गर्मियों के लिए परफेक्ट है स्ट्रोबिंग मेकअप, चेहरे पर दिखेगा नैचुरल Glow

punjabkesari.in Thursday, May 02, 2024 - 10:21 AM (IST)

स्किन को ग्लोइंग दिखाने के लिए मेकअप भी अहम भूमिका निभाता है। यदि मेकअप अच्छी तरह से किया जाए तो त्वचा और भी ज्यादा अच्छी नजर आती है। आजकल मार्केट में कई तरह के मेकअप मौजूद हैं जो त्वचा को ग्लोइंग बनाते हैं, उन्हीं मेकअप में से एक है स्ट्रोबिंग। स्ट्रोबिंग एक ऐसा मेकअप है जिसका इस्तेमाल त्वचा को हाइलाइट करने के लिए किया जाता है। यह चेहरे को चमकदार और खूबसूरत बनाने में मदद करते हैं। स्ट्रोबिंग मेकअप के प्रोडक्ट्स बहुत ही खास होते हैं इससे त्वचा को सॉफ्ट, ट्रांस्पेरेंट लुक भी मिलता है लेकिन इसे चेहरे पर करने के और क्या-क्या फायदे हैं आज आपको इस बारे में बताएंगे। आइए जानते हैं। 

स्किन में आएगी शाइनिंग 

एक्सपर्ट्स की मानें तो स्ट्रोब मेकअप में कुछ ऐसे प्रोडक्ट्स पाए जाते हैं जिनमें फिनिशिंग होती है। स्किन को चमकदार बनाने के लिए मेकअप से पहले मॉइश्चराइजर के तौर पर बेस या प्राइमर के रुप में शाइनिंग वाली क्रीम का इस्तेमाल होता है। इसमें चमकदार फाउंडेशन के जरिए गालों पर चमकदार हाइलाइटर भी लगाया जाता है। चमकदार पलकों के लिए पलकों पर लिक्विड हाइलाइटर इस्तेमाल होता है। रात में यदि स्ट्रोब मेकअप चेहरे पर लगाया जाए तो स्किन चमकती हुई दिखती है।

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स्ट्रोबिंग और कंटूरिंग में फर्क 

स्ट्रोबिंग मेकअप में स्ट्रोबिंग लिक्विड या फिर हाइलाइटर इस्तेमाल होता है। यह स्किन पर नैचुरल शाइन लाने के अलावा त्वचा को मुलायम भी बनाता है। वहीं कंटूरिंग में मेकअप की शुरुआत ही एक परफेक्ट बेस के जरिए होती है। इसके बाद स्किन टोन से अलग 2-3 शेड डार्क फाउंडेशन इस्तेमाल होता है। कंटूरिंग में 40-50 मिनट का समय लगता है। स्ट्रोबिंग मेकअप के जरिए चेहरे में डेफिनेशन ऐड होती है। इस मेकअप का फायदा यह है कि चेहरे के जिस पार्ट को आप हाइलाइट करना चाहती हैं वह हाइलाइट होता है और जिसे कम दिखाना चाहते हैं वह कम दिखता है।  स्ट्रोबिंग मेकअप का इस्तेमाल रोज किया जा सकता है। कंटूरिंग मेकअप के जरिए चेहरे के हर हिस्से को एक नई शेप दी जा सकती है। कंटूरिंग मेकअप के जरिए चेहरे की शेप आसानी से बदल सकती है इसलिए कंटूरिंग करने में समय लगता है। कंटूरिंग में सबसे ज्यादा जरुरी होता है स्किन टोन को समझना। गालों और चिन की कंटूरिंग के लिए एंगल्ड ब्रश इस्तेमाल होता है वहीं ब्रॉन्जर ब्रश का इस्तेमाल चेहरे को कंटोर करने के लिए किया जाता है। स्ट्रोबिंग मेकअप में यह देखना पड़ता है कि अगर स्किन ऑयली है तो कहां मेकअप लगाना है। ऑयली स्किन में माथे या फिर ठुड्डी एरिया पर मेकअप नहीं लगाना चाहिए। मैट ब्रॉन्जर, ब्लश या किसी अन्य फेस प्रोडक्ट्स का इस्तेमाल आप कर सकते हैं। 

15-20 मिनट में हो जाता है स्ट्रोबिंग मेकअप 

स्ट्रोबिंग मेकअप को करने के लिए सिर्फ 15-20 मिनट ही लगते हैं। इसमें हाइलाइटर सिर्फ गालों, नाक के नीचे वाली साइड, भौंह की हड्डी के नीचे और आंखों के कोनों में होता है। इसमें मेकअप कुछ खास जगहों पर इस्तेमाल होता है जिससे सिर्फ वही जगहें हाइलाइट होती हैं।

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गर्मियों में परफेक्ट है स्ट्रोबिंग मेकअप  

स्ट्रोबिंग मेकअप गर्मियों के लिए बेस्ट हैं क्योंकि इससे स्किन को नैचुरल लुक भी मिलती है और समय भी कम लगता है। इसमें कंटूरिंग की तरह मेकअप की ज्यादा लेयर्स इस्तेमाल नहीं होती और न ही बहुत सारे ब्यूटी प्रोडक्ट्स की जरुरत पड़ती है क्योंकि यह मेकअप काफी लाइट होता है। इस मेकअप का यह भी फायदा है कि यदि आपको पसीना आता है तो इसे करने के बाद चेहरे पर धब्बे भी नहीं दिखेंगे। यह स्किन को ग्लोइंग भी बनाता है। इस मेकअप के जरिए  चेहरे के अच्छे फीचर्स को बहुत अच्छे से हाइलाइट किया जा सकता है। गर्मियों के लिए यह मेकअप बिल्कुल बेस्ट है क्योंकि इसमें चेहरा बहुत ज्यादा परतों से नहीं ढकता। 

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palak

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