कोरोना और मंकीपॉक्स के बाद Tomato Fever ने बढ़ाई लोगों की चिंता, जानिए इसके लक्षण
punjabkesari.in Wednesday, Aug 31, 2022 - 10:45 AM (IST)
कोरोना नाम की महामारी अभी अच्छे से गई नहीं थी कि मंकीपॉक्स और टोमेटो फीवर ने लोगों की चिंता बढ़ा दी है। भारत में टोमेटो फीवर भी तेजी से फैल रहा है। अबतक भारत में इस बीमारी के लगभग 82 मामले सामने आ चुके हैं। यह बीमारी भारत के केरल राज्य में 5 साल से कम उम्र के बच्चों में पाई गई है। रिपोर्ट्स के अनुसार, केरल के कोल्लम जिले में 6 मई को टोमेटो फीवर का पहला मामला सामने आया था। टोमेटो फीवर में भी मरीज के कोविड जैसी ही लक्षण सामने आ रहे हैं। लेकिन यह वायरस अलग है। तो चलिए आपको बताते हैं कि टोमेटो फीवर के क्या लक्षण है और आप इस बीमारी से कैसे बच सकते हैं...
अन्य बीमारियों के जैसे हैं टोमेटो फीवर के लक्षण
शोध के अनुसार, टोमेटो फीवर वाले बच्चों में जो लक्षण पाए गए हैं वह चिकनगुनिया के जैसे ही हैं। इसके लक्षणों में तेज बुखार, चकत्ते और जोड़ों में दर्द जैसी समस्याें शामिल हैं। इस बीमारी में पूरे शरीर में लाल और दर्दनाक फफोले के फटने के कारण ही इसे टोमेटो फ्लू का नाम दिया गया है। धीरे-धीरे यह टमाटर के जैसे लाल होते जाते हैं। रिपोर्ट में बताया गया है कि युवा लोगों में जो रैशेज पाए गए हैं वह मंकीपॉक्स वायरस से भी काफी मिलते-जुलते हैं।
त्वचा पर दिखते हैं रैशेज
टोमेटो फ्लू में त्वचा पर रैशेज भी दिखाई देते हैं। इन रैशेज के कारण त्वचा में जलन होती है। इसके अलावा बाकी वायरस लक्षणों की तरह इसमें भी थकान, मतली, उल्टी, दस्त, बुखार, सुखापन, जोड़ों में सूजन, शरीर में दर्द जैसे लक्षण भी दिख सकते हैं। यह लक्षण डेंगू में पैदा होने वाले लक्षणों के जैसे ही हैं।
क्या होता है टोमेटो फीवर?
एक नामी वेबसाइट के मुताबिक, टोमेटो फीवर को हाथ, पैर और मुंह की एक बीमारी का प्रकार ही माना जाता है। इसे टोमेटो फीवर इसलिए कहते हैं क्योंकि इस बीमारी में रोगी के शरीर के ऊपर टमाटर के आकार और रंग के फफोले हो जाते हैं। यह बुखार एंटरोवायरस के कारण होता है। परंतु कुछ एक्सपर्ट्स के मुताबिक, टोमेटो फीवर का बुखार बच्चों में चिकनगुिया और डेंगू बुखार का परिणाम भी हो सकता है।
ऐसे फैलता है टोमेटो फीवर
यह फीवर सबसे पहले केरल के कोल्लम में 6 मई को पाया गया था। 6 मई के दिन बुखार फैलने का पहला मामला सामने आया था। उसी के बाद यह वायरस बच्चों में ज्यादा फैल रहा है। इस वायरस के फैलने का मुख्य कारण है अस्वच्छ जगहों में रहना, गंदी चीजों को हाथ लगाना। बच्चों के खिलौने, खाने और कपड़े एक-दूसरे के साथ शेयर करने से भी यह रोग फैल सकता है। अन्य वायरस की तरह यह संक्रमण भी क्लोज कॉन्टेकट से ही फैलता है।