदमी की तरह ही थी। जब उनकी प्रेमिका ने उनसे शादी करने से मना कर दिया तो रतन टाटा ने फिर कभी शादी न करने का फैसला किया।
सालों पहले रतन टाटा ने ने एक इंटरव्यू में बताया था कि- कार्नेल यूनिवर्सिटी से आर्किटेक्चर की डिग्री हासिल करने के बाद। उन्होंने लॉस एंजलिस शहर में एक नौकरी करना शुरू की तभी उन्हें वहां रहने वाली एक लड़की से प्यार हो गया। वह उन पलों को अपनी जिंदगी का सबसे बेहतरीन समय मानते हैं। उन्होंने बताया कि उस लड़की से बहुत प्यार करते थे और दोनों शादी करने का भी मन बना चुके थे, लेकिन तभी कुछ ऐसा हुआ कि उनकी शादी का सपना हमेशा- हमेशा के लिए टूट गया।
दरअसल उन दिनों टाटा की दादी की तबीयत खराब हो गई थी, ऐसे में उन्होंने भारत जाने का फैसला लिया। उन्होंने उस लड़की को भी साथ में चलने को कहा लेकिन उस भारत और चाइना का युद्ध चल रहा था, जिसके चलते लड़की के परिवार वालों ने उसे भेजने से इंकार कर दिया। रतन टाटा ने एक बार यह भी कहा था कि-मुझे अपनी लाइफ में 4 बार प्यार हुआ, लेकिन चारों बार हालात ऐसे बने कि किसी न किसी कारण से सिर पर सेहरा बंधते-बंधते रह गया।
उनका मानना है कि अच्छी बात है कि उनकी शादी नहीं हो सकी, यदि होती तो हालात ज्यादा कठिन हो जाते। एक बार उन्होंने यह भी कहा था कि- आपको तब तक अकेले होने का मतलब समझ नहीं आता, जबतक आप एक साथी की चाह में अकेलापन महसूस नहीं करते हैं। आपको बूढ़े होने से डर नहीं लगता, लेकिन जब आप बूढ़े हो जाते हैं तो आपको समझ आता है कि दुनिया बहुत मुश्किल है"। वह यह भी कहते हैं कि उन्हें कई बार पत्नी या परिवार न होने के कारण अकेलापन महसूस होता है।