पेट के कैंसर को बुलावा देती हैं ये 5 बुरी आदतें, तुरंत सुधारें!

punjabkesari.in Tuesday, Oct 15, 2024 - 10:06 AM (IST)

नारी डेस्क: पेट का कैंसर, जिसे गैस्ट्रिक कैंसर के नाम से भी जाना जाता है, एक घातक बीमारी है जो पेट की परत में शुरू होती है और धीरे-धीरे आसपास के अंगों को भी प्रभावित कर सकती है। आमतौर पर यह बीमारी तब तक सामने नहीं आती जब तक इसके लक्षण गंभीर न हो जाएं। हालांकि, इस खतरनाक बीमारी के पीछे कुछ सामान्य आदतें जिम्मेदार होती हैं, जिन्हें समय रहते बदला जा सकता है। आइए जानते हैं कि कौन-सी आदतें पेट के कैंसर को बढ़ावा देती हैं।

स्ट्रेस (तनाव)

आजकल की भागदौड़ भरी जिंदगी में तनाव लेना एक आम बात हो गई है, लेकिन यह आपकी सेहत पर गहरा प्रभाव डालता है। स्ट्रेस लेने से मस्तिष्क और शरीर के अन्य अंगों पर दबाव बढ़ता है, जिससे इम्यून सिस्टम कमजोर हो जाता है। जब इम्यून सिस्टम कमजोर होता है, तब शरीर में कैंसर सेल्स के बढ़ने की संभावना बढ़ जाती है। नियमित स्ट्रेस लेने से पेट में अल्सर और सूजन की समस्या भी हो सकती है, जो आगे चलकर कैंसर का कारण बन सकती है। तनाव को कम करने के लिए योग, मेडिटेशन और एक्सरसाइज को अपनी दिनचर्या में शामिल करें।

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नमकीन फूड्स का अधिक सेवन

ज्यादा नमकीन खाना, जैसे पापड़, अचार, और प्रोसेस्ड फूड्स का सेवन पेट के कैंसर का खतरा बढ़ा देता है। ज्यादा नमक खाने से पेट की परत में जलन होती है, जिससे कैंसर सेल्स विकसित हो सकते हैं। एक शोध के अनुसार, अत्यधिक नमक का सेवन पेट के कैंसर की संभावना को 41% तक बढ़ा सकता है। नमक की मात्रा को सीमित करें और ज्यादा नमकीन खाने से बचें। स्वस्थ आहार का सेवन करें जिसमें ताजे फल और सब्जियां शामिल हों।

स्मोकिंग (धूम्रपान)

सिगरेट पीने से सिर्फ फेफड़े ही नहीं, बल्कि पेट भी प्रभावित होता है। धूम्रपान के कारण पेट में अल्सर और सूजन होती है, जो आगे चलकर कैंसर का कारण बनती है। जो लोग धूम्रपान करते हैं, उनमें पेट का कैंसर होने की संभावना कई गुना बढ़ जाती है। धूम्रपान छोड़ने की कोशिश करें, इससे न सिर्फ आपके पेट बल्कि संपूर्ण स्वास्थ्य में सुधार होगा। धूम्रपान छोड़ने से कई बीमारियों से बचाव किया जा सकता है।

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 खराब आहार

अगर आप नियमित रूप से जंक फूड, तला-भुना या रेड मीट का सेवन करते हैं, तो यह आदत आपके पेट के कैंसर का कारण बन सकती है। इन खाद्य पदार्थों में उच्च मात्रा में सैचुरेटेड फैट और प्रिजर्वेटिव्स होते हैं, जो पेट की परत को नुकसान पहुंचाते हैं और कैंसर के खतरे को बढ़ाते हैं। अपनी डाइट में फल, हरी सब्जियां, साबुत अनाज और दालें शामिल करें। साथ ही, फाइबर युक्त भोजन का सेवन बढ़ाएं ताकि आपका पाचन तंत्र स्वस्थ रहे।

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शराब का अधिक सेवन

अगर आपको लगता है कि 1-2 ड्रिंक्स से कुछ नहीं होता, तो यह धारणा गलत है। ज्यादा शराब पीने से पेट की अंदरूनी दीवारें कमजोर हो जाती हैं और एसिडिक रिएक्शन शुरू हो जाते हैं, जिससे कैंसर सेल्स बनने की संभावना बढ़ जाती है। शराब का सेवन सीमित करें या इसे पूरी तरह छोड़ दें। शराब छोड़ने से न सिर्फ पेट बल्कि आपके पूरे शरीर को कई लाभ मिल सकते हैं।

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पेट के कैंसर के शुरुआती संकेत

1. पेट के कैंसर के लक्षण धीरे-धीरे विकसित होते हैं और जब तक बीमारी गंभीर नहीं हो जाती, तब तक उन्हें नजरअंदाज किया जा सकता है। कुछ सामान्य लक्षण हैं

2. वजन कम होना बिना किसी वजह के वजन का तेजी से घटना कैंसर का संकेत हो सकता है।

3. पेट में दर्द, पेट के ऊपरी हिस्से में लगातार दर्द होना।

4. भूख में कमी आना खाने की इच्छा कम हो जाना।

5. सीने में जलन और अपच खाने के बाद सीने में जलन महसूस होना या बार-बार अपच की समस्या होना।

6. थकान और कमजोरी शरीर में लगातार कमजोरी और थकावट महसूस होना।

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पेट का कैंसर एक गंभीर बीमारी है, लेकिन इससे बचाव संभव है। हमारी रोजमर्रा की आदतें इस बीमारी को बढ़ावा दे सकती हैं, इसलिए समय रहते अपनी जीवनशैली में सुधार करना बेहद जरूरी है। तनाव, ज्यादा नमकीन भोजन, धूम्रपान, खराब आहार और शराब जैसी आदतें पेट के कैंसर के खतरे को बढ़ाती हैं। इसलिए, इन आदतों को बदलकर आप न केवल कैंसर से बच सकते हैं, बल्कि एक स्वस्थ और खुशहाल जीवन भी जी सकते हैं।

स्वास्थ्य से जुड़ी छोटी-छोटी बातों को नजरअंदाज न करें, क्योंकि यही आदतें भविष्य में बड़ी बीमारियों का कारण बन सकती हैं।


 


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Content Editor

Priya Yadav

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