बचपन से Wrestler बनना चाहती थी Sakshi Malik, फिर आज क्यों ले रही इससे सन्यास?

punjabkesari.in Tuesday, Dec 26, 2023 - 04:53 PM (IST)

भारत के लिए ओलंपिक मैडल लाने वाली एकमात्र महिला पहलवान साक्षी मलिक ने कुश्ती से सन्यास लेने का ऐलान कर दिया है। उन्होंने कुछ दिन पहले ही एक प्रेस कॉनफ्रेंस में रोते हुए अपने इस फैसले का ऐलान किया है, इसी दौरान साक्षी ने कुश्ती के जूतों को टेबल पर रख दिया। लेकिन क्या आप जानते हैं कि साक्षी ने अपना करियर कैसे शुरु किया था तो चलिए आज आपको बताते हैं कि साक्षी कौन हैं....  

छोटी उम्र में जाने लगी थी अखाड़े 

साक्षी मलिक का जन्म 3 सितंबर 1992 में हुआ था। कुश्ती में प्रभावशाली करियर बनने वाली भारतीय महिला पहलवान साक्षी का जन्म हरियाणा के रोहतक जिले के मोखरा गांव में 3 सितंबर को 1992 को हुआ था। उनके दादा सुबीर मलिक पहलवान थे जिनसे प्रेरित होकर साक्षी ने बचपन में ही अपना कुश्ती में करियर बनाने की ठान ली।

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12 साल की उम्र में लेनी शुरु की ट्रेनिंग 

इसके बाद 12 साल की उम्र में साक्षी ने ईश्वर दहिया से उन्होंने ट्रेनिंग लेनी शुरु कर दी। अपने पांच साल की ट्रेनिंग में साल 2009 में साक्षी एशियाई जूनियर विश्व चैपिंयनशिप में शामिल हुई और फ्री स्टाइल में 59 किलो भार वर्ग में रजत पदक हासिल किया। इसके बाद अगले साल 2010 में उन्होंने विश्व चैंपियनशिप में कांस्य पदक और 2013 में कॉमनवेल्थ चैंपियनशिप में कांस्य पदक जीता। 

हवाई जहाज में बैठना चाहती थी साक्षी 

बचपन में हवाई जहाज में उड़ने की लालसा से लेकर खेल के सबसे बड़े मंच ओलंपिक में कांस्य पदक जीतने तक सफर किसी परी कथा की तरह है। साक्षी ने एक इंटरव्यू में कहा था कि - 'मुझे नहीं पता था कि ओलंपिक क्या होता हैं मैं हवाई जहाज में बैठने के लिए एक खिलाड़ी बनना चाहती थी मुझे पता था कि जो भारत की तरफ से खेलता है वह विमान में चढ़ सकता और उड़ सकता है।' 

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साक्षी के नाम हैं कई सारी उपलब्धियां 

 2007 में सब जूनियर एशियन चैंपियनशिप में गोल्ड मैडल जीतने के बाद उन्हें सीनियर वर्ग में खेलने की अनुमति मिली और वह सीनियर पहलवानों के साथ खेलने लगी। रियो ओलंपिक 2016 में साक्षी मलिक ने सिर्फ 10 सैकेंड में 58 किलोग्राम में कांस्य पदक जीतक इतिहास रच दिया और ऐसा करने वाली वह देश की पहली महिला पहलवान बनी। साक्षी की इस सफलता के लिए उन्हें पद्म श्री से सम्मानित भी किया जा चुका है।

पद्म श्री से सम्मानित हो चुकी हैं साक्षी

राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने साक्षी मलिक को पद्म श्री से सम्मानित किया था। फरवरी 2017 में साक्षी ने साथी पहलवान सत्यव्रत कादियान से शादी की। शादी के 8 दिन बाद एक और उपलब्धि उनके नाम जुड़ गई हैं। विश्व की फेमस पत्रिका फोर्ब्स ने एशिया के सफल लोगों की अंडर-30 सूची जारी की है जिसमें साक्षी मलिक को स्थान दिया गया है। 

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palak

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