बिगड़े काम बनाती है सुंदरकांड की ये चौपाई, हर काम में मिलेगी सफलता
punjabkesari.in Friday, Jan 19, 2024 - 07:04 PM (IST)
मानव जीवन में उतार चढ़ाव आते और जाते रहते है। ऐसे में कई बार व्यक्ति बहुत मेहनत करता है लेकिन सफलता के बहुत नजदीक पहुंचते ही अचानक से बनता काम बिगड़ जाता है। ऐसे में जीवन में घबराना नहीं चाहिए भगवान पर विश्वास रखना चाहिए। जिस व्यक्ति पर प्रभु श्रीराम की कृपा हो जाती है, उसके तो भाग्य ही बदल जाते है। इसलिए जब कभी भी जीवन में ऐसा मुश्किल समय आए तो घबराए नहीं न ही हार माने। भगवान राम को ह्रदय में रख सुंदरकांड की इस चौपाई का जाप कर काम को शुरु करें।
चौपाई
प्रबिसि नगर कीजे सब काजा। हृदयँ राखि कोसलपुर राजा॥
गरल सुधा रिपु करहिं मिताई। गोपद सिंधु अनल सितलाई॥
अर्थ- इस चौपाई का अर्थ है कि जो भी किसी काम को आरंभ करने से पहले भगवान राम का जाप करता है उसे सफलता अवश्य ही प्राप्त होती है। जो भी ऐसा करता है उसके लिए विष अमृत हो जाता है, शत्रु मित्र बन जाता है, समुद्र गाय के खुर के बराबर हो जाता है, अग्नि में शीतलता आ जाती है।
कैसे करें जाप?
सुंदरकांड की इस चौपाई का 11 बार पाठ करते हुए भगवान राम की आराधना करें और बूंदी के लड्डू का भोग लगाए।
क्या है मान्यता?
माना जाता है कि जब हनुमान जी लंका में माता सीता का पता लगाने गए थे तब उनके मन में इस काम को लेकर शंका थी। उस समय उन्होंने श्रीराम का ध्यान कर लंका में प्रवेश किया था और इस कार्य में सफल हुए थे। इसलिए यदि आप भी किसी काम को करने से पहले इस चौपाई का जाप करते है और श्रीराम को याद करते है तो आपको सफलता जरुर मिलेगी।