कोरोना पेशेंट का दर्द, कांटों की तरह चुभती थी सांसे
punjabkesari.in Saturday, Mar 21, 2020 - 07:46 PM (IST)
कोरोना वायरस का खौफ लोगों में बढ़ता जा रहा हैं क्योंकि यह दिनों-दिन लोगों को अपनी चपेट में ले रहा है। मगर जो लोग इस महामारी से ग्रस्त हो चुके हैं क्या आपको उनके हालात पता है? क्या आप जानते हैं कि उनके लिए कोरोना की जंग कैसी है? तो चलिए जानते हैं लंदन की रहने वाली 39 वर्ष की कोरोना इफैक्टिव इस लेडी से....
बता दें कि तारा जेन को करीब एक हफ्ते पहले सीने में संक्रमण की शिकायत हुई, जिसके बाद उन्हें एंटीबायोटिक्स आईबूप्रोफेन और पैरासिटामॉल लेने की सलाह दी गई थी। मगर उन्हें क्या मालूम था कि आईबूप्रोफेन कोरोना वायरस को और भी घातक बना देगा। उन्होंने बताया कि सांस लेने में उन्हें कितनी दिक्कत हो रही है। ऐसा लग रहा है कि फेफड़े में शीशे चुभ रहे हैं। सांस लेना जंग लड़ने जैसा लग रहा है। यह बेहद डरा देने वाला अनुभव हैं, मैं दोबारा इसका सामना नहीं करना चाहती।
जानकारी के लिए बता दें कि तारा जेन इस वक्त लंदन के हेलिंगटन हॉस्पिटल में है। तारा लंदन के उत्तरी-पश्चिमी हिस्से में रहती हैं। पति और दो बेटियों के साथ जब वह पोलैंड से लौटीं तो हालत बिगड़ी। 11 दिन पहले उन्होंने डॉक्टरी सलाह ली, जिसमें निमोनिया की बात सामने आई, मगर पिछले हफ्ते उनकी हालात और खराब हो गई जिसके बाद उनका दोबारा टेस्ट किया गया और कोरोना वायरस टेस्ट पॉजिटिव आया तो उन्हें आईसीयू में रखा गया। हॉस्पिटल के आईसीयू से ही तारा ने एक वीडियो बनाकर अपनी वर्तमान हालात का जिक्र किया। तारा ने इस वीडियो को वॉट्सअप के जरिए अपने दोस्तों को भेजा और सावधानी बरतने की गुजारिश की।
अब 6 के बजाए पड़ रही हैं 1 लीटर ऑक्सीजन की जरूरत
तारा के मुताबिक, आईसीयू में मेरे शरीर में कैथेटर लगाई गई हैं, जिससे मैं सांस ले रही हूं। पहले मुझे एक दिन में करीब 6 लीटर ऑक्सीजन की जरूरत थी अब हालात सुधर रहे हैं और अब मैं 1 लीटर ऑक्सीजन ले रही हूं।
पहले से बेहतर तारा जेन के हालात
अभी के हालात पिछली स्थिति के मुकाबले 10 गुना बेहतर हैं। अभी और कितने दिन लगेंगे ये सोचना छोड़ना दिया है। हर वो इंसान जो सिगरेट पीता है उसे अभी इसे छोड़ देना चाहिए, मेरी गुजारिश है आप लोग ऐसी स्थिति न बनने दें। मेरा शरीर इस समस्या से लड़ रहा है, आप लोग भी सावधानी बरतें।
खुद को आइसोलेट करना ही एकमात्र बचाव
संक्रमण से पहले मैं सावधानी बरतने की बातों को नकार देती थी। संक्रमण के बाद मेरी सोच बदल गई है। लोगों को यह समझने की जरूरत है कि खुद को आइसोलेट करना जरूरी है, यही कोरोना वायरस से बचने का एकमात्र तरीका है। दो हफ्ते पहले ही मुझे सरकार के निर्देशों का पालन करना चाहिए था। आप सभी को भी गंभीर होने की जरूरत है।
कोरोना से जंग लड़ रही तारा जेन की इस वीडियो से आपको भी सीख मिले गई होगी कि जितना हो सके खुद को आइसोलेट करके रखें, ताकि आपके साथ बाकी लोगों भी सुरक्षित रह सके।